विश्व डायबिटीज दिवस पर बीकानेर में हुआ अनोखा कार्यक्रम, शुगर पीड़ित मरीजों के लिए नई दिशा


के कुमार आहूजा कान्ता आहूजा  2024-11-16 09:25:33



विश्व डायबिटीज दिवस पर बीकानेर में हुआ अनोखा कार्यक्रम, शुगर पीड़ित मरीजों के लिए नई दिशा

विश्व डायबिटीज दिवस के अवसर पर सरदार पटेल मेडिकल कॉलेज के डायबिटिक रिसर्च एंड केयर सेंटर (डीसीआरसी) में गुरूवार को एक महत्वपूर्ण कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम ने न केवल शुगर के मरीजों को जागरूक किया, बल्कि डॉक्टर्स और विशेषज्ञों ने अपनी विशेषज्ञता साझा की। डीसीआरसी प्रभारी डॉ. सुरेन्द्र वर्मा की अगुआई में आयोजित इस कार्यक्रम में शहर के प्रख्यात चिकित्सकों और पीजी छात्रों ने अपनी भागीदारी निभाई।

पीबीएम के डॉक्टर्स की सफलता की कहानी

मुख्य अतिथि प्राचार्य डॉ. गुंजन सोनी ने कार्यक्रम में उपस्थित सभी को संबोधित करते हुए बताया कि पीबीएम के डॉक्टरों का मधुमेह (डायबिटीज) के इलाज में विश्व स्तरीय दक्षता है। उन्होंने कहा कि आम नागरिकों को अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखते हुए कम से कम आधा घंटा पैदल चलना चाहिए, जो डायबिटीज जैसी बीमारी की रोकथाम में सहायक हो सकता है।

मरीजों के लिए शुगर मॉनिटरिंग की अहमियत

कार्यक्रम में डॉ. सुरेन्द्र वर्मा ने शुगर के मरीजों को अपनी सेहत का ध्यान रखने की अपील की। उन्होंने कहा कि मरीजों को खुद ही शुगर मॉनिटरिंग करनी चाहिए और यदि आवश्यकता हो तो डॉक्टर से सलाह जरूर लेनी चाहिए। इसके साथ ही डॉ. परमेन्द्र सिरोही ने मरीजों को खान-पान और दवाइयों के बारे में सही मार्गदर्शन देने की आवश्यकता पर जोर दिया।

विशेषज्ञों द्वारा जानकारी का आदान-प्रदान

एंडोक्राइनोलॉजिस्ट डॉ. हरदेव नेहरा ने डायबिटीज के लक्षणों, उपचार और रोकथाम के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि शुगर के मरीजों के लिए सही आहार, नियमित व्यायाम और दवाइयों का सही सेवन कितना जरूरी है। कार्यक्रम में पीबीएम अधीक्षक डॉ. पीके सैनी ने भी शुगर मरीजों के लिए डीसीआरसी द्वारा दी जाने वाली सुविधाओं के बारे में जानकारी दी।

पीजी क्विज़ में छात्रों की जबरदस्त भागीदारी

कार्यक्रम के दौरान पीजी छात्रों के लिए डायबिटीज पर क्विज़ प्रतियोगिता भी आयोजित की गई। इस प्रतियोगिता में डॉ. तृप्ती झा ने प्रथम स्थान, डॉ. पीयूष शर्मा ने द्वितीय स्थान और डॉ. प्रियम अजमेरा ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। विजेताओं को प्रमाण पत्र और स्मृति चिन्ह से सम्मानित किया गया।

कार्यक्रम को सफल बनाने में इनका योगदान

विश्व डायबिटीज दिवस के इस कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए डॉ. हरीश आर्य, डॉ. प्रशांत बेनिवाल, डॉ. मनोज माली, डॉ. रविदत्त मीणा, विनय थानवी, पुनीत मदान, संजय शर्मा, राहुल मारवाह आदि सहयोगियों का योगदान रहा। उन्होंने इस आयोजन को सहज और प्रभावी बनाने में अहम भूमिका निभाई।

जागरूकता का संदेश

कार्यक्रम के अंत में सभी ने डीसीआरसी के चारों ओर एक राउंड पैदल चलकर शारीरिक सक्रियता का संदेश दिया। यह कार्यक्रम न केवल डायबिटीज के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए था, बल्कि लोगों को एक स्वस्थ जीवनशैली अपनाने के लिए भी प्रेरित किया।


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