राजस्थान के बाड़मेर में सिलेंडर ब्लास्ट से पांच घायल: चाय बनाते वक्त हुआ हादसा, दादी की हालत गंभीर
के कुमार आहूजा कान्ता आहूजा 2024-11-14 20:48:40
बाड़मेर के भडखा गांव में बुधवार सुबह एक गैस सिलेंडर विस्फोट के कारण एक ही परिवार के पांच सदस्य घायल हो गए। इनमें दो साल की बच्ची और एक 75 वर्षीय महिला गंभीर रूप से घायल हैं। घटना ने इलाके में हड़कंप मचा दिया, और घायलों को तुरंत अस्पताल पहुंचाया गया।
हादसे का विवरण
बाड़मेर जिले के भडखा गांव में बुधवार सुबह का यह दर्दनाक हादसा हुआ, जब वीरा राम प्रजापत के घर चाय बनाते समय गैस सिलेंडर में रिसाव के कारण विस्फोट हो गया। परिवार के सदस्य रसोई में मौजूद थे और चाय बनाने के लिए जैसे ही गैस चूल्हे को जलाया गया, सिलेंडर में आग लग गई और तेज धमाका हुआ। इस धमाके के बाद घर के अंदर अफरातफरी मच गई और आग की लपटें बाहर तक फैल गईं।
स्थानीय लोगों की मदद और फायर ब्रिगेड की कार्रवाई
घटना के बाद पड़ोसियों ने जलते घर को देख तुरंत पानी डालकर आग बुझाने की कोशिश की। स्थानीय प्रशासन को सूचना मिलने पर फायर ब्रिगेड और पुलिस टीम घटनास्थल पर पहुंची। आग पर काबू पाया गया, और घायलों को बाड़मेर जिला अस्पताल पहुंचाया गया। हालांकि, एक घायल महिला की स्थिति गंभीर होने के कारण उन्हें जोधपुर रेफर किया गया है।
घायलों की पहचान और उनकी स्थिति
इस विस्फोट में पांच लोग घायल हुए हैं, जिनमें परिवार की 75 वर्षीय सदस्य पंची की हालत गंभीर बताई जा रही है और उन्हें प्राथमिक उपचार के बाद जोधपुर रेफर कर दिया गया। अन्य घायलों में दो वर्षीय बच्ची लता, 80 वर्षीय अंती देवी, 60 वर्षीय नखादेवी और 29 वर्षीय वीरा राम शामिल हैं, जिन्हें बाड़मेर जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
घटना के कारण और जांच
पुलिस ने बताया कि यह हादसा गैस सिलेंडर से गैस के रिसाव के कारण हुआ है। शुरुआती जांच में पता चला है कि सिलेंडर में पहले से गैस लीक हो रही थी, जिसका ध्यान नहीं दिया गया। पुलिस इस मामले में और अधिक जांच कर रही है ताकि इस प्रकार की घटनाओं से बचा जा सके और गैस सुरक्षा उपायों के प्रति जागरूकता फैलाई जा सके।
सुरक्षा जागरूकता की आवश्यकता
इस हादसे ने एक बार फिर गैस सिलेंडरों की सुरक्षा के प्रति सतर्कता का महत्व उजागर किया है। इस तरह के हादसे अक्सर सिलेंडरों की नियमित जांच और सावधानियों की अनदेखी के कारण होते हैं। प्रशासन का कहना है कि ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए लोगों को समय-समय पर अपने गैस उपकरणों की जांच करानी चाहिए।