लाल आतंक का साया: सारंडा के जंगल में आईईडी विस्फोट, जवान मनोज कुमार दमाई घायल, सुरक्षा बलों ने शुरू की जांच
के कुमार आहूजा कान्ता आहूजा 2025-05-13 19:50:47

झारखंड के पश्चिम सिंहभूम जिले के चाईबासा स्थित सारंडा के जंगल में एक आईईडी (इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस) विस्फोट की घटना ने राज्य में सनसनी फैला दी है। इस विस्फोट में झारखंड जगुआर के एक जवान, मनोज कुमार दमाई गंभीर रूप से घायल हो गए। घटना के बाद, उन्हें तत्काल एयर एम्बुलेंस से चाईबासा से रांची लाया गया और राज अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहाँ उनका इलाज चल रहा है। इस घटना ने एक बार फिर सारंडा के जंगल में माओवादी गतिविधियों की आशंका को बढ़ा दिया है। सुरक्षा बल इलाके में गहन जांच कर रहे हैं ताकि विस्फोट के पीछे के कारणों का पता लगाया जा सके और दोषियों को पकड़ा जा सके। आइए, इस घटना के बारे में विस्तार से जानते हैं।
सारंडा के जंगल में आईईडी विस्फोट
यह विस्फोट चाईबासा के सारंडा जंगल क्षेत्र में हुआ। झारखंड जगुआर के जवान मनोज कुमार दमाई एक गश्ती दल का हिस्सा थे, तभी वे आईईडी की चपेट में आ गए। विस्फोट इतना शक्तिशाली था कि मनोज कुमार गंभीर रूप से घायल हो गए।
घायल जवान का तत्काल इलाज
विस्फोट के तुरंत बाद, घायल जवान मनोज कुमार दमाई को प्राथमिक उपचार दिया गया। उनकी गंभीर स्थिति को देखते हुए, उन्हें एयर एम्बुलेंस से चाईबासा से रांची लाया गया और राज अस्पताल में भर्ती कराया गया। डॉक्टरों की टीम उनकी जान बचाने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है।
सुरक्षा बलों की जांच
इस घटना के बाद, सुरक्षा बलों ने सारंडा के जंगल में गहन जांच शुरू कर दी है। वे इलाके में तलाशी अभियान चला रहे हैं ताकि यह पता लगाया जा सके कि आईईडी किसने लगाया था और इसके पीछे किसका हाथ है। सुरक्षा बल यह भी जांच कर रहे हैं कि क्या इस घटना में माओवादियों का हाथ है, क्योंकि यह क्षेत्र माओवादी गतिविधियों के लिए जाना जाता है।
माओवादी खतरे की आशंका
इस आईईडी विस्फोट ने सारंडा के जंगल में माओवादी खतरे की आशंका को फिर से बढ़ा दिया है। यह क्षेत्र घने जंगलों और दुर्गम इलाकों से भरा हुआ है, जिसके कारण माओवादियों के लिए छिपना और गतिविधियाँ चलाना आसान होता है। सुरक्षा बल इस क्षेत्र में अपनी चौकसी बढ़ा रहे हैं और माओवादी गतिविधियों पर नजर रखने के लिए विशेष अभियान चला रहे हैं।
सरकार की प्रतिक्रिया
झारखंड सरकार ने इस घटना पर दुख व्यक्त किया है और घायल जवान के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की है। सरकार ने यह भी कहा है कि दोषियों को पकड़ने और उन्हें कड़ी सजा दिलाने के लिए हर संभव प्रयास किया जाएगा। सरकार ने सुरक्षा बलों को इलाके में चौकसी बढ़ाने और माओवादी गतिविधियों को रोकने के लिए सख्त कदम उठाने का निर्देश दिया है।
यह घटना एक बार फिर झारखंड में माओवादी समस्या की गंभीरता को दर्शाती है। सुरक्षा बलों को इस क्षेत्र में अपनी गतिविधियाँ तेज करने और स्थानीय लोगों के साथ मिलकर काम करने की आवश्यकता है ताकि माओवादी खतरे को समाप्त किया जा सके।