डायबिटीज का बढ़ता खतरा: दुनियाभर में 82.8 करोड़ मरीज, एक चौथाई भारतीय


के कुमार आहूजा  2024-11-16 09:16:21



 

हाल ही में लैंसेट की एक रिपोर्ट ने डायबिटीज की भयावह स्थिति का खुलासा किया है, जिसके अनुसार 2022 में 82.8 करोड़ लोग इस बीमारी से पीड़ित थे, जिनमें से एक बड़ी संख्या भारतीयों की है। खासकर युवाओं में बढ़ती डायबिटीज के मामलों ने स्वास्थ्य विशेषज्ञों को चिंता में डाल दिया है।

भारत में डायबिटीज का प्रसार

लैंसेट की रिपोर्ट के मुताबिक, 2022 में भारत में लगभग 21.2 करोड़ लोग डायबिटीज से प्रभावित थे। एनसीडी-आरआईएससी के अनुसार, 1990 के मुकाबले डायबिटीज के मामलों में चार गुना वृद्धि दर्ज की गई है। इस रिपोर्ट ने संकेत दिया कि खासकर निम्न और मध्यम आय वाले देशों में डायबिटीज के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं, और भारत इसका एक प्रमुख उदाहरण है। यह बीमारी सिर्फ एक स्वास्थ्य संकट ही नहीं, बल्कि आर्थिक और सामाजिक समस्या भी बनती जा रही है​।

युवाओं में डायबिटीज के मामले

रिपोर्ट के अनुसार, 30 साल से अधिक उम्र के 44.5 करोड़ लोग डायबिटीज से ग्रसित हैं और उचित इलाज न मिलने के कारण यह समस्या और बढ़ रही है। इनमें से अधिकतर मरीज टाइप-1 और टाइप-2 डायबिटीज से पीड़ित हैं। स्वास्थ्य संगठनों के अनुसार, पुरानी बीमारियों और उचित इलाज की कमी से इस बीमारी के बढ़ने की संभावना बनी रहती है।

ग्लोबल स्तर पर बढ़ रही दर

अध्ययन से पता चला है कि 1990 के बाद से डायबिटीज के मामलों में वैश्विक दर 7% से बढ़कर 14% तक पहुंच गई है। दुनिया भर के 82.8 करोड़ मधुमेह रोगियों में से 21 करोड़ से अधिक भारतीय हैं, जिससे यह साफ है कि भारत में डायबिटीज तेजी से फैल रही है।

भारतीय डेटा पर उठे सवाल

हालांकि, लैंसेट की रिपोर्ट में बताए गए आंकड़ों पर कुछ स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने सवाल उठाए हैं। इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) की रिपोर्ट में 2023 में भारत में करीब 10.1 करोड़ डायबिटीज मरीजों की जानकारी दी गई है। साथ ही 13 करोड़ से अधिक लोग प्रीडायबिटिक स्थिति में हैं। ICMR के अनुसार, लैंसेट के आंकड़ों में कुछ भिन्नता हो सकती है क्योंकि डेटा संग्रह के तरीकों में अंतर होता है।

निदान और बचाव की आवश्यकता

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने डायबिटीज के बढ़ते मामलों को देखते हुए रोकथाम के उपायों पर जोर दिया है। साथ ही, आईसीएमआर ने कहा है कि अगर उचित ध्यान नहीं दिया गया तो आने वाले वर्षों में यह आंकड़े और बढ़ सकते हैं।

डायबिटीज जैसी घातक बीमारी के खिलाफ समय रहते कदम उठाना जरूरी है। इस बीमारी से बचने के लिए लाइफस्टाइल में बदलाव और नियमित स्वास्थ्य जांच अहम हैं। विशेषज्ञों के अनुसार, जागरूकता और समय पर उपचार से ही इस बीमारी पर नियंत्रण पाया जा सकता है।


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