( शाबाश पंजाब पुलिस जय हिंद) देशद्रोह का खुलासा! पाक के लिए जासूसी करते दो भारतीय गिरफ्तार, पंजाब पुलिस ने किया बड़ा भंडाफोड़
के कुमार आहूजा कान्ता आहूजा 2025-05-05 20:47:19

पंजाब पुलिस ने एक महत्वपूर्ण कार्रवाई करते हुए अमृतसर से दो ऐसे भारतीयों को गिरफ्तार किया है, जिन पर पड़ोसी देश पाकिस्तान के लिए जासूसी करने का गंभीर संदेह है। गिरफ्तार किए गए व्यक्तियों की पहचान पलक शेर मसीह और सूरज मसीह के रूप में की गई है। इन पर आरोप है कि ये दोनों अमृतसर में स्थित महत्वपूर्ण सैन्य छावनी क्षेत्रों और भारतीय वायुसेना के ठिकानों से जुड़ी संवेदनशील जानकारी और तस्वीरें पाकिस्तान को अवैध रूप से भेज रहे थे।
खुफिया नेटवर्क का पर्दाफाश
अमृतसर ग्रामीण पुलिस द्वारा की गई इस सतर्क कार्रवाई में यह सनसनीखेज खुलासा हुआ है कि इन कथित जासूसों ने हरप्रीत सिंह उर्फ पिट्टू उर्फ हैप्पी नामक एक व्यक्ति के माध्यम से पाकिस्तान की खुफिया एजेंसियों के साथ संपर्क स्थापित किया था। चौंकाने वाली बात यह है कि हरप्रीत सिंह वर्तमान में अमृतसर सेंट्रल जेल में बंद है, जिससे जेल के अंदर भी संदिग्ध गतिविधियों की आशंका गहरा गई है। पुलिस ने दोनों आरोपियों के खिलाफ देश की सुरक्षा से जुड़े अत्यंत गंभीर कानून, सरकारी गोपनीयता अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया है। पुलिस सूत्रों के अनुसार, प्रारंभिक जांच में कई महत्वपूर्ण और संवेदनशील सुराग मिले हैं, और जैसे-जैसे यह गहन जांच आगे बढ़ेगी, और भी बड़े और चौंकाने वाले खुलासे होने की संभावना है।
डीजीपी का सख्त बयान
पंजाब के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) गौरव यादव ने इस गिरफ्तारी की पुष्टि करते हुए एक सख्त बयान जारी किया है। उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा, "ये दोनों व्यक्ति अमृतसर में आर्मी कैंट और एयरफोर्स बेस से जुड़ी अत्यंत संवेदनशील जानकारी पाकिस्तान को भेज रहे थे। इस गंभीर मामले में ऑफिशियल सीक्रेट एक्ट के तहत केस दर्ज किया गया है। अमृतसर ग्रामीण पुलिस जल्द ही इस संबंध में और विस्तृत जानकारी साझा करेगी।" डीजीपी का यह बयान मामले की गंभीरता और पंजाब पुलिस की दृढ़ कार्रवाई को दर्शाता है।
अमृतसर ग्रामीण एसएसपी मनिंदर सिंह का बयान
अमृतसर (ग्रामीण) के एसएसपी मनिंदर सिंह ने प्रेस वार्ता में जानकारी देते हुए कहा, "पंजाब के सीएम भगवंत मान और डीजीपी गौरव यादव ने निर्देश जारी किए हैं कि हमें जिस भी देश विरोधी तत्व के बारे में जानकारी मिलती है, उसे तुरंत गिरफ्तार कर जेल में डाला जाए। ऐसी ही एक सूचना पलक शेर मसीह और सूरज मसीह के बारे में मिली थी, जो पाकिस्तान खुफिया एजेंसियों के संपर्क में थे और उन्हें संवेदनशील प्रतिष्ठानों की जानकारी लीक कर रहे थे। हमने उन दोनों को गिरफ्तार कर लिया है और उनसे काफी डेटा बरामद किया है... उनका एक और साथी हरप्रीत था, जिसने उन्हें आईएसआई के संपर्क में लाया था और हम उसे प्रोडक्शन वारंट पर अमृतसर जेल से लाएंगे। उसके खिलाफ पहले से ही एनडीपीएस का एक मामला दर्ज है... हमने आधिकारिक गोपनीयता अधिनियम और सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम के तहत एफआईआर नंबर 92 दर्ज की है और हम मामले की गहनता से जांच कर रहे हैं... शुरुआती जांच के मुताबिक, उन्हें छोटी जांच के लिए 5000 रुपये और आंदोलन या कुछ और के बारे में अधिक संवेदनशील जानकारी के लिए 10,000 रुपये मिलते थे... हमने काफी हथियार और आरडीएक्स बरामद किया है... पहले, वे सीमा से हेरोइन की खेप उठाते थे और अब उनसे ऐसी जानकारी मांगी जा रही थी। जब हमें यह सूचना मिली, तो पंजाब पुलिस ने तुरंत कार्रवाई की और उन्हें गिरफ्तार कर लिया... वे संवेदनशील सैन्य प्रतिष्ठानों और गतिविधियों के बारे में पीआईओ को जानकारी दे रहे थे और दुश्मन की योजना को मजबूत करने में मदद कर रहे थे, लेकिन हमने उन्हें पकड़ लिया है और उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई कर रहे हैं..."
राष्ट्रीय सुरक्षा सर्वोपरि
पंजाब पुलिस ने इस संवेदनशील मामले पर एक आधिकारिक बयान जारी करते हुए राष्ट्रीय सुरक्षा के प्रति अपनी अटूट प्रतिबद्धता को दोहराया है। पुलिस ने स्पष्ट रूप से कहा कि वह "भारतीय सेना और अन्य सशस्त्र बलों के साथ मजबूती से खड़ी है और राष्ट्रीय हितों की रक्षा के अपने कर्तव्य के प्रति पूरी तरह प्रतिबद्ध है। किसी भी व्यक्ति या संगठन द्वारा देश की सुरक्षा से किसी भी प्रकार की छेड़छाड़ करने की किसी भी कोशिश को बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं किया जाएगा, और ऐसे राष्ट्रविरोधी तत्वों के खिलाफ कानून के तहत सख्ततम कार्रवाई की जाएगी।" यह बयान पंजाब पुलिस के दृढ़ संकल्प और राष्ट्रीय सुरक्षा को सर्वोपरि मानने की नीति को दर्शाता है।