(खून से सर् हुआ लाल) महाराष्ट्र के पूर्व गृह मंत्री पर पत्थरबाजी! नई मुसीबत बना राजनीति का खेल


के कुमार आहूजा  2024-11-20 07:42:47



 

महाराष्ट्र में अब एक नई राजनीतिक हलचल मच गई है, जब एनसीपी (शरद पवार) के वरिष्ठ नेता और राज्य के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख पर सोमवार शाम नागपुर में हमला हुआ। यह हमला उनके वाहन पर पत्थर फेंके जाने से हुआ, जिससे देशमुख गंभीर रूप से घायल हो गए। इस घटना ने राज्य में राजनीति के एक नए मोड़ की शुरुआत कर दी है, क्योंकि यह हमला महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों के ठीक पहले हुआ।

पत्थरबाजी की वारदात

सोमवार रात करीब 8 बजे अनिल देशमुख एक बैठक के बाद अपने घर लौट रहे थे, तभी नागपुर जिले के कटोल तहसील के बेलफाटा के पास उनके वाहन पर कुछ अज्ञात व्यक्तियों ने पत्थर फेंके। इससे उनका सिर और कंधा गंभीर रूप से घायल हो गया। यह हमला इतना भयावह था कि उन्हें तत्काल कटोल सिविल अस्पताल ले जाया गया और बाद में नागपुर के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया​

क्या है इस हमले के पीछे की साजिश?

एनसीपी के प्रवक्ता प्रवीण कुँटे ने इस हमले को राजनीतिक साजिश करार दिया है। उन्होंने आरोप लगाया कि इस हमले के पीछे बीजेपी और उनके नेताओं का हाथ है, जो आगामी विधानसभा चुनावों में एनसीपी के उम्मीदवारों को हराने के लिए यह कायरतापूर्ण हमला करवा सकते हैं। कुँटे ने यह भी दावा किया कि महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडनवीस, बीजेपी के एमएलसी परीणय फुके और कटोल से बीजेपी के उम्मीदवार चरणसिंह ठाकुर के बीच इस हमले की साजिश हो सकती है​।

पुलिस का कार्यवाही: हत्या के प्रयास का मामला दर्ज

इस घटना के बाद पुलिस ने चार अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ हत्या के प्रयास का मामला दर्ज किया है और इस मामले की गहराई से जांच शुरू कर दी है। नागपुर ग्रामीण के पुलिस अधीक्षक हर्ष पोद्दार ने कहा कि घटना स्थल से तकनीकी साक्ष्य इकट्ठा करने के लिए एक फोरेंसिक टीम भेजी गई थी। वरिष्ठ पुलिस अधिकारी और जिला कलेक्टर ने भी घटना स्थल का दौरा किया​।

एनसीपी का विरोध: उच्च स्तरीय जांच की मांग

एनसीपी ने इस हमले को केवल एक अपराध नहीं, बल्कि एक राजनीतिक साजिश बताया है और उच्च स्तरीय जांच की मांग की है। इसके अलावा, पार्टी ने अनिल देशमुख और उनके परिवार के लिए सुरक्षा की भी मांग की है, खासकर इस हमले के बाद जब उनके सुरक्षा प्रबंधों पर सवाल उठाए गए हैं​।

क्या हमला एक राजनीतिक चाल?

यह घटना महाराष्ट्र में आगामी चुनावों के दौरान बेहद संवेदनशील बन गई है। एनसीपी और बीजेपी के बीच आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला जारी है, जबकि पुलिस जांच में जुटी हुई है। इस हमले के राजनीतिक और सामाजिक निहितार्थ क्या होंगे, यह तो समय बताएगा, लेकिन यह जरूर साफ है कि राज्य में सत्ता की जंग अब और भी तीव्र हो गई है।


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