निराश्रित गायों के लिए देवदूत बनीं महिलाएं! दवाइयों और चारे का दान, गीता पाठ से शांति


के कुमार आहूजा कान्ता आहूजा  2025-05-10 08:18:11



 

गायों की सेवा को न केवल सामाजिक कर्तव्य बल्कि आत्मिक शांति का मार्ग मानने वाली आरकेआरसीव्यास माहेश्वरी महिला मंडल की सदस्याओं ने वैशाख महीने की एकादशी के पवित्र अवसर पर एक सराहनीय कार्य किया। मंडल की कार्यकारिणी सदस्याओं ने आपसी सहयोग से राशि एकत्रित कर महाराणा प्रताप गौ उपचार केंद्र, सांगानेर में असहाय और निराश्रित गायों को दवाइयों के लिए सहायता प्रदान की और उन्हें हरा चारा भी खिलाया।

बीमार गायों के समक्ष गीता पाठ

सभी बहनों ने मिलकर गौशाला में बीमारी से तड़पती हुई गायों के समक्ष भगवत गीता के 11वें और 12वें अध्याय का पाठ किया। ऐसा करके उन्होंने न केवल पुण्य अर्जित किया बल्कि इन बेजुबान जानवरों के प्रति अपनी करुणा और संवेदना भी व्यक्त की। गीता पाठ से गौशाला में एक शांत और आध्यात्मिक वातावरण निर्मित हो गया।

राधाकृष्ण महाराज का सानिध्य और आशीर्वाद

इस पुण्य कार्य में जोधपुर के परम पूज्य राधाकृष्ण महाराज का सानिध्य प्राप्त हुआ। सभी बहनों ने उनके आशीर्वचनों का लाभ उठाया और उनसे प्रेरणा प्राप्त की। महाराज जी ने गौ सेवा के महत्व पर प्रकाश डाला और सभी उपस्थित महिलाओं को इस नेक कार्य को निरंतर जारी रखने के लिए प्रेरित किया। इस अवसर पर सभी सदस्याओं ने गौ सेवा का संकल्प भी लिया।

मंडल की सदस्याओं की उपस्थिति

इस पवित्र अवसर पर मंडल की अध्यक्ष चेतना जागेटिया, सचिव मीनू झंवर सहित निवर्तमान अध्यक्ष इंदिरा हेडा, सुमित्रा दरगड़, रंजना बिड़ला, सुनीता काबरा, सुमन दरगड़, रेनू समदानी, सुमन भंडारी, सोनू कोगटा आदि प्रमुख सदस्याएं उपस्थित थीं। सभी ने मिलकर इस सेवा कार्य को सफल बनाया और असहाय गायों के प्रति अपनी जिम्मेदारी निभाई। यह कार्यक्रम समाज में पशु सेवा और करुणा के महत्व को दर्शाता है।

- पंकज पोरवाल, भीलवाड़ा।


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