तमिलनाडु में बारिश का कहर: कई जिलों में अलर्ट, बढ़ते वायरल रोगों ने बढ़ाई चिंता
के कुमार आहूजा 2024-11-17 06:05:11
तमिलनाडु में पिछले कुछ दिनों से हो रही मूसलाधार बारिश ने राज्य के कई जिलों में बाढ़ जैसे हालात पैदा कर दिए हैं। इस दौरान क्षेत्रीय मौसम विज्ञान केंद्र (आरएमसी) ने शनिवार, 16 नवंबर से लेकर 17 नवंबर तक राज्य के 18 जिलों में येलो अलर्ट जारी किया है। इस चेतावनी में कहा गया है कि दक्षिण तमिलनाडु के तिरुनेलवेली, कन्याकुमारी, थूथुकुडी, रामनाथपुरम, तेनकासी, मदुरै, थेनी, और अन्य जिलों में भारी बारिश की संभावना है। इसके पीछे मुख्य कारण दक्षिण तमिलनाडु के आसपास विकसित चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बताया जा रहा है।
आने वाले दिनों में चेन्नई और उत्तरी जिलों में चेतावनी
आरएमसी के अनुसार, आगामी सप्ताह में राज्य के उत्तरी जिलों, जैसे चेन्नई, कांचीपुरम, तिरुवल्लूर और चेंगलपट्टू में भी भारी बारिश की संभावना है। इन जिलों में 22 से 28 नवंबर के बीच सामान्य से अधिक बारिश होने की चेतावनी दी गई है। चेन्नई में आसमान में आंशिक रूप से बादल छाए रहने के साथ शाम के समय मध्यम बारिश की भी संभावना है। राज्य के अन्य हिस्सों में भी गरज के साथ बारिश की उम्मीद जताई गई है, जिससे लोग लगातार सतर्कता बरत रहे हैं।
कोयंबटूर में रिकॉर्ड बारिश का असर
कोयंबटूर जिले में 1 अक्टूबर से 15 नवंबर के बीच पूर्वोत्तर मानसून के दौरान 418 मिमी बारिश दर्ज की गई है, जो सामान्य से 67% अधिक है। इस दौरान चेन्नई और अन्य 17 जिलों में सामान्य से अधिक बारिश हुई है, जबकि शेष जिलों में थोड़ी कमी देखी गई। इस प्रकार की बेमौसम बारिश से न केवल फसलें प्रभावित हो रही हैं, बल्कि जनजीवन पर भी व्यापक असर पड़ रहा है।
बिजली की खपत में आई भारी गिरावट
मूसलाधार बारिश के चलते तमिलनाडु में बिजली की खपत में भी काफी कमी आई है। तमिलनाडु जनरेशन एंड डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी (टैंगेडको) के अनुसार, राज्य में बारिश की वजह से बिजली की दैनिक खपत 380 मिलियन यूनिट से घटकर 302 मिलियन यूनिट पर आ गई है। सितंबर में यह खपत 400 मिलियन यूनिट से भी अधिक थी, जो अब तक के सबसे उच्च स्तर पर थी।
स्वास्थ्य विभाग ने चेतावनी जारी की
भारी बारिश के चलते राज्य में वायरल रोगों का प्रकोप भी बढ़ गया है। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, चेन्नई, कांचीपुरम, तिरुवल्लूर, और चेंगलपट्टू में बुखार, इन्फ्लूएंजा, मलेरिया और लेप्टोस्पायरोसिस जैसे रोगों में बढ़ोतरी हुई है। राज्य के स्वास्थ्य विभाग ने लोगों को अतिरिक्त सावधानी बरतने की सलाह दी है। विशेषज्ञों का मानना है कि मानसून के इस मौसम में बच्चों और बुजुर्गों में संक्रमण का खतरा अधिक होता है, इसलिए उन्हें विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है।
लक्षण दिखने पर तत्काल डॉक्टर से सलाह लें
स्वास्थ्य विभाग ने लोगों से आग्रह किया है कि अगर तेज बुखार, ठंड लगना, सिरदर्द, गले में खराश जैसे लक्षण दिखाई दें तो तुरंत डॉक्टर से परामर्श लें। चेन्नई के एक निजी अस्पताल की डॉक्टर रजनी के अनुसार, बच्चों और बुजुर्गों में मानसून के कारण स्वास्थ्य समस्याएं ज्यादा देखने को मिल रही हैं। खासकर बुखार और गले के संक्रमण के मामले इस सीजन में तेजी से बढ़ रहे हैं।