पुष्कर मेला: देसी-विदेशी मेहमानों के साथ मटका रेस और म्यूजिकल चेयर में दिखी रोमांच की झलक
के कुमार आहूजा 2024-11-18 20:06:43
अंतरराष्ट्रीय पुष्कर मेला अपने चरम पर है, और सांस्कृतिक एवं खेलकूद प्रतियोगिताओं के बीच देसी और विदेशी मेहमानों का रोमांच चरम पर देखने को मिल रहा है। विदेशी मेहमानों ने मटका रेस से लेकर म्यूजिकल चेयर तक में भाग लेकर पुष्कर के रंग में रंगने का अद्भुत प्रदर्शन किया। इस अनोखी सांस्कृतिक छटा को देखने के लिए बड़ी संख्या में लोग मेला मैदान में जुटे।
विदेशी मेहमानों ने मटका रेस में जीता दिल
गुरुवार को पुष्कर मेले में पारंपरिक मटका रेस का आयोजन किया गया, जिसमें विदेशी महिलाओं ने देसी महिलाओं के साथ कंधे से कंधा मिलाकर भाग लिया। सिर पर पानी से भरे मटके उठाकर दौड़ लगाते हुए विदेशी मेहमानों ने सभी का दिल जीत लिया। इस रेस में बांदरसिंदरी की अचूकी जाट ने पहला स्थान हासिल किया, जबकि नीदरलैंड की ईवी दूसरे और इंग्लैंड की लूसी तीसरे स्थान पर रहीं। मटके के साथ दौड़ने का रोमांचक अनुभव विदेशी महिलाओं के लिए अनोखा था, जो पुष्कर की समृद्ध संस्कृति का प्रतीक है।
म्यूजिकल चेयर में इजराइली महिला का दमखम
म्यूजिकल चेयर प्रतियोगिता में 45 महिलाओं ने हिस्सा लिया, जिनमें 9 विदेशी और 34 स्थानीय महिलाएं शामिल थीं। इस रोमांचक खेल में इजराइल की येतात दोरी ने कुर्सी पर कब्जा कर बाजी मारी, जयपुर की यशोदा दूसरे और जोधपुर की सीमा तीसरे स्थान पर रहीं। येतात ने बताया कि पुष्कर का यह मेला उनके लिए एक अविस्मरणीय अनुभव है और भारतीय संस्कृति के प्रति उनके मन में खास जगह बन गई है।
कैलाश खेर के संगीत से हुआ शाम का समापन
गुरुवार की शाम को मशहूर गायक कैलाश खेर ने अपनी आवाज से मेले में समां बाँधा। बॉलीवुड नाइट कार्यक्रम के तहत कैलाश खेर ने अपने प्रसिद्ध गीतों की प्रस्तुति दीं। स्थानीय लोग और पर्यटक पहले से ही उनकी प्रस्तुति का इंतजार कर रहे थे। कैलाश खेर ने इससे पहले भी कई बार पुष्कर मेले में अपनी आवाज का जादू बिखेरा है।
श्रद्धालुओं और पर्यटकों की बढ़ती भीड़
पूर्णिमा के अवसर पर मेले में श्रद्धालुओं और पर्यटकों का आगमन तेजी से बढ़ा है। मेला मैदान में आयोजित प्रतियोगिताओं और सांस्कृतिक कार्यक्रमों को देखने के लिए देसी-विदेशी पर्यटकों की भीड़ उमड़ रही है। श्रद्धालुओं के इस आगमन ने मेला स्थल की रौनक को और बढ़ा दिया है।
सांस्कृतिक धरोहर का अंतरराष्ट्रीय मंच
पुष्कर मेला केवल एक धार्मिक या पर्यटन आयोजन नहीं है, बल्कि यह भारतीय संस्कृति की विविधता और आत्मीयता का एक अंतरराष्ट्रीय मंच भी है। यहां देसी-विदेशी मेहमान एक साथ खेलों में भाग लेकर इस आयोजन को और भी रोचक बना रहे हैं।