करणी सेना ने पुलिस को दी 48 घंटे की चेतावनी – देवरिया में विशाल सिंह के हत्यारों की जल्द गिरफ्तारी की मांग
के कुमार आहूजा 2024-11-20 07:56:26
उत्तर प्रदेश के देवरिया जिले में हाल ही में हुई हत्या ने क्षेत्र में तनाव बढ़ा दिया है। 22 वर्षीय विशाल सिंह की गोली मारकर हत्या के बाद करणी सेना ने पुलिस को 48 घंटे के अंदर दोषियों की गिरफ्तारी का अल्टीमेटम दिया है। इस घटना ने न केवल स्थानीय समुदाय बल्कि पूरे देश में पुलिस प्रशासन की प्रभावशीलता पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
घटना का विवरण:
शनिवार रात को विशाल सिंह को कथित तौर पर उनके घर से बुलाया गया और कुछ ही देर बाद उन्हें गंभीर हालत में सड़क पर पाया गया। उन्हें सीने में गोली मारी गई थी और बाद में गोरखपुर के अस्पताल में उनकी मृत्यु हो गई। पुलिस की प्राथमिक जांच में पता चला है कि हत्या के पीछे पुराने जमीन विवाद और अन्य आपसी रंजिशों का मामला हो सकता है।
करणी सेना की प्रतिक्रिया:
करणी सेना के प्रमुख वीरू सिंह ने विशाल के परिवार से मुलाकात की और पुलिस से त्वरित कार्रवाई की मांग की। वीरू सिंह ने मीडिया से कहा कि यह घटना और पहले हुई निहाल सिंह की हत्या स्थानीय पुलिस की नाकामी को दर्शाती है और इस पर कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर पुलिस ने जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार नहीं किया, तो करणी सेना आंदोलन करेगी।
पुलिस की जांच:
पुलिस अधीक्षक संकल्प शर्मा ने बताया कि मामले की गंभीरता से जांच की जा रही है। पुलिस का कहना है कि विभिन्न एंगल से जांच की जा रही है, जिसमें निजी दुश्मनी और जमीन विवाद भी शामिल हैं। फिलहाल, पुलिस ने एक संदिग्ध को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है और क्षेत्र के सीसीटीवी फुटेज की जांच की जा रही है।
संदिग्धों की पहचान:
इस मामले में चार संदिग्धों – रजा खान, फैज़ रैनी, राहुल, और विनोद जायसवाल को आरोपी बनाया गया है। विशाल के परिवार ने आरोप लगाया है कि विनोद जायसवाल के साथ उनका पुराना जमीन विवाद चल रहा था और उन्हीं के षड्यंत्र में यह हत्या हुई है। जायसवाल ने कथित रूप से अन्य तीन लोगों के साथ मिलकर इस अपराध को अंजाम दिया।
इस घटना के बाद करणी सेना और विशाल के परिवार की मांगें पुलिस पर दबाव डाल रही हैं। पुलिस का कहना है कि वे सभी सबूतों के आधार पर कार्रवाई कर रहे हैं और जल्द ही सच्चाई का खुलासा करेंगे। इस मामले ने देवरिया में कानून-व्यवस्था की स्थिति को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं, जिससे पुलिस पर कड़ी कार्रवाई का दबाव है।