बाड़मेर: सीजफायर के बाद लौटी रौनक, व्यापारियों का हौसला बुलंद
के कुमार आहूजा कान्ता आहूजा 2025-05-12 16:02:08

राजस्थान के सीमावर्ती जिले बाड़मेर में शनिवार की शाम भारत और पाकिस्तान के बीच हुए संघर्ष विराम के बाद जीवन सामान्य होता दिख रहा था। रविवार को स्थानीय व्यापारियों ने अपनी दुकानें खोल दी और चहल-पहल वापस लौट आई। लेकिन इस शांति के पीछे एक रात पहले की अशांति और आशंका छिपी हुई थी, जिसने सीमावर्ती निवासियों को दहशत में डाल दिया था।
रात भर छाया अंधेरा और सायरनों की गूंज
संघर्ष विराम के कुछ ही घंटों बाद, शनिवार की रात पाकिस्तान द्वारा फिर से संघर्ष विराम का उल्लंघन किया गया। इसके कारण बाड़मेर जिला प्रशासन को ब्लैकआउट लागू करना पड़ा और पूरी रात सायरनों की आवाजें गूंजती रहीं। स्थानीय लोगों के अनुसार, रात के आकाश में एक संदिग्ध ड्रोन उड़ता हुआ दिखाई दिया, जिसने सुरक्षा एजेंसियों को सतर्क कर दिया।
वायु रक्षा प्रणाली की त्वरित कार्रवाई
हालांकि, भारतीय वायु रक्षा प्रणाली ने त्वरित कार्रवाई करते हुए उस संदिग्ध ड्रोन को तुरंत मार गिराया। इस घटना ने सीमावर्ती क्षेत्र में तनाव और अनिश्चितता का माहौल पैदा कर दिया था, लेकिन भारतीय सेना की तत्परता ने किसी भी संभावित खतरे को टाल दिया।
व्यापारियों का आत्मविश्वास और सेना को समर्थन
बाड़मेर सेंट्रल कोऑपरेटिव बैंक के सेवानिवृत्त प्रबंधक सुशील तिवारी ने रविवार सुबह स्थिति सामान्य होने की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि जिले के सभी बाजार खुल गए हैं और कामकाज सुचारू रूप से चल रहा है। उन्होंने भारतीय सेना की बहादुरी की सराहना करते हुए सीमा की सुरक्षा में अपना पूर्ण समर्थन व्यक्त किया। उन्होंने कहा, "हम सीमा के लोग डरने वाले नहीं हैं और देश की रक्षा के लिए सेना के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े हैं।"
अविश्वास और भविष्य की उम्मीदें
वहीं व्यापारी कैलाश ने पाकिस्तान पर अविश्वास व्यक्त करते हुए कहा कि वह कभी भी धोखा दे सकता है। हालांकि, उन्होंने दोनों देशों के बीच संघर्ष विराम के फैसले को सही ठहराया, क्योंकि युद्ध में दोनों देशों को नुकसान होता है। उन्होंने उम्मीद जताई कि पाकिस्तान संघर्ष विराम का उल्लंघन नहीं करेगा। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि पाकिस्तान ऐसा करता है, तो अगली बार उसे कड़ा सबक सिखाया जाएगा।
इस प्रकार, बाड़मेर में संघर्ष विराम के बाद शांति तो लौटी है, लेकिन पिछली रात की घटनाओं ने लोगों के मन में आशंका और सतर्कता की भावना को भी जगाए रखा है। स्थानीय लोग भारतीय सेना पर पूरा भरोसा रखते हैं और देश की सुरक्षा के लिए हर संभव सहयोग के लिए तैयार हैं।