*मुख्यमंत्री ने प्रत्येक स्थिति पर रखी नियमित नजर, आमजन को नहीं आने दी कोई परेशानी*
के कुमार आहूजा कान्ता आहूजा 2025-05-13 18:29:18

*सीमांत क्षेत्रों में अब सामान्य हुआ जनजीवन*
*मुख्यमंत्री श्री भजन लाल शर्मा के नेतृत्व में सरकार ने लिए त्वरित निर्णय*
बीकानेर। भारत-पाक युद्धविराम के पश्चात प्रदेश के सीमांत जिलों में अब स्थितियां सामान्य हैं। जनजीवन पटरी पर है। प्रत्येक प्रदेशवासी, देश की सेना और सैन्य पराक्रम के प्रति कृतज्ञता प्रकट कर रहे हैं। इन सबके बीच संकट के इस दौर में प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री भजन लाल शर्मा के कुशल नेतृत्व एवं निर्देशानुसार सीमांत क्षेत्रों के नागरिकों की सुरक्षा और सहायता के मद्देनजर अनेक निर्णय तत्काल लिए गए, जिनसे आमजन को किसी प्रकार की समस्या का सामना नहीं करना पड़ा।
ऑपरेशन सिंदूर की शुरुआत के ठीक बाद से ही मुख्यमंत्री ने सीमांत क्षेत्रों की स्थितियों पर नियमित नजर रखी और इनकी समीक्षा करते हुए अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए गए कि प्रदेश सरकार के लिए आमजन की सुरक्षा और सहायता सर्वोपरि है। इसमें किसी प्रकार की कमी नहीं आने दी जाए। मुख्यमंत्री ने लगातार उच्च स्तरीय बैठकें ली और आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। धर्मगुरुओं और सर्वदलीय प्रतिनिधियों के साथ विभिन्न विषयों पर चर्चा की।
आपात परिस्थितियों में आमजन की त्वरित सहायता के मद्देनजर सीमांत क्षेत्रों के जिलों के अधिकारियों-कर्मचारियों के स्थानांतरण से बैन तत्काल हटाते हुए रातों-रात सभी रिक्त पद भरे और उन्हें अविलम्ब कार्यग्रहण के लिए निर्देशित किया गया। उच्च स्तर पर इसकी नियमित समीक्षा हुई। सीमांत जिलों में बीकानेर, श्रीगंगानगर, जैसलमेर और बाड़मेर के लिए पांच-पांच तथा फलौदी, जोधपुर और हनुमागनढ़ के लिए ढाई-ढाई करोड़ रुपए अविलम्ब स्वीकृत करते हुए आपदा प्रबंधन से जुड़ी व्यवस्थाएं तत्काल करने के निर्देश दिए।
मेडिकल कॉलेजों से लेकर उप स्वास्थ्य केन्द्रों तक दवाइयों की पर्याप्त उपलब्धता के निर्देश दिए गए। मुख्यमंत्री के निर्देश पर चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग ने सीमांत क्षेत्रों में 336 सीनियर रेजिडेंट, 91 विशेषज्ञ चिकित्सक और 1300 से अधिक सीएचओ को तत्काल भेजा गया। एम्बूलेंस और फायर ब्रिगेड की पर्याप्त संख्या में व्यवस्था की गई। एसडीआरएफ, होमगार्ड और आरएसी के अतिरिक्त जवानों को सीमांत क्षेत्रों में भेजा गया।
मुख्यमंत्री के निर्देश पर बॉर्डर जिलों के प्रभारी मंत्रियों ने जिलों का दौरा कर व्यवस्थाओं की समीक्षा की। प्रभारी सचिव इस दौरान लगातार जिलों में रहे और स्थिति पर नजर रखी। विभिन्न विभागों के वरिष्ठ अधिकारियों ने भी जिलों का दौरा किया। स्वयं मुख्यमंत्री संबंधित क्षेत्रों के विधायकों और जिला कलक्टर-पुलिस अधीक्षकों के नियमित संपर्क में रहे और उन्हें आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
स्थितियों की गंभीरता को देखते हुए राज्य सरकार द्वारा उच्च स्तर पर चर्चा करते हुए आईजीएनपी की नहरबंदी को तत्काल प्रभाव से समाप्त करवाया गया, जिससे पेयजल की उपलब्धता को लेकर कोई परेशानी नहीं हो। मुख्यमंत्री ने किसी प्रकार की आपात स्थिति होने पर पर्याप्त खाद्य सामग्री का स्टाक रखने के निर्देश दिए गए। आमजन की सुरक्षा के लिए समय-समय पर एसओपी जारी की गई तथा आमजन में इनके प्रति जागरुकता के प्रयास हुए।
कुल मिलाकर संकट के इस दौर में मुख्यमंत्री श्री भजन लाल शर्मा के नेतृत्व में प्रदेश सरकार ने पूर्ण मुस्तैदी, जिम्मेदारी और गंभीरता से कार्य करते हुए आमजन के सुरक्षा और सहयोग के लिए तत्परता दिखाई। इससे आमजन के मन में सरकार के प्रति विश्वास और प्रगाढ़ हुआ।
-डॉ. हरि शंकर आचार्य
उपनिदेशक, सूचना एवं जनसंपर्क कार्यालय (बीकानेर)