मेवाड़ के महाराणा महेंद्र सिंह मेवाड़ का निधन: राजकीय सम्मान के साथ होगा अंतिम संस्कार
के कुमार आहूजा 2024-11-12 20:15:41
मेवाड़ के महाराणा महेंद्र सिंह मेवाड़ का निधन: राजकीय सम्मान के साथ होगा अंतिम संस्कार
राजस्थान के मेवाड़ राजघराने के प्रतिष्ठित प्रमुख महेंद्र सिंह मेवाड़ का रविवार को उदयपुर के अनंता मेडिकल कॉलेज में इलाज के दौरान निधन हो गया। लंबे समय से बीमार चल रहे महेंद्र सिंह को 28 अक्टूबर को अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उनके निधन की खबर से पूरे मेवाड़ क्षेत्र में शोक की लहर है।
परिवार के सदस्य और राजनेता हुए उपस्थित
महेंद्र सिंह मेवाड़ की मृत्यु के समय उनके पुत्र और नाथद्वारा के विधायक विश्वराज सिंह मेवाड़, और उनकी पुत्रवधू व राजसमंद की सांसद महिमा कुमारी उनके पास उपस्थित थे। शनिवार को राज्य की उपमुख्यमंत्री दीया कुमारी भी अस्पताल पहुंचीं और महेंद्र सिंह का हालचाल लिया। उनके निधन के बाद परिवार के सदस्यों ने सोशल मीडिया पर शोक संवेदनाएं प्रकट कीं। महिमा कुमारी ने उनकी तस्वीर साझा करते हुए श्रद्धांजलि दी और उनके आत्मा की शांति की कामना की।
राजसी रीतियों से होगा अंतिम संस्कार
महेंद्र सिंह का पार्थिव शरीर उदयपुर लाया जाएगा जहां सोमवार को राजकीय और राजसी परंपराओं के साथ उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा। उनके निधन से ना सिर्फ परिवार, बल्कि पूरे मेवाड़ में शोक है। महेंद्र सिंह को मेवाड़ राजघराने की परंपराओं और रीति-रिवाजों के लिए हमेशा याद किया जाएगा।
राजनीतिक जीवन का सफर
24 फरवरी, 1941 को उदयपुर में जन्मे महेंद्र सिंह मेवाड़ की शिक्षा अजमेर के प्रसिद्ध मेयो कॉलेज से हुई। वे 1989 में चित्तौड़गढ़ से सांसद भी रहे। 1990 में उन्हें उद्योग मंत्रालय की सलाहकार समिति का सदस्य नियुक्त किया गया। इसके बाद उन्होंने कांग्रेस का हाथ थामा और चुनावी समर में उतरे, हालांकि इस बार वे विजयी नहीं हुए। उन्होंने भारतीय राजनीति में अपने योगदान के साथ-साथ मेवाड़ की परंपराओं और संस्कृति को संरक्षित करने का भी कार्य किया।
राजसी जीवन और विवाद
महेंद्र सिंह मेवाड़ का जीवन राजसी वैभव और जिम्मेदारियों से भरा हुआ था। वे अपने पिता भगवत सिंह की मृत्यु के बाद 1984 में मेवाड़ राजघराने के प्रमुख बने थे। उनकी पत्नी निरुपमा कुमारी, जो टिहरी गढ़वाल की राजकुमारी थीं, ने हमेशा उनके साथ मजबूती से खड़ी रहीं। उनके पुत्र विश्वराज और पुत्री त्रिविक्रम ने भी उनके जीवन में महत्वपूर्ण स्थान बनाए रखा। पिछले कुछ समय से मेवाड़ परिवार में संपत्ति को लेकर कई विवाद भी चलते रहे हैं, जिसमें उदयपुर के सिटी पैलेस के कुछ हिस्सों पर दावा भी शामिल है, जिसे लेकर कानूनी कार्यवाही चल रही है।
विरासत और लोकप्रियता
महेंद्र सिंह मेवाड़ की विरासत में मेवाड़ की समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर, उनके संघर्ष और भारतीय राजनीति में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका शामिल है। उनके नेतृत्व में मेवाड़ का नाम हमेशा देश-विदेश में गर्व से लिया जाता था। महेंद्र सिंह का व्यक्तित्व और उनकी राजनीतिक दूरदर्शिता मेवाड़ की शाही परंपराओं में एक विशिष्ट स्थान रखती है। उनके जाने से मेवाड़ के इतिहास का एक महत्वपूर्ण अध्याय समाप्त हो गया है।
उल्लेखनीय योगदान और सम्मान
महेंद्र सिंह का जीवन राजसी जिम्मेदारियों और कर्तव्यों से परिपूर्ण रहा, जिसमें उन्होंने मेवाड़ की संस्कृति और परंपराओं को एक नई ऊंचाई दी। उनके निधन पर राज्य और देशभर में शोक व्यक्त किया जा रहा है। उनके अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए पूरे मेवाड़ के कई प्रमुख राजनेता और गणमान्य व्यक्ति एकत्रित होंगे।