शिक्षा निदेशालय पर अनिश्चितकालीन धरना: डीपीसी और काउंसलिंग की मांग, संघर्ष  दस दिन  जारी 


के कुमार आहूजा  2024-11-14 04:57:11



 

बीकानेर में शिक्षा निदेशालय के सामने, मंत्रालयिक संवर्ग के कर्मचारियों ने अपने प्रमोशन और काउंसलिंग की मांग को लेकर 12 नवंबर 2024 को नौवें दिन भी अनिश्चितकालीन धरना जारी रखा। धरना स्थल पर राज्य सरकार और शिक्षा विभाग की नीतियों के खिलाफ सद्बुद्धि यज्ञ और हनुमान चालीसा का पाठ कर विरोध जताया गया।

मंत्रालयिक संवर्ग का मुद्दा: पदोन्नति और काउंसलिंग प्रक्रिया की मांग

शिक्षा विभागीय कर्मचारी संघ के प्रदेशाध्यक्ष कमल नारायण आचार्य के नेतृत्व में संघ ने मांग की है कि 2017 से अब तक लंबित डीपीसी (विभागीय पदोन्नति समिति) और पदस्थापन प्रक्रिया को जल्द पूरा किया जाए। आचार्य ने निदेशक शिक्षा आशीष मोदी को ज्ञापन सौंपते हुए बताया कि कई वर्षों से पदोन्नति के आदेश नहीं होने से कर्मचारियों में असंतोष बढ़ा है।

सरकार को ईमेल के जरिए पत्र

संघ ने मुख्यमंत्री, मुख्य सचिव, शिक्षा मंत्री, और अन्य उच्चाधिकारियों को ईमेल के माध्यम से पत्र भेजकर कैडर रिव्यू और डीपीसी में सुधार की मांग की है। 2017 से 2024 तक के सभी पात्र कर्मचारियों की डीपीसी की समीक्षा और ऑनलाइन काउंसलिंग प्रक्रिया को शीघ्र लागू करने की आवश्यकता बताई गई है।

धरने में शिक्षा विभाग के सभी स्तरों का समर्थन

धरने में प्रदेश स्तर के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ-साथ जिला शिक्षा अधिकारी, स्कूल स्टाफ और मंत्रालयिक कर्मचारियों ने समर्थन दिया। इस आंदोलन में विभिन्न संगठनों के पदाधिकारी जैसे ओम प्रकाश बिश्नोई, मनीष कुमार, जितेन्द्र गहलोत और सुमन जनागल ने भी भाग लिया और राज्य सरकार से तत्काल समाधान की अपील की।

ये रहे आज धरने में शामिल 

मंगलवार को धरने पर मदन मोहन व्यास प्रदेश संस्थापक, कमलनारायण आचार्य प्रदेशाध्यक्ष, ओम प्रकाश बिश्नोई, सुमन जनागल, मनीष कुमार, जितेन्द्र गहलोत प्रदेश महामंत्री स्वतंत्र महासंघ, आदि बैठे तथा धरने के समर्थन में किशोर पुरोहित प्रदेशाध्यक्ष राजस्थान शिक्षक संघ भगत सिंह, राजेश व्यास, रवि कुमार, ललित, कैलाश ओझा, योगेश व्यास, हिमांशु बिश्नोई, गिरधरलाल रंगा, विष्णुदत पुरोहित, रविन्द्र कुमार व्यास, चन्दा शर्मा, सविता पाण्डे, महेश कुमार रंगा, अशोक सांखला, नारायण दास रंगा, संजय गोस्वामी, हरप्रीत सिंह, रामचन्द्र बाल्मिकी, कैलाश आचार्य, अविकान्त पुरोहित, हरफूल सिंह मीणा, योगेश व्यास, महेश व्यास, नवाब अली, कमल बिस्सा, राजेन्द्र व्यास, नरेन्द्र पाण्डे, अभिशेष पुरोहित, मुकेश आढा, सौरभ टाक, निर्मल, अनिल बिश्नोई, घनश्याम खत्री, फिरोज, अमित चन्देलिया, नवीन गुप्ता, शिवशंकर व्यास, धन्नाराम, हिमांशु बिश्नोई, महेश चौधरी, नारायण आचार्य आदि शामिल हुए।

आगे की रणनीति और चेतावनी

संघ का कहना है कि यदि सरकार इन मांगों पर शीघ्र कार्रवाई नहीं करती है, तो आंदोलन को और तेज किया जाएगा।


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