दिल्ली-एनसीआर की खतरनाक प्रदूषण स्थिति: सुप्रीम कोर्ट में वर्चुअल सुनवाई की पहल
के कुमार आहूजा 2024-11-20 14:58:16
दिल्ली-एनसीआर में बढ़ते प्रदूषण स्तर ने स्वास्थ्य संकट का रूप ले लिया है। इस गंभीर स्थिति को देखते हुए चीफ जस्टिस संजीव खन्ना ने सुप्रीम कोर्ट में वर्चुअल सुनवाई की अनुमति दी है, ताकि वकीलों और स्टाफ को राहत मिल सके। यह निर्णय ऐसे समय में लिया गया है जब दिल्ली का एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) खतरनाक ‘सीवियर प्लस’ श्रेणी में पहुंच चुका है।
वर्चुअल सुनवाई की अनुमति
मंगलवार को सुप्रीम कोर्ट में चीफ जस्टिस संजीव खन्ना और जस्टिस संजय कुमार की बेंच ने यह निर्णय लिया कि सभी न्यायधीश जहां भी संभव हो, वर्चुअल सुनवाई को प्राथमिकता दें। सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन (SCBA) के अध्यक्ष कपिल सिब्बल ने प्रदूषण की खतरनाक स्थिति का हवाला देते हुए इस विषय को उठाया। सिब्बल ने अन्य कोर्ट और ट्रिब्यूनल्स में भी वर्चुअल मोड अपनाने का सुझाव दिया।
वकीलों और सरकारी वकीलों की प्रतिक्रिया
कपिल सिब्बल के प्रस्ताव को कई वकीलों का समर्थन मिला, जिनमें सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता और वरिष्ठ वकील गोपाल शंकरनारायणन शामिल हैं। सॉलिसिटर जनरल ने सुझाव दिया कि शीर्ष अदालत को भी पूरी तरह वर्चुअल होने पर विचार करना चाहिए। चीफ जस्टिस ने स्पष्ट किया कि वकील जब चाहें ऑनलाइन मोड में सुनवाई कर सकते हैं, लेकिन कोर्ट का पूरा संचालन वर्चुअल नहीं किया जाएगा।
वाहनों के बढ़ते प्रदूषण का मुद्दा
गोपाल शंकरनारायणन ने सुप्रीम कोर्ट में रोज़ाना लगभग 10,000 वकीलों और उनके सहायक कर्मचारियों के निजी वाहनों का उल्लेख किया, जो प्रदूषण में योगदान देते हैं। चीफ जस्टिस ने कहा कि वकीलों को वर्चुअल सुनवाई का विकल्प उपलब्ध है, और इसे सुविधा के रूप में देखा जा सकता है।
GRAP-IV के तहत प्रतिबंध और आदेश
सोमवार को सुप्रीम कोर्ट ने AQI के ‘सीवियर प्लस’ स्तर में पहुंचने पर दिल्ली-एनसीआर राज्यों को GRAP-4 नियमों का सख्ती से पालन करने का निर्देश दिया। GRAP-4 के तहत, गैर-आवश्यक डीजल वाहनों पर प्रतिबंध, निर्माण कार्यों की रोक, और वर्क फ्रॉम होम को बढ़ावा दिया गया है। न्यायालय ने यह भी स्पष्ट किया कि जब तक प्रदूषण स्तर नियंत्रित नहीं होता, ये प्रतिबंध जारी रहेंगे।
प्रदूषण के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट की स्वास्थ्य-संवर्धन पहल
सुप्रीम कोर्ट ने अपने कर्मचारियों को प्रदूषण से सुरक्षा के उपाय अपनाने के लिए मास्क पहनने की सलाह दी है। शीर्ष अदालत के सहायक रजिस्ट्रार ने सोमवार को एक सर्कुलर जारी कर सभी कर्मचारियों से स्वास्थ्य सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए मास्क पहनने और आवश्यक स्वास्थ्य सावधानियों को अपनाने का आग्रह किया।
दिल्ली का खतरनाक AQI स्तर
सोमवार को दिल्ली का AQI 484 दर्ज किया गया, जो इस मौसम का सबसे खराब स्तर था। कई क्षेत्रों में AQI 500 के स्तर को भी पार कर गया। विशेषज्ञों का मानना है कि कम तापमान, वाहनों के धुएं, औद्योगिक उत्सर्जन और पराली जलाने से दिल्ली में प्रदूषण के खतरनाक स्तर पर पहुंचने की स्थिति बनी हुई है। यह स्थिति खासकर बच्चों, बुजुर्गों और बीमार लोगों के स्वास्थ्य के लिए बहुत ही खतरनाक है।
दिल्ली-एनसीआर में बढ़ते प्रदूषण स्तर के कारण सुप्रीम कोर्ट ने वर्चुअल सुनवाई का विकल्प खोला है। अदालत ने GRAP-IV के नियमों का सख्ती से पालन करने का निर्देश दिया है और प्रदूषण के खिलाफ सजगता बनाए रखने पर जोर दिया है। वर्चुअल सुनवाई और स्वास्थ्य संबंधी उपायों का पालन करने से न्यायिक प्रणाली पर प्रदूषण का प्रभाव कम हो सकता है।