शिरगांव में हाहाकार! लैराई जात्रा में भगदड़, 6 की मौत कई घायल, मची चीख-पुकार


के कुमार आहूजा कान्ता आहूजा  2025-05-04 16:30:24



 

गोवा के शिरगांव में आज एक धार्मिक यात्रा के दौरान दर्दनाक हादसा हो गया। श्री लैराई जात्रा में अचानक मची भगदड़ के कारण करीब छह लोगों की जान चली गई, जबकि लगभग 15 अन्य श्रद्धालु घायल हो गए। हर साल हजारों लोगों की भागीदारी वाली इस पारंपरिक यात्रा में हुई इस दुर्घटना से पूरे क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई है। मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने तत्काल घटनास्थल पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया है।

लैराई जात्रा में मची भगदड़

उत्तरी गोवा के पुलिस अधीक्षक अक्षत कौशल ने घटना की जानकारी देते हुए बताया कि शिरगांव स्थित लैराई देवी मंदिर में भगदड़ मचने से यह दुखद घटना हुई। उन्होंने बताया कि इस हादसे में छह लोगों की मृत्यु हो गई है और 15 से अधिक लोग घायल हुए हैं। घायल हुए श्रद्धालुओं को तुरंत पास के अस्पतालों में भर्ती कराया गया है, जहां उनका इलाज चल रहा है।

सीएम सावंत ने लिया जायजा

घटना की जानकारी मिलते ही गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत तुरंत शिरगांव पहुंचे। उन्होंने घटनास्थल का दौरा किया और हादसे में घायल हुए लोगों का हालचाल जाना। उन्होंने पीड़ितों को हर संभव सहायता प्रदान करने का आश्वासन दिया है और अधिकारियों को राहत कार्यों में तेजी लाने के निर्देश दिए हैं।

कांग्रेस ने जताया दुख

गोवा कांग्रेस ने शिरगांव की श्री लैराई देवी जात्रा में हुई भगदड़ पर गहरा दुख व्यक्त किया है। पार्टी ने अपने आधिकारिक बयान में इस दुखद घटना की निंदा करते हुए कहा कि वे उन परिवारों के प्रति हार्दिक संवेदना व्यक्त करते हैं जिन्होंने अपने प्रियजनों को खो दिया है। साथ ही, उन्होंने सभी घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की है।

जात्रा में उमड़ी थी भारी भीड़

श्री लैराई जात्रा गोवा की एक महत्वपूर्ण धार्मिक यात्रा है, जिसमें हर साल बड़ी संख्या में श्रद्धालु भाग लेते हैं। इस वर्ष भी हजारों की संख्या में लोग मंदिर परिसर में एकत्रित हुए थे। भगदड़ किस वजह से मची, यह अभी स्पष्ट नहीं हो पाया है, लेकिन प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, अचानक भीड़ बढ़ने और अव्यवस्था के कारण यह हादसा हुआ।

प्रशासन की ओर से जांच शुरू

पुलिस और प्रशासन की टीमें घटनास्थल पर मौजूद हैं और भगदड़ के कारणों की जांच कर रही हैं। अधिकारियों का कहना है कि जांच के बाद ही हादसे की असली वजह सामने आ पाएगी और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए उचित कदम उठाए जाएंगे।


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