विश्व सुंदरी का हैदराबाद में शाही अंदाज: चारमीनार बना वैश्विक सौंदर्य का केंद्र
के कुमार आहूजा कान्ता आहूजा 2025-05-15 15:56:58

हैदराबाद के पुराने शहर ने सोमवार को एक अभूतपूर्व दृश्य देखा, जब मिस वर्ल्ड 2025 की 109 Contestants ने शहर की शाही विरासत और सांस्कृतिक समृद्धि का अनुभव करने के लिए एक हेरिटेज वॉक में भाग लिया। दुनिया भर से आई इन सुंदरियों के आगमन से पुराने शहर में ग्लैमर और वैश्विक आकर्षण का एक अद्भुत माहौल बन गया। इस विशेष कार्यक्रम का केंद्र बिंदु ऐतिहासिक चारमीनार था, जो भारत के सबसे प्रतिष्ठित स्मारकों में से एक है। इस भव्य संरचना ने पारंपरिक धूमधाम और उत्सव की भावना के साथ अंतर्राष्ट्रीय प्रतिनिधियों का स्वागत किया।
पारंपरिक स्वागत और चारमीनार पर भव्य फोटोशूट
विशेष रूप से व्यवस्थित चार बसों में पहुंची Contestants का स्वागत जीवंत और पारंपरिक मरफा संगीत की मधुर ध्वनियों के साथ किया गया। यह संगीत हैदराबाद की उत्सव संस्कृति में गहराई से रचा-बसा है। इसके बाद, सभी Contestants ने चारमीनार पर एक भव्य फोटो शूट में भाग लिया। इस ऐतिहासिक स्मारक का निर्माण 1591 में मुहम्मद कुली कुतुब शाह ने एक विनाशकारी प्लेग के अंत की स्मृति में करवाया था। चार विशाल मीनारों और जटिल इंडो-इस्लामिक वास्तुकला वाली इस शानदार इमारत ने फोटो सत्र के लिए एक शाही पृष्ठभूमि प्रदान की, जिसने इस पल को और भी यादगार बना दिया।
लाड बाजार की रंगीन दुनिया और शिल्प कौशल का प्रदर्शन
फोटो शूट के बाद, समूह ने प्रसिद्ध लाड बाजार का दौरा किया, जिसे चूड़ी बाजार के नाम से भी जाना जाता है। यह बाजार पारंपरिक चूड़ियों, मोतियों और उत्कृष्ट जरी के काम का एक प्रमुख केंद्र है। Contestants ने नौ विशेष रूप से चुनी गई दुकानों का दौरा किया, जिन्होंने शहर की प्रसिद्ध शिल्प कौशल और सांस्कृतिक जीवंतता का प्रदर्शन किया। इन दुकानों में हैदराबाद बैंगल्स, मुजीब बैंगल्स, कन्हैयालाल, मोतीलाल करवा, गोकुलदास जरीवाला, केआर कसाट, जाजू पर्ल्स, एएच जरीवाला और अफजल मियां करचोबवाले शामिल थे। Contestants ने इन दुकानों पर स्थानीय कारीगरों के अद्भुत काम को देखा और हैदराबाद की कला और संस्कृति की गहराई को महसूस किया।
चारमीनार: इतिहास और विरासत का प्रतीक
चारमीनार, जिसका नाम उर्दू शब्दों 'चार' (चार) और 'मीनार' (टावर) से लिया गया है, सिर्फ एक स्मारक नहीं बल्कि हैदराबाद की स्थायी भावना और समृद्ध इतिहास का प्रतीक है। मूसी नदी के पास और मक्का मस्जिद जैसे ऐतिहासिक स्थलों के करीब स्थित यह स्मारक आज भी पर्यटकों और विरासत प्रेमियों के लिए एक प्रमुख आकर्षण बना हुआ है। इसकी ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्ता इसे हैदराबाद की पहचान बनाती है।
बुद्ध पूर्णिमा का आध्यात्मिक अनुभव
इस बीच, सोमवार को ही, 72वीं मिस वर्ल्ड प्रतियोगिता के एशियाई और ओशियाई क्षेत्रों की प्रतिभागियों ने तेलंगाना के नलगोंडा जिले के नागार्जुनसागर में स्थित प्रसिद्ध बौद्ध विरासत केंद्र बुद्धवनम का सांस्कृतिक और आध्यात्मिक दौरा करके बुद्ध पूर्णिमा मनाई। यह दौरा प्रतिभागियों को भारतीय संस्कृति की विविधता और आध्यात्मिक महत्व से परिचित कराने का एक हिस्सा था। बुद्धवनम में उन्होंने भगवान बुद्ध के जीवन और शिक्षाओं के बारे में जाना और शांतिपूर्ण वातावरण का अनुभव किया। यह अनुभव निश्चित रूप से उन्हें भारत की समृद्ध सांस्कृतिक और आध्यात्मिक विरासत की गहरी समझ प्रदान करेगा।