पुष्कर में उपराष्ट्रपति धनखड़ का गरिमामय संबोधन, किसानों और जाट समाज की उन्नति पर दिया बल
के कुमार आहूजा कान्ता आहूजा 2024-11-15 07:31:46
पुष्कर की तीर्थ नगरी में गुरुवार को एक ऐतिहासिक कार्यक्रम में उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने राष्ट्रीय जाट महाधिवेशन में भाग लिया। किसानों की समस्याओं को अपने हृदय के करीब रखने वाले उपराष्ट्रपति ने समाज की एकता और उत्थान का संदेश देते हुए कहा कि जाट समाज की पहचान किसान से है और वह समाज के हर किसान के लिए एक सिपाही की भूमिका में हैं।
किसानों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की
उपराष्ट्रपति ने कहा कि जाट समाज की पहचान एक किसान समाज के रूप में होती है। धनखड़ ने गर्व से अपने किसान पुत्र होने का उल्लेख करते हुए बताया कि जाट समाज दूध की तरह है, जो अपने साथ जुड़े किसी भी व्यक्ति को मजबूती देता है। उन्होंने यह भी कहा कि उनके दरवाजे किसानों के लिए हमेशा खुले हैं, और किसानों की समस्याओं के समाधान के लिए वह तत्पर हैं।
जगतपिता ब्रह्माजी के किए दर्शन
महाधिवेशन में भाग लेने से पहले उपराष्ट्रपति ने पुष्कर के जगतपिता ब्रह्माजी के दर्शन किए और जाट विश्राम स्थली मंदिर में पूजा अर्चना की। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि समाज का दायित्व है कि वह अन्नदाता किसानों के योगदान को समझे और उनकी समस्याओं के त्वरित समाधान के लिए कार्य करे। किसानों की समस्याओं का निस्तारण शीघ्रता से होना चाहिए, क्योंकि समाज का अस्तित्व अन्न पर आधारित है, और किसान ही अन्नदाता हैं।
जाट समाज बने अन्य समाजों के लिए प्रेरणा
अपने संबोधन में उपराष्ट्रपति धनखड़ ने कहा कि जाट समाज को अपने आदर्श और मानवीय मूल्यों से अन्य समाजों के सामने एक मिसाल बनना चाहिए। उन्होंने कहा कि जाट समाज के युवा विभिन्न क्षेत्रों में प्रतिभाशाली हैं, और उन्हें व्यापार क्षेत्र में भी अपना योगदान देने पर विचार करना चाहिए। उपराष्ट्रपति ने कहा कि व्यापार जाट समाज के डीएनए में है, और देश के उत्थान में इसे शामिल करने की आवश्यकता है।
पत्नी सुदेश धनखड़ का संदेश
उपराष्ट्रपति ने अपनी पत्नी सुदेश धनखड़ का संदेश भी कार्यक्रम में सुनाया, जिसमें उन्होंने सभी माताओं और बहनों की शक्ति और साहस का उल्लेख किया। उपराष्ट्रपति ने बताया कि उनकी पत्नी इस आयोजन में भौतिक रूप से शामिल नहीं हो पाईं, परंतु उनका संदेश और उनकी भावनाएं हमेशा उनके साथ हैं।
सुरक्षा के कड़े प्रबंध
पुष्कर में जाट विश्राम स्थली के आसपास सुरक्षा के मद्देनजर सभी दुकानें बंद करवा दी गई थीं। प्रशासन ने उपराष्ट्रपति के दौरे के चलते सुरक्षा का विशेष ख्याल रखा और इस आयोजन को सुचारु रूप से संचालित किया गया। नागौर की पूर्व सांसद ज्योति मिर्धा और अन्य जाट समाज के पदाधिकारी इस अवसर पर उपस्थित रहे और उपराष्ट्रपति के साथ समाज के विकास पर गहन विचार-विमर्श किया।