किश्तवाड़ में आतंकवादियों के खिलाफ व्यापक सर्च ऑपरेशन, पैरा कमांडो की शहादत के बाद तनाव बढ़ा


के कुमार आहूजा  2024-11-12 17:55:16



किश्तवाड़ में आतंकवादियों के खिलाफ व्यापक सर्च ऑपरेशन, पैरा कमांडो की शहादत के बाद तनाव बढ़ा

जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ जिले के केशवान वन क्षेत्र में आतंकियों के खिलाफ सुरक्षा बलों की सख्त कार्रवाई जारी है। रविवार को आतंकियों के साथ मुठभेड़ में एक पैरा कमांडो की शहादत के बाद, क्षेत्र में हालात तनावपूर्ण हो गए हैं। यह सर्च ऑपरेशन अब चौथे दिन में प्रवेश कर चुका है, जिसमें सुरक्षा बलों की कड़ी निगरानी और सूचनाओं के आधार पर सघन तलाशी अभियान चलाया जा रहा है।

घटना का विवरण

रविवार को, जम्मू और कश्मीर पुलिस और सेना के संयुक्त बलों ने केशवान वन क्षेत्र में छिपे आतंकवादियों को पकड़ने की कोशिश की। मुठभेड़ के दौरान भारी गोलीबारी हुई, जो कि चार घंटे से अधिक चली। इसमें भारतीय सेना के 2 पैरा कमांडो के नायब सूबेदार राकेश कुमार शहीद हो गए, जबकि तीन अन्य जवान घायल हो गए। इसके बाद से आतंकियों के साथ फिर से संपर्क नहीं हो पाया है, और आतंकियों के खिलाफ घने जंगलों में ऑपरेशन लगातार जारी है​।

नागरिकों की हत्या से गहराया संकट

इस ऑपरेशन की शुरुआत तब हुई जब आतंकियों ने किश्तवाड़ के ओहली गांव के दो नागरिकों, नाज़िर अहमद और कुलदीप कुमार को अगवा कर उनकी हत्या कर दी। इन दोनों नागरिकों की हत्या के बाद क्षेत्र में तनाव बढ़ गया और आतंकियों के खिलाफ सुरक्षा बलों का गुस्सा भड़क गया। सैकड़ों लोगों ने इन दोनों नागरिकों के अंतिम संस्कार में भाग लिया और किश्तवाड़ शहर में बंद का आह्वान किया गया​।

सुरक्षा बलों के सामने चुनौतियां

किश्तवाड़ और आसपास के क्षेत्र की घनी वनस्पति और दुर्गम भूभाग सुरक्षा बलों के लिए बड़ी चुनौती बने हुए हैं। इस क्षेत्र की भौगोलिक स्थिति और घने जंगलों में छिपने की वजह से आतंकियों को पकड़ना आसान नहीं है। इसके बावजूद, सेना और पुलिस लगातार कोशिश कर रहे हैं कि आतंकियों को जल्द से जल्द घेर कर उन्हें बेअसर किया जा सके​।

आतंकी गतिविधियों में बढ़ोतरी

हाल के महीनों में जम्मू के डोडा, पूंछ, राजौरी, कठुआ और उधमपुर जिलों में विदेशी आतंकियों की गतिविधियां बढ़ी हैं। ये आतंकी सुरक्षा बलों और नागरिकों पर छिपकर हमले करते हैं और फिर दुर्गम वन क्षेत्र में छुप जाते हैं, जिससे सुरक्षा बलों के लिए उन्हें ढूंढ़ना चुनौतीपूर्ण हो जाता है। इस घटना ने स्थानीय निवासियों के मन में डर और असुरक्षा की भावना पैदा कर दी है, जिससे लोग आतंकी घटनाओं के खिलाफ सुरक्षा बलों की कार्रवाई की मांग कर रहे हैं​।

सामूहिक प्रयास और हवाई सहायता

सुरक्षा बलों ने सर्च ऑपरेशन में ड्रोन, स्निफर डॉग्स और हेलीकॉप्टर जैसी आधुनिक तकनीकों का भी सहारा लिया है। इनके जरिए वन क्षेत्र की सघन निगरानी की जा रही है। आतंकियों को पकड़ने के लिए पुलिस, सेना और सीआरपीएफ का एक संयुक्त अभियान चल रहा है, ताकि आतंकियों को रोककर आम जनता की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके​।

किश्तवाड़ के मौजूदा हालात सुरक्षा और शांति के लिए एक बड़ा खतरा हैं। सुरक्षा बल आतंकवादियों का सफाया कर आम जनता में सुरक्षा की भावना पैदा करने के लिए दृढ़ संकल्पित हैं।


global news ADglobal news ADglobal news AD