जम्मू-कश्मीर पुलिस में नशे का गोरखधंधा! मेडिकल कॉलेज परिसर से सिपाही हेरोइन के साथ गिरफ्तार
के कुमार आहूजा 2024-11-14 08:37:09
जम्मू और कश्मीर पुलिस के एक चयन-ग्रेड कांस्टेबल को मेडिकल कॉलेज जम्मू के परिसर में "हेरोइन जैसे पदार्थ" और नकदी के साथ गिरफ्तार किया गया है। यह गिरफ्तारी पुलिस की एक विशेष अभियान के दौरान हुई, जिससे यह मामला सामने आया कि सरकारी सुरक्षा बल के अधिकारी भी नशे के कारोबार में शामिल हो सकते हैं।
कांस्टेबल की पहचान और गिरफ्तारी की जानकारी
पुलिस प्रवक्ता के अनुसार, गिरफ्तार कांस्टेबल का नाम मोहम्मद मुख्तियार है, जो कि शाह मोहम्मद मुख्तियार का पुत्र है और उधमपुर जिले के गैलोटी का रहने वाला है। फिलहाल, वह जम्मू के रख रायपुरा क्षेत्र में रह रहा था। मंगलवार को, एक विश्वसनीय सूचना के आधार पर, जम्मू पुलिस ने एक एंटी-ड्रग ऑपरेशन के दौरान उसे मेडिकल कॉलेज (GMC) के शवगृह के पास गिरफ्तार किया। गिरफ्तारी के दौरान उसके पास से करीब 15 ग्राम हेरोइन और 9000 रुपये नकद बरामद हुए।
नशे के कारोबार का खुलासा: मोटरसाइकिल से सप्लाई
पुलिस को सूचना मिली थी कि मोहम्मद मुख्तियार GMC परिसर में नशे की तस्करी में शामिल था। उसे एक बुलेट मोटरसाइकिल (नंबर JK02 BW 1950) के साथ देखा गया था। GMC पुलिस पोस्ट के अधिकारियों ने एक कार्यकारी मजिस्ट्रेट की उपस्थिति में एक तलाशी अभियान शुरू किया और मुख्तियार को पकड़ा। उसके पास से हेरोइन और नकदी की बरामदगी ने मामले को और गंभीर बना दिया है।
मुकदमा और आगे की जांच
मुख्तियार के खिलाफ बख्शी नगर पुलिस स्टेशन में FIR नंबर 155/2024 के तहत मामला दर्ज किया गया है। पुलिस ने उसे तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। प्रारंभिक जांच में यह संदेह व्यक्त किया गया है कि मुख्तियार एक नशे के सिंडिकेट से जुड़ा हुआ हो सकता है, जो स्थानीय युवाओं को निशाना बना रहा था। पुलिस अब इस सिंडिकेट के अन्य सदस्यों की पहचान करने और उनकी संपत्तियों की जांच के लिए वित्तीय जांच कर रही है।
जम्मू पुलिस की "ज़ीरो टॉलरेंस" नीति और ताबड़तोड़ कार्रवाई
जम्मू पुलिस द्वारा "ज़ीरो टॉलरेंस पॉलिसी" के तहत लगातार तीसरी FIR दर्ज की गई है। इस अभियान का नेतृत्व सिटी वेस्ट के SDPO डॉ. सतीश भारद्वाज कर रहे हैं, जिन्हें हाल ही में गृह मंत्री का "मेडल फॉर एक्सीलेंस इन इन्वेस्टिगेशन" भी मिला है। इसी नीति के तहत 6 नवंबर को एक और चयन-ग्रेड कांस्टेबल परवेज इकबाल को भी उसकी दो पत्नियों के साथ गिरफ्तार किया गया था। परवेज के पास से 33 ग्राम हेरोइन बरामद हुई थी और उसके खिलाफ FIR नंबर 128/2024 जनिपुर पुलिस स्टेशन में दर्ज की गई थी।
ड्रोन और एन्क्रिप्टेड ऐप्स के जरिये नशे का अत्याधुनिक कारोबार
यह गिरफ्तारी एक ऐसे समय पर हुई है जब ETV भारत की एक रिपोर्ट में खुलासा हुआ था कि जम्मू में एक 12वीं कक्षा के छात्र ने ड्रोन और एन्क्रिप्टेड ऐप्स के जरिए नशे का कारोबार कर पुलिस को धोखा देने की कोशिश की थी। इस अत्याधुनिक तकनीक का उपयोग कर वह ड्रग सप्लाई करता था। पुलिस अब इस नए मॉडल और ड्रग सिंडिकेट को खत्म करने के प्रयासों में जुटी है।
समाज के युवाओं की सुरक्षा के लिए पुलिस का संकल्प
जम्मू और कश्मीर पुलिस का यह कदम साबित करता है कि नशे के विरुद्ध उनकी कार्रवाई में किसी तरह की रियायत नहीं दी जाएगी। पुलिस की यह कार्रवाई क्षेत्र में युवाओं को नशे की चपेट से बचाने की एक मजबूत कोशिश है। इसके साथ ही पुलिस ने यह भी स्पष्ट कर दिया है कि सुरक्षा बल के अधिकारियों को भी, यदि वे नशे के कारोबार में संलिप्त पाए जाते हैं, कानून की सख्ती का सामना करना पड़ेगा।