पहलगाम हमले का बड़ा असर! भारत ने पाकिस्तानी विमानों के लिए नो-फ्लाई ज़ोन किया घोषित!


के कुमार आहूजा कान्ता आहूजा  2025-05-04 19:04:02



 

पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के मद्देनज़र, भारत ने बुधवार को एक बड़ा कदम उठाते हुए पाकिस्तानी एयरलाइनों के लिए अपने हवाई क्षेत्र का उपयोग प्रतिबंधित कर दिया है। आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, इस संबंध में NOTAM (नोटिस टू एयरमैन) जारी कर दिया गया है, जो तत्काल प्रभाव से लागू हो गया है।

भारत का कड़ा फैसला

यह घटनाक्रम पाकिस्तान द्वारा भारतीय एयरलाइनों को अपने हवाई क्षेत्र का उपयोग करने से रोकने के ठीक एक सप्ताह बाद सामने आया है। भारत ने इस कार्रवाई के जवाब में और सुरक्षा कारणों का हवाला देते हुए यह महत्वपूर्ण निर्णय लिया है। जारी किए गए नोटम के अनुसार, 30 अप्रैल 2025 से लेकर 23 मई 2025 तक भारत का हवाई क्षेत्र सभी पाकिस्तानी यात्री विमानों और सैन्य विमानों के लिए पूर्णतः बंद रहेगा। अब किसी भी पाकिस्तानी विमान को भारतीय हवाई सीमा में प्रवेश करने की अनुमति नहीं होगी।

NOTAM का महत्व

नोटिस टू एयर मिशन सिस्टम एक महत्वपूर्ण संचार प्रणाली है, जिसका उपयोग विमान के चालक दल को उड़ान संबंधी महत्वपूर्ण सूचनाएं प्रदान करने के लिए किया जाता है। यह एक उच्च स्तरीय गोपनीय तंत्र है, जिसमें सेंध लगाना अत्यंत मुश्किल है। NOTAM के माध्यम से पायलटों को मौसम की स्थिति, ज्वालामुखी विस्फोट, हवाई क्षेत्र में प्रतिबंध, पैराशूट जंप, रॉकेट लॉन्च और सैन्य अभ्यास जैसी संवेदनशील और आवश्यक जानकारियां भेजी जाती हैं। इसका उद्देश्य विमान को सुरक्षित उड़ान सुनिश्चित करना और किसी भी संभावित खतरे से अवगत कराना है। इसके अतिरिक्त, यह प्रणाली हवाई अड्डों की स्थिति, जैसे बर्फबारी, लाइटों में खराबी या हवाई पट्टी पर पक्षियों की उपस्थिति जैसी जानकारी भी पायलटों तक पहुंचाती है।

उच्च स्तरीय बैठकों का दौर

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार शाम को अपने आवास पर एक और उच्च स्तरीय बैठक की। लगभग एक घंटे तक चली इस बैठक में विदेश मंत्री एस. जयशंकर, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल और सेना प्रमुख उपेंद्र द्विवेदी शामिल थे। प्रधानमंत्री आवास पर पिछले दो दिनों में यह दूसरी उच्च स्तरीय बैठक है। कल ही प्रधानमंत्री ने डेढ़ घंटे तक शीर्ष अधिकारियों के साथ गहन चर्चा की थी और आतंकवादियों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए सेनाओं को खुली छूट दे दी थी। इसके अलावा, केंद्र सरकार ने आज राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार बोर्ड का पुनर्गठन किया है और पूर्व रॉ प्रमुख आलोक जोशी को इसका अध्यक्ष नियुक्त किया है।


global news ADglobal news AD