सिंदूर पर ब्रिटेन में सियासी भूचाल! प्रीति पटेल ने भारत के समर्थन में पाक को घेरा
के कुमार आहूजा कान्ता आहूजा 2025-05-11 07:27:27

लंदन: ब्रिटेन की कंजर्वेटिव पार्टी की सांसद प्रीति पटेल ने भारत के 'ऑपरेशन सिंदूर' का खुलकर समर्थन किया है। उन्होंने कहा कि भारत को अपनी रक्षा के लिए उचित और आनुपातिक कदम उठाने और उस घृणित आतंकवादी ढांचे को नष्ट करने का पूरा अधिकार है, जिसने न केवल भारत में मौत का तांडव मचाया है, बल्कि लगातार उसे धमकी भी दे रहा है। प्रीति पटेल ने पाकिस्तान को आतंकवाद को बढ़ावा देने के लिए कड़ी फटकार लगाई और कहा कि इससे न केवल भारत, बल्कि पश्चिमी देशों के हित भी खतरे में हैं।
पहलगाम हमले पर शोक और समर्थन
बुधवार को हाउस ऑफ कॉमन्स में बोलते हुए, प्रीति पटेल ने पहलगाम में हुए बर्बर आतंकवादी हमले के पीड़ितों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त की। उन्होंने कहा, "यह आतंकवाद का एक कृत्य था, और हमें इस तथ्य पर विचार करना चाहिए कि पहलगाम भी मुंबई, नई दिल्ली और भारत के अन्य स्थानों की तरह आतंकवाद के एक कृत्य से हमेशा के लिए जख्मी हो गया है।" उन्होंने 22 अप्रैल को पहलगाम में आतंकवादियों द्वारा 26 पर्यटकों की बर्बर हत्या का जिक्र करते हुए कहा कि अधिकांश पीड़ितों को उनके सिर में करीब से गोली मारकर मारा गया था।
पाक प्रायोजित आतंकवाद पर हमला
प्रीति पटेल ने पाकिस्तान को आतंकवाद को बढ़ावा देने के लिए आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा, "पाकिस्तान में स्थित आतंकवादी भारत और पश्चिमी हितों को खतरे में डालते हैं। यह वही देश था जहां ओसामा बिन लादेन छिपा हुआ था। भारत पर आतंकवादियों द्वारा किए जा रहे हिंसा के लंबे इतिहास के कारण, ब्रिटेन ने भारत के साथ दीर्घकालिक सुरक्षा सहयोग समझौते किए हैं।" उन्होंने ब्रिटिश सरकार से वैश्विक आतंकवाद के खतरों से निपटने के लिए ब्रिटेन के सहयोगियों के साथ मिलकर काम करने का आग्रह किया।
ब्रिटेन से भारत को मदद की मांग
प्रीति पटेल ने ब्रिटिश सरकार से पूछा कि क्या उसने पहलगाम आतंकवादी हमले के बाद भारत की मदद की है। उन्होंने कहा, "मंत्री ब्रिटेन और भारत के बीच खुफिया जानकारी साझा करने के बारे में नहीं बता पाएंगे, लेकिन क्या वे कम से कम पुष्टि करेंगे कि क्या हमारी खुफिया और सुरक्षा सेवाओं ने हुई घटनाओं के बारे में भारत से संपर्क किया है, और क्या वे इसकी जांच में सहायता कर रहे हैं? क्या सरकार ने कश्मीर में आतंकवादी हमले के बाद भारत को कोई विशिष्ट सुरक्षा सहायता प्रदान की है? क्या ब्रिटेन कोई विशिष्ट सहायता प्रदान कर सकता है जो तनाव को कम करने में मदद कर सके?"
हमास-लश्कर गठजोड़ पर सवाल
प्रीति पटेल ने आतंकवादी समूह द रेजिस्टेंस फ्रंट (टीआरएफ) का जिक्र करते हुए पूछा, जिसने हमले की जिम्मेदारी ली है, "क्या मंत्री भारत के इस आकलन से सहमत हैं कि 22 अप्रैल के हमलों की जिम्मेदारी लेने वाला द रेजिस्टेंस फ्रंट, प्रतिबंधित पाकिस्तान स्थित आतंकवादी समूह लश्कर-ए-तैयबा का एक मुखौटा है, जिसका भारत के खिलाफ आतंकवादी कृत्यों को अंजाम देने का एक स्पष्ट इतिहास है, और जिसके हमास से संबंध होने की खबरें हैं?" उन्होंने हमास-लश्कर-ए-तैयबा के संबंधों के बारे में रिपोर्टों पर प्रकाश डालते हुए पूछा, "क्या मंत्री पुष्टि करेंगे कि क्या ब्रिटिश सरकार को लश्कर-ए-तैयबा और हमास के बीच किसी सहयोग और संबंधों की जानकारी है?"
पाक को ब्रिटिश सहायता पर सवाल
प्रीति पटेल ने पूछा कि क्या विदेश सचिव उस चर्चा का सबूत दे पाएंगे जो उन्होंने क्रूर हमले के बाद अपने भारतीय समकक्षों के साथ की थी। उन्होंने पूछा, "क्या मंत्रियों ने पाकिस्तान में आतंकवादी ढांचे का आकलन किया है? क्या उन्होंने इस मामले पर पाकिस्तानी सरकार के साथ चर्चा की है?" पाकिस्तान को ब्रिटेन द्वारा दी जाने वाली सहायता पर चिंता जताते हुए, छाया मंत्री ने कहा, "क्या मंत्री यह आश्वासन दे सकते हैं कि यह सुनिश्चित करने के लिए पर्याप्त उपाय किए गए हैं कि पाकिस्तान को दी जाने वाली कोई भी ब्रिटिश सहायता, चाहे द्विपक्षीय हो या बहुपक्षीय स्रोतों के माध्यम से, गलत हाथों में न पड़े?" प्रीति पटेल ने आतंकवादी हमले और इसके पीछे के अपराधियों के सरकार के आकलन की भी मांग की।
प्रीति पटेल के इन सवालों ने ब्रिटेन में पाकिस्तान के आतंकवाद को बढ़ावा देने के मुद्दे को एक बार फिर से सुर्खियों में ला दिया है और भारत के 'ऑपरेशन सिंदूर' को अंतरराष्ट्रीय समर्थन मिला है।