सुकमा में खूनी साजिश! घर से अगवा कर उपसरपंच को उतारा मौत के घाट
के कुमार आहूजा कान्ता आहूजा 2025-05-07 18:49:50

सुकमा: छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित सुकमा जिले में नक्सलियों ने एक और कायराना हरकत को अंजाम देते हुए तारलागुड़ा ग्राम पंचायत के उपसरपंच मुचाकी रामा की निर्मम हत्या कर दी। नक्सलियों ने उन्हें उनके घर से उस वक्त अगवा किया जब वे ग्रामीण वेशभूषा में थे और बाद में रस्सी से गला घोंटकर उनकी जान ले ली। इस सनसनीखेज वारदात के बाद पूरे इलाके में दहशत का माहौल है और पुलिस मामले की गहन जांच में जुट गई है।
घर से अगवा कर किया कत्ल
जानकारी के अनुसार, हथियारबंद नक्सलियों का एक समूह तारलागुड़ा गांव पहुंचा और मुचाकी रामा के घर में जबरन घुस गया। उस समय रामा अपने घर पर ही थे और सामान्य ग्रामीण कपड़े पहने हुए थे। नक्सलियों ने उन्हें बलपूर्वक अगवा कर लिया और गांव से दूर ले जाकर उनकी हत्या कर दी। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, रामा का शव गांव के बाहरी इलाके में मिला, जिसके गले पर रस्सी के निशान थे, जिससे यह स्पष्ट होता है कि उनकी गला घोंटकर हत्या की गई है।
इलाके में दहशत का माहौल
उपसरपंच की इस क्रूर हत्या से तारलागुड़ा और आसपास के गांवों में डर का माहौल व्याप्त हो गया है। नक्सलियों द्वारा जनप्रतिनिधियों को निशाना बनाने की यह कोई पहली घटना नहीं है, जिससे ग्रामीणों में असुरक्षा की भावना और भी बढ़ गई है। लोग अब अपने चुने हुए प्रतिनिधियों की सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं।
पुलिस ने शुरू की जांच
घटना की सूचना मिलते ही पुलिस की टीम तुरंत तारलागुड़ा गांव पहुंची और घटनास्थल का मुआयना किया। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और मामले की जांच शुरू कर दी है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि वे इस जघन्य अपराध में शामिल नक्सलियों की पहचान करने और उन्हें पकड़ने के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं। इसके लिए आसपास के इलाकों में तलाशी अभियान भी चलाया जा रहा है।
नक्सली हिंसा का बढ़ता खतरा
सुकमा जिले में नक्सलियों द्वारा उपसरपंच की हत्या की इस घटना ने क्षेत्र में नक्सली हिंसा के बढ़ते खतरे की ओर एक बार फिर ध्यान आकर्षित किया है। सरकार और सुरक्षा एजेंसियां नक्सलियों के खिलाफ लगातार कार्रवाई कर रही हैं, लेकिन इसके बावजूद इस तरह की घटनाएं चिंता का विषय बनी हुई हैं। स्थानीय लोगों को सुरक्षा मुहैया कराना और विकास कार्यों को सुचारू रूप से चलाना प्रशासन के लिए एक बड़ी चुनौती है।