चंडीगढ़ में चला बुलडोजर! जनता कॉलोनी में 2000 झुग्गियां जमींदोज


के कुमार आहूजा कान्ता आहूजा  2025-05-08 03:38:42



चंडीगढ़ में चला बुलडोजर! जनता कॉलोनी में 2000 झुग्गियां जमींदोज

चंडीगढ़: चंडीगढ़ प्रशासन ने आज सेक्टर 25 स्थित जनता कॉलोनी में एक बड़ा अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाया। इस कार्रवाई के तहत सरकारी भूमि पर बनी लगभग 2,000 अनधिकृत झुग्गी-झोपड़ियों को ध्वस्त कर दिया गया। यह तोड़फोड़ चंडीगढ़ को स्लम-मुक्त बनाने की पहल का एक हिस्सा है। प्रशासन ने पहले ही निवासियों को बेदखली के नोटिस जारी कर दिए थे, लेकिन आज जब भारी सुरक्षा बल की मौजूदगी में जेसीबी मशीनों ने इलाके को खाली करना शुरू किया तो निवासियों में गहरा दुख और निराशा देखने को मिली।

अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई

चंडीगढ़ प्रशासन लंबे समय से शहर में अनधिकृत निर्माणों और झुग्गी-झोपड़ियों को हटाने की योजना पर काम कर रहा है। इसी क्रम में आज सेक्टर 25 की जनता कॉलोनी को निशाना बनाया गया। प्रशासन का कहना है कि यह भूमि सरकारी है और इस पर अवैध रूप से कब्जा किया गया था। स्लम-मुक्त शहर बनाने के लक्ष्य के तहत यह कार्रवाई आवश्यक थी।

निवासियों में दिखा दुख और गुस्सा

हालांकि प्रशासन ने पहले ही निवासियों को eviction नोटिस दे दिए थे, लेकिन जब उनके आशियाने को जेसीबी मशीनों से पल भर में ध्वस्त कर दिया गया तो उनकी पीड़ा साफ झलक रही थी। कई निवासियों की आंखों में आंसू थे और वे अपने सामान को बचाने की कोशिश करते दिखे। उनका कहना था कि उनके पास रहने के लिए कोई और जगह नहीं है और इस कार्रवाई से वे बेघर हो गए हैं। उन्होंने प्रशासन से पुनर्वास की मांग की है।

सुरक्षा के कड़े इंतजाम

तोड़फोड़ की कार्रवाई के दौरान इलाके में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए थे। बड़ी संख्या में पुलिस बल को तैनात किया गया था ताकि किसी भी अप्रिय घटना को टाला जा सके। प्रशासन यह सुनिश्चित करना चाहता था कि कार्रवाई शांतिपूर्वक संपन्न हो और कोई भी व्यक्ति कानून व्यवस्था को भंग न करे।

आगे की राह मुश्किल

जनता कॉलोनी में हुई इस तोड़फोड़ की कार्रवाई से हजारों लोग बेघर हो गए हैं। उनके सामने अब रहने और खाने-पीने की गंभीर समस्या खड़ी हो गई है। प्रशासन की ओर से तत्काल पुनर्वास की कोई ठोस योजना सामने नहीं आई है, जिससे निवासियों में और भी ज्यादा चिंता का माहौल है। अब यह देखना होगा कि प्रशासन इन बेघर हुए लोगों के लिए क्या कदम उठाता है और उन्हें कब तक राहत मिलती है।


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