गीदड़भभकी का करारा जवाब! भारत ने आतंकियों के कैंप उड़ाए


के कुमार आहूजा कान्ता आहूजा  2025-05-08 14:46:18



 

नई दिल्ली/श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए कायराना आतंकी हमले का भारत ने करारा जवाब दिया है। पड़ोसी देश पाकिस्तान की ओर से जारी तनाव के बीच, भारतीय सशस्त्र बलों ने पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (PoK) में स्थित नौ आतंकी ठिकानों को मिसाइलों से निशाना बनाया है। पहलगाम आतंकी हमले के ठीक 15 दिन बाद, भारत ने इस ऑपरेशन को अंजाम देकर आतंकियों को उनकी नापाक हरकतों का मुंहतोड़ जवाब दिया है। इस सैन्य कार्रवाई को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ नाम दिया गया है।

तीनों सेनाओं का संयुक्त ऑपरेशन

समाचार एजेंसी एएनआई के सूत्रों के अनुसार, ‘ऑपरेशन सिंदूर’ भारतीय सेना, नौसेना और वायु सेना के एक संयुक्त अभियान के तहत किया गया। इस ऑपरेशन में पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में नौ आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया गया। भारतीय सेनाओं ने सटीक हमला करने वाले हथियारों का इस्तेमाल करते हुए आतंकियों को भारी नुकसान पहुंचाया और उनके ठिकानों को ध्वस्त कर दिया। सेना ने भारतीय जमीन से ही आतंकियों को सबक सिखाने का काम किया है।

पाकिस्तान में भी निशाने पर आतंकी कैंप

सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, भारतीय सेना द्वारा सफलतापूर्वक निशाना बनाए गए नौ ठिकानों में से चार पाकिस्तान के भीतर स्थित थे, जबकि पांच ठिकाने पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में थे। पाकिस्तान में स्थित महत्वपूर्ण ठिकानों में बहावलपुर, मुरीदके और सियालकोट शामिल हैं, जो आतंकी संगठनों के गढ़ माने जाते हैं। इन आतंकी शिविरों को निशाना बनाने के लिए विशेष रूप से डिजाइन किए गए सटीक हथियारों का इस्तेमाल किया गया। तीनों सेनाओं ने इस संयुक्त ऑपरेशन को अत्यंत गोपनीयता और कुशलता से अंजाम दिया। भारतीय सेना का लक्ष्य भारत में आतंकवादी गतिविधियों को प्रायोजित करने में उनकी भूमिका के लिए जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा जैसे प्रमुख आतंकी संगठनों के शीर्ष नेतृत्व को निशाना बनाना था।

रक्षा मंत्रालय का आधिकारिक बयान

रक्षा मंत्रालय के एक प्रवक्ता ने इस कार्रवाई की पुष्टि करते हुए बताया कि भारतीय बलों ने उन आतंकवादी ढांचों को निशाना बनाया है, जहां से भारत के खिलाफ आतंकवादी हमलों की योजना बनाई जाती थी और उन्हें निर्देशित किया जाता था। मंत्रालय ने स्पष्ट किया कि कुल मिलाकर नौ अलग-अलग ठिकानों को निशाना बनाया गया है और यह कार्रवाई केंद्रित, पहले से तय और गैर-उग्र प्रकृति की थी। मंत्रालय ने यह भी जोर दिया कि इस ऑपरेशन में किसी भी पाकिस्तानी सैन्य सुविधा को जानबूझकर निशाना नहीं बनाया गया है।

पहलगाम हमले का बदला

रक्षा मंत्रालय ने कहा कि भारत ने टारगेट के चयन और हमले के तरीके में अत्यधिक संयम दिखाया है। यह कदम हाल ही में जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए बर्बर आतंकवादी हमले के मद्देनजर उठाया गया है, जिसमें 25 निर्दोष भारतीयों और एक नेपाली नागरिक की जान चली गई थी। मंत्रालय ने अपनी प्रतिबद्धता दोहराते हुए कहा कि भारत इस हमले के लिए जिम्मेदार लोगों को हर हाल में जवाबदेह ठहराएगा और ‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर जल्द ही विस्तृत जानकारी साझा की जाएगी।

बालाकोट के बाद फिर पाकिस्तान में कार्रवाई

यह कार्रवाई छह साल पहले पाकिस्तान के बालाकोट में भारतीय वायुसेना द्वारा की गई सर्जिकल स्ट्राइक की याद दिलाती है। 14 फरवरी, 2019 को पुलवामा में हुए आतंकी हमले में सीआरपीएफ के 40 जवानों की शहादत के बाद पूरे देश में आक्रोश था। भारत ने 12 दिन के भीतर ही पाकिस्तान की सीमा में घुसकर बालाकोट में आतंकी ठिकानों को ध्वस्त कर दिया था।

पाकिस्तान के मगरमच्छ के आंसू

भारत के इस जवाबी हमले के बाद पाकिस्तान की ओर से प्रतिक्रिया भी आई है। पाकिस्तान के डॉन न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, इंटर-सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस (आईएसपीआर) के महानिदेशक लेफ्टिनेंट जनरल अहमद शरीफ चौधरी ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए स्वीकार किया कि भारत ने कोटली, बहावलपुर और मुजफ्फराबाद में मिसाइल हमले किए हैं। उन्होंने इसे ‘कायरतापूर्ण हमला’ बताया और दावा किया कि इन हमलों में आठ पाकिस्तानी मारे गए हैं, 35 घायल हुए हैं और दो लापता हैं। उन्होंने यह भी कहा कि भारत की ओर से छह इलाकों में विभिन्न हथियारों से कुल 24 ठिकानों को निशाना बनाया गया।


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