शिवपुरी में वारिस खान बने फरिश्ता, पलटी कार में फंसे सात लोगों को सुरक्षित निकाला
के कुमार आहूजा 2024-11-16 15:21:42
शिवपुरी जिले के पास बुधवार को घटी एक घटना में वारिस खान नामक व्यक्ति ने अपनी जान जोखिम में डालकर एक परिवार के सात सदस्यों की जान बचाई। यह परिवार भोपाल जा रहा था, जब उनकी कार एक दुर्घटना में बुरी तरह पलट गई, और वारिस ने अदम्य साहस दिखाते हुए फंसे हुए लोगों को बाहर निकाला।
दुर्घटना की जानकारी
यह हादसा तब हुआ जब शर्मा परिवार, जो एक सदस्य के हृदय संबंधी उपचार के लिए यात्रा कर रहा था, शिवपुरी से भोपाल की ओर बढ़ रहा था। उनकी कार अचानक अनियंत्रित होकर चार बार पलटी और सड़क किनारे गड्ढे में जा गिरी। कार में महिलाएं और दो छोटे बच्चे भी थे, जो कार के भीतर ही फंसे रह गए।
वारिस खान का साहस
वारिस खान, जो पेशे से प्लंबर हैं और बीनगंज में काम के लिए जा रहे थे, ने यह हादसा देखा। वारिस ने अपनी बाइक सड़क किनारे रोककर तुरंत मदद का बीड़ा उठाया। उन्होंने कार का शीशा तोड़कर सभी फंसे हुए लोगों को बाहर निकाला। यह एक चुनौतीपूर्ण कार्य था, जिसमें वारिस ने अपने साहस का परिचय देते हुए बच्चों, महिलाओं, और पुरुषों को सुरक्षित बाहर निकाला।
एम्बुलेंस बुलाकर अस्पताल पहुंचाया
घायलों की गंभीर हालत को देखते हुए, वारिस ने तुरंत एम्बुलेंस बुलवाई और सभी को स्थानीय अस्पताल पहुंचाया। यह बताते हुए उन्होंने कहा कि चूंकि उनके पास स्मार्टफोन नहीं है, इसलिए दुर्घटना के कोई फोटोज़ या वीडियो नहीं हैं। वारिस ने बिना किसी प्रचार के यह नेक काम किया और लोगों के लिए एक मिसाल बन गए।
मुख्यमंत्री का सम्मान
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने वारिस खान की बहादुरी की प्रशंसा करते हुए उनके साहस की सराहना की। मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि उन्हें एक लाख रुपये की प्रोत्साहन राशि दी जाएगी, और शिवपुरी जिला प्रशासन द्वारा 15 अगस्त, 2025 को उन्हें सम्मानित भी किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने एक सोशल मीडिया पोस्ट में कहा कि वारिस का साहसिक कार्य प्रेरणादायक है और समाज के लिए अनुकरणीय है। उन्होंने वारिस को एक सरकारी नौकरी देने का भी आश्वासन दिया।
स्थानीय समुदाय की प्रतिक्रिया
वारिस खान के साहस की खबर जंगल में आग की तरह फैल गई और स्थानीय समुदाय ने उनके इस साहसी कार्य की सराहना की। लोगों का कहना है कि वारिस जैसे बहादुर व्यक्ति समाज में एकता और मानवता की मिसाल कायम करते हैं। यह घटना दर्शाती है कि कठिन परिस्थितियों में एक व्यक्ति का साहस किस प्रकार अन्य लोगों की जान बचा सकता है।