बढ़ते प्रदूषण पर कॉर्पोरेट्स की पहल: वर्क-फ्रॉम-होम की सुविधा और ऑफिस में एयर प्यूरीफायर


के कुमार आहूजा  2024-11-21 18:31:32



 

दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण संकट ने कॉर्पोरेट जगत को भी सतर्क कर दिया है। प्रदूषण से बचाव के लिए कई कंपनियों ने अपने कर्मचारियों को वर्क-फ्रॉम-होम और एयर प्यूरीफायर जैसी सुविधाएं देना शुरू कर दिया है। Coca-Cola, ITC, Infosys, KPMG, Deloitte जैसी प्रमुख कंपनियों ने इसके लिए विशेष कदम उठाए हैं। आइए जानते हैं कैसे कंपनियां अपने कर्मचारियों को इस प्रदूषण से राहत देने का प्रयास कर रही हैं।

दिल्ली में बढ़ता वायु प्रदूषण: एक खतरनाक स्थिति

दिल्ली का वायु प्रदूषण खतरनाक स्तर तक पहुँच गया है, और सोमवार को वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 1000 से अधिक दर्ज किया गया, जो इसे दुनिया के सबसे प्रदूषित शहरों में से एक बनाता है। प्रदूषण के मुख्य कारणों में वाहन उत्सर्जन, औद्योगिक गतिविधियाँ, निर्माण धूल और आस-पास के राज्यों में पराली जलाना शामिल हैं। सर्दियों के मौसम में तापमान में गिरावट और हवा की गति धीमी हो जाने के कारण प्रदूषक कण धरातल के करीब ही जमा हो जाते हैं, जिससे घने स्मॉग की स्थिति बनती है।

दिल्ली सरकार की कड़ी कदम: GRAP के चौथे चरण का लागू होना

दिल्ली सरकार ने वायु प्रदूषण पर काबू पाने के लिए ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (GRAP) के चौथे चरण को लागू किया है। इसमें डीजल वाहनों पर प्रतिबंध, गैर-आवश्यक ट्रकों की आवाजाही पर रोक, निर्माण गतिविधियों पर रोक और वर्क-फ्रॉम-होम को प्रोत्साहन जैसे उपाय शामिल हैं।

कर्मचारियों को लचीलापन देने की नीति

प्रदूषण की इस चरम स्थिति के दौरान Coca-Cola India, ITC, Infosys, KPMG, Deloitte जैसे बड़े कॉर्पोरेट्स ने अपने कर्मचारियों को लचीलापन देने के लिए वर्क-फ्रॉम-होम की नीति अपनाई है। Coca-Cola ने अपने कर्मचारियों को ऑफिस से, रिमोट लोकेशन से या फिर अन्य शहरों के सैटेलाइट ऑफिस से काम करने का विकल्प दिया है। इसी प्रकार, Colgate-Palmolive India ने भी ‘वर्क फ्रॉम एनीवेयर’ नीति अपनाई है, जिससे कर्मचारी कहीं से भी काम कर सकते हैं।

ऑफिस में एयर प्यूरीफायर और हरियाली

प्रदूषण से बचाव के लिए कई कंपनियां अपने कार्यालयों में एयर प्यूरीफायर और हरियाली की व्यवस्था कर रही हैं। Acer India ने अपने दफ्तरों में एयर प्यूरीफायर लगाए हैं और कुछ प्यूरीफायर अपने कर्मचारियों को निजी उपयोग के लिए भी दिए हैं। KPMG और Deloitte ने अपने कार्यालयों में MERV 14 फिल्टर और इनडोर पौधों को लगाया है ताकि वायु की गुणवत्ता में सुधार हो सके। PepsiCo ने भी अपने कार्यस्थलों में हरियाली बढ़ाने पर जोर दिया है।

एयर प्यूरीफायर की बढ़ती मांग

बढ़ते प्रदूषण के चलते एयर प्यूरीफायर की मांग में भारी इजाफा हुआ है। Panasonic और Sharp जैसी कंपनियों ने छोटे शहरों में भी एयर प्यूरीफायर की मांग में तेजी देखी है। Panasonic Life Solutions India ने अपने एयर कंडीशनर में विशेष ‘नैनोई’ तकनीक और PM 0.1 फिल्टर का समावेश किया है, जो गैर-कूलिंग मोड में भी काम करता है। वहीं, Sharp Business ने बताया कि टियर-2 और टियर-3 शहरों में एयर प्यूरीफायर की बिक्री में 50% की वृद्धि हुई है।

आगे का रास्ता: कॉर्पोरेट्स का योगदान

दिल्ली और आसपास के शहरों में बढ़ते प्रदूषण संकट से निपटने के लिए कंपनियों का यह कदम सराहनीय है। हालांकि, विशेषज्ञ मानते हैं कि प्रदूषण नियंत्रण के लिए कॉर्पोरेट्स, सरकार और जनता का सहयोग आवश्यक है। जब तक क्षेत्रीय स्तर पर सख्त नीति नहीं बनाई जाती, तब तक इस संकट से पूरी तरह निजात पाना मुश्किल होगा।


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