गंभीर लापरवाही! सेना की गतिविधियों से जुड़ी संवेदनशील जानकारी की साझा, दो युवक गिरफ्तार 


के कुमार आहूजा कान्ता आहूजा  2025-05-12 16:04:51



 

भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के माहौल में, राजस्थान के श्रीगंगानगर जिले के घड़साना थाना क्षेत्र में एक गंभीर लापरवाही का मामला सामने आया है। यहां, दो युवकों को सोशल मीडिया पर भारतीय सेना की गतिविधियों से जुड़ी संवेदनशील जानकारी साझा करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। ये युवक सेना के मूवमेंट से संबंधित तस्वीरें और वीडियो लगातार सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर पोस्ट कर रहे थे। इस गिरफ्तारी ने न केवल सुरक्षा एजेंसियों की चौकसी को उजागर किया है, बल्कि सोशल मीडिया पर निगरानी की आवश्यकता और गंभीरता को भी रेखांकित किया है।

डिप्टी एसपी प्रशांत कौशिक का खुलासा और आरोपियों की पहचान

अनूपगढ़ के डिप्टी एसपी प्रशांत कौशिक ने इस महत्वपूर्ण गिरफ्तारी की जानकारी देते हुए बताया कि पकड़े गए युवकों की पहचान उतमराम, जो धक्का बस्ती का निवासी है, और प्रेम कुमार, जो गांव 2 JSM का रहने वाला है, के रूप में हुई है। उन्होंने बताया कि वर्तमान में सीमा क्षेत्र में सैन्य गतिविधियां तेज हैं, जिसके कारण सुरक्षा कारणों से सोशल मीडिया पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है। डिप्टी एसपी कौशिक ने इस बात पर जोर दिया कि आरोपियों ने सेना के मूवमेंट से जुड़ी अत्यंत संवेदनशील जानकारी इंटरनेट पर साझा करके एक गंभीर अपराध किया है, जिससे राष्ट्रीय सुरक्षा को गंभीर खतरा हो सकता था।

साइबर डेस्क की पैनी नजर और गहन पूछताछ

पुलिस विभाग ने बताया कि उनकी साइबर डेस्क टीम सोशल मीडिया पर संदिग्ध गतिविधियों पर लगातार नजर बनाए हुए है। इसी निगरानी के दौरान इन दो युवकों की संदिग्ध गतिविधियां सामने आईं, जिसके बाद उन्हें गिरफ्तार किया गया। वर्तमान में, दोनों युवकों से गहन पूछताछ की जा रही है ताकि उनके इस कृत्य के पीछे के मकसद और इसमें शामिल अन्य लोगों के बारे में जानकारी मिल सके। पुलिस उनकी ऑनलाइन गतिविधियों की गहराई से जांच कर रही है ताकि यह पता लगाया जा सके कि उन्होंने यह जानकारी कहां से प्राप्त की और इसे किन लोगों के साथ साझा किया।

घड़साना पुलिस की आमजन के लिए सख्त एडवाइजरी

इस संवेदनशील मामले के सामने आने के बाद, घड़साना पुलिस ने आम जनता के लिए एक विस्तृत एडवाइजरी जारी की है। इस एडवाइजरी में स्पष्ट रूप से कहा गया है कि कोई भी व्यक्ति सोशल मीडिया पर किसी भी प्रकार की भ्रामक, भड़काऊ, सांप्रदायिक तनाव फैलाने वाली या देशविरोधी सामग्री को साझा न करें। इसके अतिरिक्त, सेना की किसी भी कार्रवाई या मूवमेंट से जुड़ी किसी भी जानकारी को सार्वजनिक करना कानूनन अपराध है और ऐसा करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। पुलिस ने सभी नागरिकों से अपील की है कि वे जिम्मेदारी के साथ सोशल मीडिया का उपयोग करें और राष्ट्रीय सुरक्षा में अपना सक्रिय योगदान दें।

यह घटना दर्शाती है कि सोशल मीडिया के इस युग में, जहां सूचनाएं पलक झपकते ही एक स्थान से दूसरे स्थान पर पहुंच जाती हैं, राष्ट्रीय सुरक्षा को बनाए रखना कितना चुनौतीपूर्ण हो गया है। एक तरफ जहां सोशल मीडिया अभिव्यक्ति का एक महत्वपूर्ण माध्यम है, वहीं दूसरी तरफ इसका दुरुपयोग देश की सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा पैदा कर सकता है। अनूपगढ़ में हुई यह गिरफ्तारी सुरक्षा एजेंसियों के लिए एक सबक है कि उन्हें सोशल मीडिया पर अपनी निगरानी और सतर्कता को और अधिक मजबूत करना होगा ताकि भविष्य में इस प्रकार की घटनाओं को रोका जा सके। साथ ही, यह आम नागरिकों के लिए भी एक चेतावनी है कि वे सोशल मीडिया का उपयोग करते समय राष्ट्रीय हितों और सुरक्षा का ध्यान रखें और किसी भी ऐसी गतिविधि में शामिल न हों जो देश के लिए हानिकारक हो सकती है।


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