मुंबई पुलिस ने गंगनहर क्षेत्र के दो भाइयों को हेरोइन तस्करी के आरोप में किया गिरफ्तार
2024-11-14 13:56:46
मुंबई पुलिस ने हरिद्वार जिले के गंगनहर कोतवाली क्षेत्र के पदली गुर्जर गांव के दो भाइयों को हेरोइन तस्करी के मामले में गिरफ्तार किया है। इस घटना ने स्थानीय पुलिस और प्रशासन में हलचल मचा दी है। हरिद्वार के एसएसपी प्रमेन्द्र डोभाल ने रुड़की पुलिस को दोनों भाइयों की संपत्ति की जांच करने और उनके संपर्कों की पहचान करने का निर्देश दिया है।
मुंबई में हेरोइन के साथ पकड़े गए राजा वाजिद
मुंबई पुलिस ने सबसे पहले राजा वाजिद नामक व्यक्ति को संजय गांधी नगर, विधोसी, मुंबई में एक बड़े हेरोइन के जखीरे के साथ गिरफ्तार किया। पूछताछ के दौरान राजा ने बताया कि उसके भाई जहांगीर और फरद मुंबई के नयागांव में एक सैलून चलाते हैं। इस जानकारी के आधार पर पुलिस ने सैलून पर छापा मारा, लेकिन दोनों भाई वहां से फरार हो गए।
शादी की तैयारी के दौरान गांव में गिरफ्तारी
पुलिस को जानकारी मिली कि दोनों भाई अपने पैतृक गांव पदली गुर्जर, रुड़की लौटे हैं, क्योंकि उनमें से एक की शादी 14 नवंबर को तय थी। मुंबई पुलिस ने इस सूचना के आधार पर गांव में एक छापा मारा और दोनों भाइयों को गिरफ्तार कर लिया। अगले दिन उन्हें रुड़की कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उन्हें ट्रांजिट रिमांड पर मुंबई ले जाने की अनुमति मिल गई।
हरिद्वार पुलिस ने संपत्ति जांच के निर्देश दिए
हरिद्वार के एसएसपी प्रमेन्द्र डोभाल ने निर्देश दिए हैं कि आरोपियों और उनके परिजनों की संपत्ति की विस्तृत जांच की जाए। एसएसपी डोभाल ने कहा कि अगर संपत्ति अवैध रूप से अर्जित की गई है, तो उसे भी जब्त करने की कार्रवाई की जाएगी। पुलिस की जांच का मुख्य उद्देश्य यह पता लगाना है कि उन्होंने तस्करी से कितनी संपत्ति अर्जित की है और इस नशे के कारोबार में और कौन लोग शामिल हैं।
करोड़ों की संपत्ति और नशे के कारोबार का खुलासा
पुलिस सूत्रों के अनुसार, इन भाइयों ने हेरोइन तस्करी के जरिए करोड़ों की संपत्ति अर्जित की है। दो साल पहले, ये दोनों भाई बतौर ड्राइवर काम करते थे और परिवार का एक सदस्य रेलवे स्टेशन के पास फल का ठेला लगाता था। लेकिन अब उन्होंने हेरोइन के अवैध व्यापार से काफी संपत्ति हासिल कर ली है, जो न केवल खुद के लिए बल्कि उनके समुदाय के युवाओं के लिए भी खतरनाक है।
स्थानीय प्रशासन और समाज के लिए एक चेतावनी
यह मामला हरिद्वार और रुड़की के स्थानीय प्रशासन के लिए एक बड़ा अलर्ट है। नशे के खिलाफ अभियान में स्थानीय पुलिस की सक्रियता को बढ़ाने की आवश्यकता है ताकि क्षेत्र के युवा इस विनाशकारी लत से दूर रहें। इस घटना ने पुलिस के नशा-नियंत्रण अभियानों की मजबूती पर भी जोर दिया है।