विश्व धरोहर सप्ताह के अवसर पर मुफ्त में घूमें ताजमहल और आगरा किला
के कुमार आहूजा 2024-11-14 05:11:51
विश्व धरोहर सप्ताह (World Heritage Week) के उपलक्ष्य में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) ने ताजमहल, आगरा किला और फतेहपुर सीकरी समेत कई ऐतिहासिक स्थलों में पर्यटकों को मुफ्त प्रवेश देने की घोषणा की है। यह विशेष अवसर 19 नवंबर को मनाया जाएगा, जब भारतीय और विदेशी दोनों पर्यटक बिना किसी शुल्क के इन धरोहर स्थलों का दीदार कर सकते हैं। हालांकि, ताजमहल के मुख्य गुंबद के दर्शन हेतु पर्यटकों को 200 रुपये का टिकट लेना अनिवार्य होगा। इस अवसर पर विभिन्न प्रदर्शनियां और सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किए जाएंगे।
सप्ताहभर का उत्सव: ऐतिहासिक धरोहरों की महत्ता का प्रचार
विश्व धरोहर सप्ताह 19 नवंबर से 25 नवंबर तक मनाया जाता है। इसका उद्देश्य धरोहर स्थलों की सुरक्षा के प्रति जागरूकता बढ़ाना है। इस सप्ताह में विश्व धरोहर स्थलों की ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और वैज्ञानिक महत्ता को उजागर किया जाता है। भारत में ASI इस आयोजन की जिम्मेदारी निभाता है और इसका उद्देश्य ऐतिहासिक धरोहरों के संरक्षण के प्रति लोगों में जागरूकता फैलाना है।
बढ़ती भीड़ को नियंत्रित करने की योजना
ASI ने केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (CISF) और जिला प्रशासन के साथ मिलकर पर्यटकों की बड़ी भीड़ को संभालने और उचित व्यवस्था बनाए रखने की योजना बनाई है। ताजमहल में जहां 50 रुपये का सामान्य प्रवेश शुल्क माफ होगा, वहीं विदेशी पर्यटकों को 1100 रुपये का शुल्क नहीं देना होगा। परंतु, मुख्य गुंबद, जहां शाहजहां और मुमताज महल की कब्रें स्थित हैं, के दर्शन के लिए पर्यटकों को 200 रुपये का अतिरिक्त शुल्क देना होगा।
धरोहर संरक्षण और जागरूकता बढ़ाने की पहल
विश्व धरोहर सप्ताह का मुख्य उद्देश्य वैश्विक धरोहर स्थलों के महत्व, उनकी नाजुक स्थिति और उनके संरक्षण की आवश्यकता पर ध्यान केंद्रित करना है। इस सप्ताह UNESCO द्वारा मान्यता प्राप्त धरोहर स्थलों को सम्मानित किया जाता है, जो अपने सांस्कृतिक, ऐतिहासिक या वैज्ञानिक महत्व के लिए जाने जाते हैं। ASI ने इस बार की थीम ‘डिस्कवर एंड एक्सपीरियंस डाइवर्सिटी’ के तहत कार्यक्रमों का आयोजन किया है, जिसमें विभिन्न सभ्यताओं और सांस्कृतिक विविधताओं को प्रदर्शित किया जाएगा।
विशेष आयोजन: फोटो प्रदर्शनी और रामायण कला की झलक
इस वर्ष, एक फोटो प्रदर्शनी का आयोजन सीताराम मंदिर, सोरोंजी में किया जाएगा, जिसमें गुप्त काल से लेकर वर्तमान तक की रामायण से जुड़ी कला का प्रदर्शन होगा। इस अवसर पर एक जन सुविधा केंद्र का भी उद्घाटन होगा, जिससे पर्यटकों को अधिक सुविधाएं मिल सकेंगी। 25 नवंबर को एक विशेष कार्यक्रम के साथ-साथ अतरंजी खेड़ा में रामायण थीम पर आधारित एक प्रदर्शनी का भी आयोजन किया जाएगा।
भारत के धरोहर स्थल: गर्व और जिम्मेदारी
भारत के पास विश्व के छठे सबसे अधिक धरोहर स्थल हैं, जो हमारी सांस्कृतिक विरासत और इतिहास की धरोहर को संरक्षित रखते हैं। इस तरह के आयोजन न केवल धरोहर स्थलों के महत्व को बढ़ावा देते हैं बल्कि लोगों को इन्हें सहेजने के प्रति भी प्रेरित करते हैं। ऐसे में ASI का यह कदम ऐतिहासिक धरोहरों की सुरक्षा और पर्यटन को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण साबित होगा।