क्या यूक्रेन पर रूस के परमाणु हमले का खतरा है? कीव में अमेरिकी दूतावास बंद
के कुमार आहूजा 2024-11-21 07:46:06
यूक्रेन और रूस के बीच युद्ध के दौरान बढ़ते खतरों के कारण, कीव में अमेरिकी दूतावास ने अस्थायी रूप से अपने कार्य बंद कर दिए हैं। अमेरिकी विदेश विभाग के अनुसार, रूस द्वारा संभावित हवाई हमले के संकेतों के चलते यह निर्णय लिया गया। इस स्थिति ने पूरी दुनिया का ध्यान एक बार फिर इस संभावित परमाणु खतरे पर केंद्रित कर दिया है।
अमेरिकी नागरिकों के लिए चेतावनी:
अमेरिकी दूतावास ने कीव स्थित अपने सभी अमेरिकी नागरिकों को सतर्क रहने और तुरंत सुरक्षित स्थान पर शरण लेने की सलाह दी है। दूतावास के बयान में कहा गया है कि खतरे के मद्देनजर सभी जरूरी सुरक्षा उपाय किए जा रहे हैं। यह चेतावनी ऐसे समय में आई है जब हाल ही में यूक्रेन ने पहली बार अमेरिकी ATACMS मिसाइलों का इस्तेमाल रूसी क्षेत्रों पर किया, जिससे मास्को में चिंता बढ़ गई है।
रूस की लंबे समय से दी जा रही परमाणु हमले की चेतावनियाँ:
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने पहले ही संकेत दे दिए थे कि यदि यूक्रेन ने अमेरिकी या नाटो हथियारों से रूसी ठिकानों को निशाना बनाया, तो रूस इसका कड़ा जवाब देगा। इस वर्ष की शुरुआत में, पुतिन ने कहा था कि अगर उनके खिलाफ अमेरिकी हथियारों का इस्तेमाल हुआ, तो वे कड़े कदम उठाने से पीछे नहीं हटेंगे। इसके चलते पश्चिमी देशों और रूस के बीच परमाणु खतरे को लेकर तनाव में वृद्धि हुई है।
पारंपरिक हमलों के साथ परमाणु हमले की संभावना:
हाल ही में, रूस ने अपनी सुरक्षा नीति में संशोधन करते हुए पारंपरिक हमलों का जवाब देने के लिए परमाणु हथियारों के इस्तेमाल की सीमा कम कर दी है। यह निर्णय ऐसे समय में आया है जब नाटो देशों के साथ रूस का तनाव चरम पर है। इस बीच, राष्ट्रपति बाइडेन के प्रशासन द्वारा यूक्रेन को दिए गए अतिरिक्त हथियारों से यह आशंका और भी गहरा गई है कि रूस सैन्य रूप से आक्रामक हो सकता है।
विशेषज्ञों की राय और पश्चिम का दृष्टिकोण:
अमेरिका और यूरोपीय देशों के सुरक्षा विशेषज्ञों का मानना है कि रूस की हालिया घोषणाएं परमाणु खतरे का नया स्तर स्थापित कर रही हैं। पश्चिमी देश इस स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं और सभी संबद्ध देशों ने रूस को परमाणु हमले के गंभीर परिणामों के बारे में चेतावनी भी दी है।
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