घाटी से पहाड़ तक सुरक्षा बलों का दबदबा: मणिपुर में आतंकियों की कमर टूटी


के कुमार आहूजा कान्ता आहूजा  2025-05-14 21:07:06



घाटी से पहाड़ तक सुरक्षा बलों का दबदबा: मणिपुर में आतंकियों की कमर टूटी

अशांत मणिपुर में शांति स्थापित करने के लिए भारतीय सेना और असम राइफल्स ने एक बड़ा संयुक्त अभियान चलाया। 5 मई से 12 मई के बीच चले इस सघन अभियान में सुरक्षा बलों को बड़ी सफलता मिली है। प्रतिबंधित समूहों के 16 कैडरों को गिरफ्तार किया गया है, साथ ही भारी मात्रा में हथियार, आईईडी और गोला-बारूद भी बरामद किया गया है। यह कार्रवाई मणिपुर के पहाड़ी और घाटी दोनों क्षेत्रों में की गई, जिससे आतंकियों के हौसले पस्त हुए हैं।

संयुक्त अभियान और गिरफ्तारियां

भारतीय सेना और असम राइफल्स ने मणिपुर के विभिन्न जिलों में एक सुनियोजित संयुक्त अभियान चलाया। यह अभियान इंफाल पश्चिम, इंफाल पूर्व, थौबल, तेंगनौपाल, चंदेल और सेनापति जिलों में केंद्रित था। इस दौरान सुरक्षा बलों ने प्रतिबंधित संगठनों के 16 सक्रिय सदस्यों को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की। यह गिरफ्तारी सुरक्षा बलों की सटीक खुफिया जानकारी और त्वरित कार्रवाई का परिणाम थी।

बरामदगी: हथियारों का जखीरा

अभियान के दौरान सुरक्षा बलों को भारी मात्रा में हथियार और युद्ध सामग्री बरामद हुई। जब्त किए गए सामान में 17 हथियार, 17 आईईडी (इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस), ग्रेनेड, और बड़ी मात्रा में गोला-बारूद शामिल हैं। यह बरामदगी क्षेत्र में हिंसा फैलाने की आतंकियों की क्षमता को कमजोर करने में महत्वपूर्ण साबित होगी। बरामद हथियारों में एके-47, एके-56, इंसास राइफल, संशोधित .303 राइफल, बोल्ट-एक्शन राइफल और पिस्तौल जैसे घातक हथियार शामिल हैं।

विभिन्न जिलों में कार्रवाई

अभियान के दौरान अलग-अलग जिलों में महत्वपूर्ण सफलताएं मिलीं। अधिकारियों के अनुसार, 4 से 5 मई को इंफाल पश्चिम और चंदेल से एक एके-47, एक संशोधित .303 राइफल, 11 आईईडी और भारी मात्रा में गोला-बारूद बरामद किया गया। इसके बाद, 7 मई को तेंगनौपाल से एक एके-56, एक इंसास राइफल और छह आईईडी जब्त किए गए। 8 मई को सेनापति जिले में कार्रवाई करते हुए दो बोल्ट-एक्शन राइफल और एक पिस्तौल बरामद की गई। अभियान के अंतिम चरणों में, 10 मई को इंफाल पश्चिम से एक एसएलआर (सेल्फ-लोडिंग राइफल), एक पिस्तौल और कुछ ग्रेनेड बरामद किए गए।

अन्य सुरक्षा बलों का सहयोग

इस संयुक्त अभियान में मणिपुर पुलिस, केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ), सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) और भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) ने भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इन सभी सुरक्षा एजेंसियों के समन्वय और सहयोग से ही यह व्यापक और सफल अभियान चलाया जा सका। यह संयुक्त प्रयास क्षेत्र में शांति और स्थिरता बनाए रखने के लिए सुरक्षा बलों की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।

तारीख-वार सारांश:

4-5 मई: इंफाल पश्चिम और चंदेल से एके-47, संशोधित .303 राइफल, 11 आईईडी और गोला-बारूद बरामद।

5-12 मई: भारतीय सेना और असम राइफल्स द्वारा मणिपुर के पहाड़ी और घाटी जिलों में संयुक्त अभियान। 16 कैडर गिरफ्तार।

7 मई: तेंगनौपाल से एके-56, इंसास राइफल और छह आईईडी जब्त।

8 मई: सेनापति जिले से दो बोल्ट-एक्शन राइफल और एक पिस्तौल बरामद।

10 मई: इंफाल पश्चिम से एसएलआर, पिस्तौल और ग्रेनेड बरामद।

बहरहाल, भारतीय सेना और असम राइफल्स का यह संयुक्त अभियान मणिपुर में सक्रिय प्रतिबंधित समूहों के खिलाफ एक बड़ी सफलता है। 16 कैडरों की गिरफ्तारी और भारी मात्रा में हथियारों की बरामदगी से क्षेत्र में आतंकियों की गतिविधियों पर अंकुश लगेगा और शांति स्थापित करने में मदद मिलेगी। मणिपुर पुलिस और अन्य अर्धसैनिक बलों का सहयोग इस अभियान की सफलता में महत्वपूर्ण रहा। यह कार्रवाई सुरक्षा बलों की दृढ़ इच्छाशक्ति और समन्वय का प्रमाण है, जो क्षेत्र में स्थायी शांति और स्थिरता लाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।


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