अगरतला रेलवे स्टेशन पर लाखों का गांजा बरामद: बिहार के दो तस्कर गिरफ्तार
के कुमार आहूजा 2024-11-18 15:37:45
अगरतला रेलवे स्टेशन पर लाखों का गांजा बरामद: बिहार के दो तस्कर गिरफ्तार
अगरतला रेलवे स्टेशन पर नशे की तस्करी का एक बड़ा मामला सामने आया है। सरकारी रेलवे पुलिस (जीआरपी) और रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) की संयुक्त कार्यवाही में गांजे की बड़ी खेप के साथ बिहार के दो युवकों को गिरफ्तार किया गया। इस घटना ने स्टेशन पर सुरक्षा व्यवस्था को लेकर सवाल उठाए हैं।
24 कार्टनों में पैक 35 लाख रुपये का गांजा बरामद
पुलिस सूत्रों के अनुसार, रविवार को अगरतला रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म नंबर 1 पर दोनों तस्करों, बिट्टू कुमार (27) और अंकुल कुमार (23), को गिरफ्तार किया गया। ये दोनों बिहार के बेगूसराय और लखीसराय जिलों के निवासी हैं। उनके पास से 298 किलोग्राम सूखा गांजा बरामद किया गया, जो 24 कार्टनों में कुल 282 पैकेट्स के रूप में पैक था। गांजे की अनुमानित कीमत लगभग 35.76 लाख रुपये बताई जा रही है।
गुप्त सूचना पर हुई संयुक्त कार्यवाही
यह संयुक्त अभियान जीआरपी और आरपीएफ द्वारा गुप्त सूचना के आधार पर किया गया। पुलिस को जानकारी मिली थी कि गांजे की एक बड़ी खेप स्टेशन से बाहर ले जाने की योजना बनाई जा रही है। इस जानकारी के आधार पर कार्रवाई करते हुए पुलिस ने स्टेशन के प्लेटफॉर्म पर दोनों आरोपियों को हिरासत में लिया। उन्होंने गांजे को देवघर एक्सप्रेस ट्रेन के माध्यम से बिहार ले जाने का प्रयास किया, परन्तु पुलिस की सतर्कता के कारण यह योजना विफल हो गई।
अपराध का तरीका
पकड़े गए दोनों आरोपी देवघर एक्सप्रेस ट्रेन में बेडरोल बॉय के रूप में कार्यरत थे। तस्करी के इस प्रयास में वे गांजे को एक ठेले पर लादकर स्टेशन के माध्यम से बिहार तक पहुँचाने का प्रयास कर रहे थे। पुलिस ने गांजे के सभी कार्टनों को जब्त कर लिया और मामले में एनडीपीएस (NDPS) अधिनियम के तहत केस दर्ज किया है।
अन्य आरोपियों की तलाश में पुलिस की जांच जारी
पुलिस इस मामले में अन्य संभावित संदिग्धों की तलाश कर रही है। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि इन आरोपियों से पूछताछ में संभावित अन्य तस्करों के नाम और संपर्क सामने आ सकते हैं। इसके चलते, दोनों आरोपियों को कोर्ट में पेश कर पुलिस रिमांड की माँग की जाएगी ताकि इस तस्करी नेटवर्क के अन्य सदस्यों का पता लगाया जा सके।
नशे के खिलाफ अभियान में पुलिस की सक्रियता
यह घटना इस बात को उजागर करती है कि पुलिस और सुरक्षा एजेंसियां नशे के खिलाफ एकजुट होकर काम कर रही हैं। जीआरपी और आरपीएफ का यह सफल अभियान नशे की तस्करी पर एक बड़ा प्रहार है, जिससे भविष्य में इस तरह की अवैध गतिविधियों पर नियंत्रण लगाया जा सकेगा। पुलिस का कहना है कि इस तरह की सतर्कता से समाज को नशे से मुक्त बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाए जा रहे हैं।