तमिलनाडु के वरिष्ठ डॉक्टर पर जानलेवा हमला, डॉक्टरों की राज्यव्यापी हड़ताल
के कुमार आहूजा कान्ता आहूजा 2024-11-16 09:34:43
तमिलनाडु के चिकित्सा जगत में एक चौंकाने वाली घटना सामने आई, जब एक सीनियर डॉक्टर पर उनके ही अस्पताल में जानलेवा हमला किया गया। इस घटना ने डॉक्टरों के सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ा दी है, और पूरे राज्य में विरोध-प्रदर्शन की लहर दौड़ गई है।
डॉ. बालाजी जगन्नाथ पर हमला:
चेन्नई के सरकारी अस्पताल में वरिष्ठ ऑन्कोलॉजिस्ट डॉ. बालाजी जगन्नाथ पर उनके मरीज़ के बेटे, विग्नेश ने चाकू से हमला कर दिया। आरोप है कि विग्नेश अपनी मां की चिकित्सा से असंतुष्ट था और इसीलिए उसने डॉक्टर पर कई बार हमला किया। डॉ. जगन्नाथ, जो पहले से ही हृदय रोग से पीड़ित हैं, इस हमले में गंभीर रूप से घायल हो गए और आईसीयू में भर्ती हैं।
विरोधस्वरूप हड़ताल का ऐलान:
तमिलनाडु गवर्नमेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन ने हमले के विरोध में सभी गैर-आपातकालीन सेवाओं को बंद करने की घोषणा की। संगठन के अध्यक्ष डॉ. सेंथिल ने कहा कि डॉक्टरों की सुरक्षा के लिए ठोस कदम उठाए जाने तक हड़ताल जारी रहेगी। डॉक्टरों ने इस घटना के विरोध में फ्लैश स्ट्राइक भी आयोजित की।
मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन का बयान:
मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन ने घटना की निंदा करते हुए जांच के आदेश दिए हैं। उन्होंने डॉक्टरों की सुरक्षा को प्राथमिकता देने और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए सख्त कदम उठाने की बात कही। स्टालिन के अनुसार, सरकार डॉक्टरों की निस्वार्थ सेवा का सम्मान करती है और उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करना सरकार की जिम्मेदारी है।
डॉक्टर संगठनों की मांग:
तमिलनाडु मेडिकल ऑफिसर्स एसोसिएशन ने आरोपी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की और उसे 2008 के तमिलनाडु मेडिकेयर सर्विस एक्ट के तहत सजा दिलाने का आग्रह किया। इस घटना ने तमिलनाडु के चिकित्सा कर्मचारियों में गुस्सा और असुरक्षा की भावना भर दी है, जिसके चलते राज्यभर में चिकित्सा सेवा बाधित हुई।
राजनीतिक दलों की प्रतिक्रिया:
विपक्षी दलों ने डॉक्टरों की सुरक्षा में कमी के लिए राज्य सरकार को दोषी ठहराया। इस घटना ने सरकार की सुरक्षा नीति पर सवाल खड़े किए हैं और स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार की मांग की है।