112 साल की विरासत, नई तकनीक की उड़ान! रामोजी के स्टॉल पर उमड़ा फिल्म जगत


के कुमार आहूजा कान्ता आहूजा  2025-05-05 21:15:22



 

भारतीय सिनेमा ने अपनी पहली स्वदेशी फिल्म की रिलीज के 112 गौरवशाली वर्ष पूरे कर लिए हैं। इस ऐतिहासिक उपलब्धि के स्मरणोत्सव के रूप में, भारत सरकार द्वारा मुंबई के बीकेसी में वेव्स 2025 शिखर सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है। इस शिखर सम्मेलन का मुख्य उद्देश्य भारतीय फिल्म उद्योग को नवीनतम तकनीकों और नए विचारों को अपनाने के लिए प्रोत्साहित करना है, जिससे यह वैश्विक स्तर पर और अधिक प्रतिस्पर्धी बन सके।

रामोजी का इंटरैक्टिव स्टॉल बना आकर्षण का केंद्र

वेव्स 2025 शिखर सम्मेलन में कई आकर्षक प्रदर्शनियों में से एक रामोजी समूह का इंटरैक्टिव स्टॉल रहा, जो विशेष रूप से स्कूली बच्चों, युवा फिल्म निर्माताओं और फिल्म उद्योग के अनुभवी पेशेवरों के लिए एक प्रमुख आकर्षण बन गया है। स्टॉल पर प्रदर्शित आधुनिक फिल्म निर्माण तकनीकों और इंटरैक्टिव सेटअप ने आगंतुकों को गहराई से प्रभावित किया है।

रवि जाधव और उनकी टीम ने लिया जायजा

प्रसिद्ध मराठी फिल्म निर्देशक रवि जाधव ने आज अपनी पूरी टीम के साथ रामोजी समूह के स्टॉल का दौरा किया। उन्होंने समूह द्वारा स्थापित ग्रीन स्क्रीन सेटअप का बारीकी से निरीक्षण किया और फिल्म निर्माण की प्रक्रिया में हो रही नवीनतम तकनीकी प्रगति को समझने के लिए तकनीकी विशेषज्ञों के साथ विस्तृत बातचीत की।

तकनीकी जिज्ञासाओं का समाधान

रामोजी समूह के स्टॉल पर मौजूद विशेषज्ञों ने आगंतुकों की विभिन्न तकनीकी जिज्ञासाओं का विस्तार से समाधान किया। "किस तरह की तकनीक का इस्तेमाल किया जा रहा है? कौन सी मशीनें शामिल हैं? उनका संचालन कैसे किया जाता है? लागत क्या है?" जैसे कई सवालों के जवाब विशेषज्ञों द्वारा सहजता और विस्तृत जानकारी के साथ दिए गए, जिससे आगंतुकों को आधुनिक फिल्म निर्माण की बारीकियों को समझने में मदद मिली।

रवि जाधव ने सराही तकनीकी प्रगति

रामोजी फिल्म सिटी में कई सफल फिल्मों की शूटिंग कर चुके निर्देशक रवि जाधव ने स्टॉल पर प्रदर्शित तकनीकी नवाचारों की प्रशंसा की। उन्होंने फिल्म उद्योग में निरंतर विकास की आवश्यकता पर जोर दिया और कहा कि फिल्मों को हमेशा यथार्थवादी बनाने का प्रयास किया जाना चाहिए।

वीएफएक्स और एआई को बताया भविष्य

रवि जाधव ने डिजिटल तकनीक के शुरुआती दिनों को याद करते हुए कहा कि जब उन्होंने फिल्म निर्माण शुरू किया था, तब यह तकनीक नई थी और कई लोगों को इस पर संदेह था। हालांकि, आज अधिकांश फिल्में डिजिटल रूप से रिलीज होती हैं, खासकर ओटीटी प्लेटफॉर्म पर। उन्होंने वीएफएक्स (विजुअल इफेक्ट्स) और एआई (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) को फिल्म उद्योग का भविष्य बताते हुए कहा कि भले ही हम इसके तात्कालिक फायदे और नुकसान को पूरी तरह से न समझ पाएं, लेकिन समय के साथ इसकी महत्ता स्पष्ट हो जाएगी। उन्होंने रामोजी के स्टॉल के दौरे को बेहद ज्ञानवर्धक बताया।


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