25 मई को खुलेंगे कपाट! 14,500 फीट ऊंचाई पर 6 किमी पैदल मार्ग, हेमकुंड साहिब यात्रा के लिए बन रहा है रास्ता
के कुमार आहूजा कान्ता आहूजा 2025-05-07 20:00:19

चमोली: उत्तराखंड के चमोली जिले में स्थित प्रसिद्ध तीर्थस्थल हेमकुंड साहिब की आगामी यात्रा को सुगम बनाने के लिए भारतीय सेना युद्धस्तर पर कार्य कर रही है। 14,500 फीट की ऊंचाई पर स्थित गोविंद धाम से हेमकुंड साहिब तक लगभग 6 किलोमीटर लंबा पैदल मार्ग बनाने के लिए सेना के जवान लगातार बर्फ और हिमखंडों को हटा रहे हैं। हेमकुंड साहिब मैनेजमेंट ट्रस्ट 25 मई को मंदिर के कपाट खुलने की तैयारियों में जुटा हुआ है, और इस पैदल मार्ग का निर्माण यात्रा के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है।
दुर्गम रास्ते को सुगम बनाने का प्रयास
हेमकुंड साहिब एक दुर्गम पहाड़ी क्षेत्र में स्थित है, जहां सर्दियों में भारी बर्फबारी होती है। बर्फ पिघलने के बाद भी रास्ते में बड़े-बड़े हिमखंड और बर्फ की मोटी परतें जमा रहती हैं, जिससे श्रद्धालुओं के लिए यात्रा करना अत्यंत कठिन हो जाता है। इसी को ध्यान में रखते हुए भारतीय सेना ने इस चुनौतीपूर्ण कार्य को अपने हाथ में लिया है। सेना के जवान विशेष उपकरणों और तकनीकों का उपयोग करके बर्फ को हटा रहे हैं और पैदल चलने लायक सुरक्षित रास्ता तैयार कर रहे हैं।
मैनेजमेंट ट्रस्ट की तैयारियां जोरों पर
हेमकुंड साहिब मैनेजमेंट ट्रस्ट भी मंदिर के कपाट खुलने की तैयारियों में कोई कसर नहीं छोड़ रहा है। ट्रस्ट श्रद्धालुओं के ठहरने, भोजन और अन्य आवश्यक सुविधाओं की व्यवस्था में जुटा हुआ है। ट्रस्ट के अधिकारी लगातार स्थानीय प्रशासन और सेना के साथ समन्वय बनाए हुए हैं ताकि यात्रा को सुरक्षित और सुगम बनाया जा सके। 25 मई को कपाट खुलने के बाद बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के हेमकुंड साहिब पहुंचने की उम्मीद है।
सेना का महत्वपूर्ण योगदान
भारतीय सेना हमेशा से ही देश के दुर्गम क्षेत्रों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती रही है। हेमकुंड साहिब के रास्ते को साफ करने का यह कार्य भी सेना के समर्पण और कर्तव्यनिष्ठा का एक और उदाहरण है। सेना के जवान प्रतिकूल मौसम और कठिन परिस्थितियों में भी लगातार काम कर रहे हैं ताकि श्रद्धालुओं को बिना किसी परेशानी के पवित्र गुरुद्वारे तक पहुंचने में मदद मिल सके।
श्रद्धालुओं में उत्साह
हेमकुंड साहिब के कपाट खुलने की खबर से श्रद्धालुओं में भारी उत्साह है। हर साल बड़ी संख्या में सिख श्रद्धालु इस पवित्र स्थान की यात्रा करते हैं। इस बार सेना द्वारा किए जा रहे रास्ते के निर्माण कार्य से यात्रा और भी आसान हो जाएगी, जिससे अधिक संख्या में श्रद्धालुओं के पहुंचने की उम्मीद है। 25 मई का सभी को बेसब्री से इंतजार है जब हेमकुंड साहिब के पवित्र कपाट एक बार फिर खुलेंगे।