लश्कर के ट्रेनिंग कैंप में पलते थे 26/11 के आतंकी, सिंदूर ने किया खात्मा- कर्नल सोफिया कुरैशी


के कुमार आहूजा कान्ता आहूजा  2025-05-08 14:47:52



 

नई दिल्ली: पहलगाम में हुए जघन्य आतंकवादी हमले के जवाब में भारत की सैन्य कार्रवाई ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को लेकर आज एक महत्वपूर्ण प्रेस ब्रीफिंग आयोजित की गई। इस ब्रीफिंग में कर्नल सोफिया कुरैशी ने पुष्टि की कि इस ऑपरेशन के दौरान नौ आतंकवादी कैंपों और प्रशिक्षण सुविधाओं को पूरी तरह से नष्ट कर दिया गया है। उन्होंने जोर देकर कहा कि इन ठिकानों का चयन ‘विश्वसनीय खुफिया जानकारी’ के आधार पर सावधानीपूर्वक किया गया था, जो उन्हें सीधे सीमा पार आतंकवाद से जोड़ती थी।

आतंक के गढ़ों को किया गया निशाना

कर्नल कुरैशी ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि ऑपरेशन सिंदूर में केवल उन्हीं आतंकवादी प्रतिष्ठानों को निशाना बनाया गया, जिन्होंने अतीत में भारत के खिलाफ आतंकवादी हमलों की योजना बनाई और उन्हें अंजाम दिया था, साथ ही उन ठिकानों को भी ध्वस्त किया गया जो पुरुषों और महिलाओं को कट्टरपंथी बनाने में शामिल थे। उन्होंने बताया कि चुने गए लक्ष्यों में लश्कर-ए-तैयबा का मुरीदके स्थित एक आतंकवादी प्रशिक्षण शिविर भी शामिल था, जो लाहौर से लगभग 40 किलोमीटर उत्तर में स्थित है।

26/11 के आतंकियों का प्रशिक्षण केंद्र ध्वस्त

कर्नल सोफिया कुरैशी ने एक महत्वपूर्ण खुलासा करते हुए कहा कि मुरीदके स्थित यह वही प्रशिक्षण基地 था जहां 26 नवंबर 2008 के मुंबई हमलों के आतंकवादियों - अजमल कसाब और डेविड हेडली - को प्रशिक्षण दिया गया था। उस भयावह हमले में 150 से अधिक निर्दोष लोगों की जान चली गई थी। इस खुलासे ने ऑपरेशन सिंदूर की सफलता और उसके रणनीतिक महत्व को और भी बढ़ा दिया है।

आतंकी ढांचे को ध्वस्त करने पर जोर

बुधवार को सरकार की ओर से जारी बयान में कहा गया कि भारत ने पहलगाम जैसे और सीमा पार हमलों का जवाब देने, उन्हें रोकने और उन्हें विफल करने के अपने अधिकार का प्रयोग किया है। सरकार ने यह भी स्पष्ट किया कि उसका मुख्य ध्यान आतंकवादी ढांचे को ध्वस्त करने और आतंकवादियों को निष्क्रिय करने पर केंद्रित था।

संयुक्त प्रेस ब्रीफिंग में महत्वपूर्ण जानकारी

यह बयान विदेश सचिव विक्रम मिस्री, कर्नल सोफिया कुरैशी और विंग कमांडर व्योमिका सिंह द्वारा एक संयुक्त मीडिया ब्रीफिंग में दिया गया। इस ब्रीफिंग में भारतीय सशस्त्र बलों द्वारा पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में आतंकवादी ठिकानों पर किए गए मिसाइल हमलों की जानकारी दी गई, जिसमें जैश-ए-मोहम्मद का बहावलपुर स्थित गढ़ और लश्कर-ए-तैयबा का मुरीदके स्थित ठिकाना भी शामिल था।

मापी गई, गैर-बढ़ावा देने वाली और जिम्मेदार कार्रवाई

पहलगाम हमले के दो सप्ताह बाद ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत किए गए इन सैन्य हमलों के बारे में विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने कहा कि यह कार्रवाई मापी गई, गैर-बढ़ावा देने वाली, आनुपातिक और जिम्मेदार थी। उन्होंने जोर दिया कि भारत ने आतंकवाद के खिलाफ अपनी लड़ाई में दृढ़ संकल्प दिखाया है और भविष्य में भी सीमा पार से होने वाले किसी भी दुस्साहस का मुंहतोड़ जवाब देगा।


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