संदिग्ध गुब्बारे से राजस्थान में हड़कंप: पाकिस्तान लिखे गुब्बारे ने खींचा ध्यान
के कुमार आहूजा कान्ता आहूजा 2024-11-22 10:49:08
राजस्थान के भरतपुर जिले के डीग क्षेत्र में एक विमान-आकृति के गुब्बारे पर 'पाकिस्तान' और उर्दू शब्द लिखे पाए गए। यह घटना गुरुवार सुबह सामने आई, जिसने सुरक्षा एजेंसियों और स्थानीय पुलिस को सतर्क कर दिया। यह घटना हाल ही में इसी क्षेत्र में हुए एक समान मामले के कुछ ही दिनों बाद सामने आई है, जिससे मामला और गंभीर हो गया है।
गुब्बारे पर क्या लिखा था?
डीग के पुलिस अधीक्षक राजेश मीना के अनुसार, गुब्बारा साधारण लगता है, जैसा आमतौर पर सड़कों के किनारे बेचा जाता है, लेकिन इस पर 'पाकिस्तान', 'SGA' और अन्य उर्दू में शब्द लिखे हुए हैं। इसकी जांच और विश्लेषण के लिए इसे ज़िला विशेष शाखा (DSB) को सौंपा गया है।
पहले भी हो चुकी हैं ऐसी घटनाएं
इससे पहले, 19 नवंबर को इसी इलाके में 'पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस' (PIA) लिखा हुआ गुब्बारा मिला था। इस प्रकार के गुब्बारे अक्सर भारत-पाकिस्तान सीमा के आसपास देखे जाते हैं, जहां सुरक्षा एजेंसियां सतर्क रहती हैं। यह भी बताया गया है कि इस तरह के मामले कई बार शरारतपूर्ण भी हो सकते हैं।
जांच में क्या पता चला?
प्रारंभिक जांच में अधिकारियों का कहना है कि यह किसी स्थानीय व्यक्ति की हरकत हो सकती है, लेकिन घटना की गंभीरता को देखते हुए व्यापक जांच की जा रही है। सुरक्षा एजेंसियां यह सुनिश्चित करने में लगी हैं कि गुब्बारे का स्रोत क्या है और इसे भेजने वाला कौन है। हालांकि गुब्बारे में कोई संदिग्ध सामग्री नहीं पाई गई, लेकिन इसकी वजह से स्थानीय निवासियों में चिंता का माहौल है।
डीग क्षेत्र में सतर्कता बढ़ाई गई
पुलिस और सीआईडी ने डीग के निवासियों से अपील की है कि यदि वे अपने क्षेत्र में कोई भी संदिग्ध वस्तु देखें, तो तुरंत पुलिस को सूचित करें। इस मामले में सुरक्षा और सतर्कता बढ़ाने के लिए प्रशासन अतिरिक्त कदम उठा रहा है।
अन्य मामलों से तुलना
यह पहली बार नहीं है जब इस तरह की घटना ने लोगों का ध्यान खींचा है। पिछले साल बीकानेर और जैसलमेर जिलों में भी सीमा के पास ऐसे गुब्बारे पाए गए थे। विशेषज्ञों का मानना है कि इस तरह की घटनाएं अक्सर शरारत या अप्रत्यक्ष संदेश का हिस्सा हो सकती हैं।
डीग की इस घटना ने सुरक्षा एजेंसियों को एक बार फिर चौकन्ना कर दिया है। भले ही प्रारंभिक जांच में यह किसी गंभीर खतरे का संकेत न दे रही हो, लेकिन इस तरह की घटनाएं हमेशा सतर्कता और जागरूकता की जरूरत को रेखांकित करती हैं।