कैंपटी फॉल बना सैलाब! मूसलाधार बारिश ने मचाया कोहराम, दुकानें डूबी, पर्यटक सहमे
के कुमार आहूजा कान्ता आहूजा 2025-05-06 17:11:05

उत्तराखंड में रविवार को मौसम का एक अप्रत्याशित और विनाशकारी रूप देखने को मिला। प्रदेश के कई हिस्सों में भारी बारिश हुई, लेकिन देहरादून जिले में स्थिति विशेष रूप से गंभीर रही। मसूरी और आसपास के इलाकों में मूसलाधार बारिश के कारण जनजीवन पूरी तरह से अस्त-व्यस्त हो गया। कैंपटी फॉल के झरने ने अचानक रौद्र रूप धारण कर लिया, जिससे क्षेत्र में अफरा-तफरी मच गई। वहीं, देहरादून के मालदेवता में बारिश के कारण नदी का जलस्तर खतरनाक स्तर तक बढ़ गया।
कैंपटी फॉल का विकराल रूप, लोगों में दहशत
कैंपटी फॉल में अचानक जलस्तर में भारी वृद्धि हुई, जिसके साथ बड़ी मात्रा में मलबा भी बहकर आया। झरने का पानी, जो सामान्यतः सफेद धारा के रूप में बहता है, मटमैला हो गया। इतना ही नहीं, मुख्य मार्ग से बहकर आया पानी आसपास की दुकानों में भी घुस गया, जिससे दुकानदारों को भारी नुकसान हुआ। दुकानों में रखा सामान पानी में डूब गया। कैंपटी फॉल के इस डरावने नजारे को देखकर वहां मौजूद पर्यटक भयभीत हो गए।
पुलिस ने उठाए सुरक्षा कदम
कैंपटी पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए भारी बारिश और खतरे को देखते हुए लोगों को कैंपटी फॉल में जाने से रोक दिया। पानी के तेज बहाव के कारण कैंपटी फॉल के आसपास स्थित दुकानों में भी पानी घुस गया, जिससे दुकानदारों को काफी नुकसान हुआ। हालांकि, राहत की बात यह रही कि इस घटना में किसी भी प्रकार की जनहानि नहीं हुई। मलबा और पत्थर झरने से बहकर कैंपटी झील में जमा हो गए, जिससे झील का जलस्तर भी बढ़ गया।
स्थिति सामान्य होने में लगे दो घंटे
कैंपटी पुलिस इंचार्ज ने बताया कि भारी बारिश के कारण झरने का जलस्तर अचानक बढ़ गया था, लेकिन पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए पहले ही कैंपटी फॉल में लोगों की आवाजाही पर रोक लगा दी थी। उन्होंने बताया कि लगभग दो घंटे के भीतर कैंपटी फॉल का जलस्तर सामान्य हो गया, जिसके बाद स्थिति धीरे-धीरे सामान्य हो गई।
जंगल में मलबा डालने से बनी स्थिति
पुलिस का कहना है कि कई लोग सड़क किनारे जंगल में अवैध रूप से मलबा डालते हैं, जो भारी बारिश के कारण बहकर मुख्य सड़क और कैंपटी फॉल में आ जाता है। पुलिस ने इस मामले में जांच करने की बात कही है और कहा है कि अनाधिकृत रूप से जंगल में मलबा डालने वालों को चिन्हित कर उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।