आपदा के बाद पहली बार केदारनाथ में गंगा आरती! भक्तों में खुशी की लहर, ड्रीम प्रोजेक्ट ने बदली धाम की तस्वीर


के कुमार आहूजा कान्ता आहूजा  2025-05-06 12:03:54



 

उत्तराखंड स्थित केदारनाथ धाम, जो 2 मई को श्रद्धालुओं के लिए अपने कपाट खोल चुका है, इन दिनों भक्तों की भारी भीड़ से गुलजार है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के महत्वाकांक्षी ड्रीम प्रोजेक्ट के तहत केदारनाथ में चल रहे पुनर्निर्माण कार्यों ने न केवल धाम की सुंदरता को बढ़ाया है, बल्कि श्रद्धालुओं, स्थानीय व्यापारियों और तीर्थ पुरोहितों को भी महत्वपूर्ण लाभ पहुंचाया है। संगम घाट का निर्माण, सरस्वती नदी पर नव-निर्मित आकर्षक पुल, तीर्थ पुरोहितों के लिए मंदाकिनी नदी के किनारे दुकानें और अराइवल प्लाजा जैसी सुविधाओं ने केदारपुरी को एक नया रूप दिया है। इसके अतिरिक्त, आपदा के बाद पहली बार केदारनाथ में गंगा आरती का शुभारंभ हुआ है, जिससे भक्तों में अपार उत्साह है।

पुनर्निर्माण कार्यों से केदारपुरी का कायाकल्प

वर्ष 2013 की विनाशकारी केदारनाथ आपदा के बाद से ही धाम में पुनर्निर्माण कार्य जारी हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट के तहत हो रहे इन विकास कार्यों ने केदारपुरी की सुंदरता में चार चांद लगा दिए हैं, साथ ही तीर्थयात्रियों के लिए विभिन्न प्रकार की आधुनिक सुविधाएं भी उपलब्ध कराई जा रही हैं। पहले जहां श्रद्धालुओं के स्नान के लिए कोई व्यवस्थित स्थान नहीं था, वहीं अब सरस्वती और मंदाकिनी नदी के संगम पर भव्य संगम घाट का निर्माण किया गया है। देश-विदेश से आने वाले तीर्थयात्री अब इस संगम घाट पर पवित्र स्नान करने के बाद बाबा केदार के दर्शनों के लिए प्रस्थान कर रहे हैं, और संगम के पवित्र जल को अपने साथ घर भी ले जा रहे हैं।

आकर्षक सौंदर्यीकरण, सुगम यात्रा

संगम घाट का निर्माण लगभग 15 करोड़ रुपये की लागत से किया गया है। इसके अतिरिक्त, सरस्वती नदी पर एक नए और आकर्षक डिजाइन का पुल बनाया गया है। 12 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित यह पुल न केवल तीर्थयात्रियों को नदी पार करने में सुविधा प्रदान करता है, बल्कि अपनी सुंदरता से उन्हें आकर्षित भी करता है। वर्तमान में, धाम में तीर्थ पुरोहितों के भवनों का निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है। 64 भवनों में से 15 बनकर तैयार हो चुके हैं, जबकि पांच अन्य अंतिम चरण में हैं। इसके अलावा, कमान सेंटर और अस्पताल का निर्माण कार्य भी पूरा हो चुका है। अस्पताल में चिकित्सकों के रहने के लिए उचित व्यवस्था की जा रही है, और गरुड़चट्टी को जोड़ने वाले पुल का सौंदर्यीकरण करके उसे सुरक्षित बनाया गया है।

अधिकारियों की निरंतर निगरानी

जिलाधिकारी डॉ. सौरभ गहरवार स्वयं हर दिन पुनर्निर्माण कार्यों की प्रगति की गहन निगरानी कर रहे हैं। उनका मुख्य उद्देश्य धाम में आने वाले श्रद्धालुओं को अधिक से अधिक सुविधाएं उपलब्ध कराना है, जिसके लिए पुनर्निर्माण कार्य तीव्र गति से किए जा रहे हैं। लोनिवि गुप्तकाशी के अधिशासी अभियंता विनय झिंक्वाण ने बताया कि संगम घाट के निर्माण से तीर्थयात्रियों ने अत्यधिक प्रसन्नता व्यक्त की है, और अराइवल प्लाजा धाम के आकर्षण को और बढ़ा रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि इस वर्ष धाम में कई और महत्वपूर्ण कार्य पूरे हो जाएंगे, जिससे देश-विदेश के तीर्थयात्रियों को और भी बेहतर सुविधाएं मिल सकेंगी।

अराइवल प्लाजा: थकान मिटाने और सेल्फी का केंद्र

प्रधानमंत्री के ड्रीम प्रोजेक्ट के तहत मंदाकिनी नदी की ओर 11 भवनों का निर्माण कार्य लगभग 95 प्रतिशत पूरा हो चुका है। ये तीन मंजिला भवन बन रहे हैं, जिनके निचले तल में दुकानें बनाई गई हैं, जिससे स्थानीय लोगों के लिए रोजगार के अवसर भी सृजित होंगे। धाम में बना अराइवल प्लाजा तीर्थयात्रियों के लिए एक आरामदायक विश्राम स्थल साबित हो रहा है। यहां श्रद्धालु कुछ देर बैठकर अपनी यात्रा की थकान मिटा रहे हैं, और खूबसूरत नजारों के साथ सेल्फी का आनंद भी ले रहे हैं। इसके अतिरिक्त, धाम में सरस्वती और मंदाकिनी नदी की ओर शौचालयों का निर्माण कार्य भी प्रगति पर है। मास्टर प्लान के तहत सीवर ट्रीटमेंट प्लांट का कार्य जून माह तक पूरा होने की उम्मीद है।

केदारनाथ में गंगा आरती का ऐतिहासिक शुभारंभ

केदारनाथ धाम में बीते दिन से एक और महत्वपूर्ण और आध्यात्मिक गतिविधि शुरू हुई है - गंगा आरती। जिला प्रशासन के सहयोग से तीर्थ पुरोहितों ने इस भव्य गंगा आरती का आयोजन किया। केदारसभा के अध्यक्ष राजकुमार तिवारी ने इस अवसर पर अपनी प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि गंगा आरती का आयोजन होने से तीर्थयात्रियों में खुशी की लहर है। उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि केदारनाथ आपदा के बाद यह पहला अवसर है जब धाम में गंगा आरती का शुभारंभ हुआ है।


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