क्या लिखूं, कैसे लिखूं, लिखने के काबिल नहीं, यूं समझो कि मैं पत्थर हूं, कि मुझमें दिल नहीं, मेघराज नागल के परिवार में पुत्र वधू एवं पौते का शोक


के कुमार आहूजा  2024-11-17 21:19:19



 क्या लिखूं, कैसे लिखूं, लिखने के काबिल नहीं, यूं समझो कि मैं पत्थर हूं, कि मुझमें दिल नहीं, मेघराज नागल के परिवार में पुत्र वधू एवं पौते का शोक

नहीं कह सक ते,कहूं भी तो कैसे सदैव मस्त रहने वाले कलाकार हंसमुख रहने वाले मेघराज के घर में यह आकस्मिक समझ में नहीं आता

शब्दों की शुरुआत कहां से करूं ,मुझको मेरे बाद जमाना ढूंढेगा, मेरे गीत है अनाम, जीना यहां मरना यहां, मेघराज नागल ,सदैव  प्रेमियों के दोनों दिमाग में छाए हुए हैं जैसे ही अख्तर भाई सईद ने कहा, और मुझे समाचार मिलाl मुझे आघात हुआ

क्यों होता है हम लोगों के साथ ऐसा हम सदैव समर्पित जीवन जीते हैं हम अपने लिए कभी नहीं जीते हैं हमने जीवन दिया जीवन  जी लिया हे मेरे परमपिता परमात्मा अब और कितने परीक्षाएं बाकी हैं

नमन है आपको मेरे परमपिता परमात्मा क्राइम रिपोर्टर के कुमार आहूजा  ब्यूरो चीफ बीकानेर फ्रंटियर के ब्यूरो चीफ की पूरी टीम लगभग के साथ नतमस्तक के साथ परमपिता परमात्मा उनको अपने चरणों में स्थान दें और परिवार को दुख सहने का संबल, अख्तर अली  की खबर दुखी मन के साथ

बीकानेर। श्री विश्वकर्मा नाट्य संगीत कला संस्थान अध्यक्ष एवं गायक कलाकार मेघराज नागल के परिवार में उनकी पुत्र वधू रेखा एवं पोते नवनीत नागल के आकस्मिक निधन हो जाने पर गंगाशहर स्थित बोथरा चौक स्थित उनके निवास पर शोक संवेदना प्रकट करने वालों की रविवार की सुबह से लेकर शाम तक आना-जाना जारी था।

जिनमें संगीत कला क्षेत्र से जुड़े बैंक कर्मचारी नेता सुनील दत्त नागल, सेवानिवृत्त इंजिनियर कमलकांत सोनी, मार्बल व्यवसायी राजेन्द्र बोथरा, भजन गायक कलाकार नारायण बिहाणी, रवि भल्ला, नंदकिशोर भूंड, रामकिशोर यादव, 

पूर्व पार्षद सुनील बांठिया, पूर्व आयकर अधिकारी शिवाजी आहूजा,सैय्यद अख्तर, भवानी आचार्य, देवेश भाटी, नवीन गोस्वामी, प्रेम स्वामी, रामरतन धारणिया, अयोध्या प्रसाद शर्मा,निर्मल श्रीमाली , मुनिन्द्र अग्निहोत्री, राजेश सांखला, मुकेश जेवरिया, कैलाश खरखोदिया, सुशील यादव, एनडी कादरी , एनडी रंगा,भरत प्रकाश श्रीमाली, इकबाल खान, के.कुमार .आहूजा, अजय त्यागी सहित संगीत कला क्षेत्र से जुड़े अनेक लोग पहुंचे। इस अवसर पर सभी ने मेघराज नागल को ढाढस बंधाया और कहा हम  आपके शोक संतप्त परिवार के प्रति अपनी हार्दिक संवेदना व्यक्त करते हैं।  ईश्वर से प्रार्थना करते हैं कि वह आपको एवं आपके परिवार को इस दुखद घड़ी को सहने की शक्ति प्रदान करें। 30 वर्षीय पुत्र वधू रेखा एवं 15 वर्षीय पौते नवनीत की आत्मा को शांति मिले।   


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