भारतीय शेयर बाजार में जबरदस्त उतार-चढ़ाव: एशियन पेंट्स की गिरावट, बैंकों में रिकवरी
के कुमार आहूजा 2024-11-12 13:08:07
भारतीय शेयर बाजार ने सोमवार को शुरुआती गिरावट के बाद जोरदार वापसी की। पीएसयू बैंकों, वित्तीय सेवाओं, फार्मा और एफएमसीजी सेक्टर में बिकवाली के कारण गिरावट देखने को मिली, लेकिन मेटल और प्राइवेट बैंकों में रिकवरी ने बाजार को समर्थन दिया। एशियन पेंट्स के कमजोर Q2 नतीजों ने निवेशकों को चौंका दिया, जिससे इसके शेयर 9% तक गिर गए।
शुरुआती गिरावट के बाद रिकवरी
शेयर बाजार में दिन की शुरुआत तेज गिरावट के साथ हुई, जिसमें सेंसेक्स 79,388.77 और निफ्टी 24,140.15 पर कारोबार कर रहे थे। पर मेटल और प्राइवेट बैंकिंग सेक्टर में तेजी के कारण बाजार ने अंत में रिकवरी दिखाते हुए खुद को संभाला। इसके साथ ही, अमेरिका के बाजार में मजबूत रुझान ने भी भारतीय बाजार को थोड़ा स्थिर किया।
एशियन पेंट्स की भारी गिरावट
एशियन पेंट्स के Q2 वित्तीय नतीजों ने बाजार में हलचल मचा दी, क्योंकि कंपनी का शुद्ध लाभ 42.4% घटकर 694.6 करोड़ रुपये पर आ गया, जो पिछले साल की तुलना में बड़ी गिरावट है। इस कारण निवेशकों का विश्वास हिला और कंपनी के शेयर में 9% की गिरावट देखी गई। कई ब्रोकरज ने एशियन पेंट्स के प्रदर्शन पर निराशा जताई है, जिससे निवेशकों की सतर्कता और बढ़ गई।
शीर्ष गिरावट और वृद्धि वाले शेयर
एशियन पेंट्स के अलावा, सेंसेक्स के अन्य शीर्ष गिरावट वाले शेयरों में एक्सिस बैंक, इंडसइंड बैंक, बजाज फाइनेंस और रिलायंस भी शामिल थे। वहीं, टाटा मोटर्स, पावर ग्रिड, मारुति, महिंद्रा एंड महिंद्रा और एसबीआई के शेयरों में बढ़ोतरी देखी गई।
विदेशी निवेशकों की बिकवाली और घरेलू निवेशकों की खरीदारी
8 नवंबर को, विदेशी संस्थागत निवेशकों (FII) ने बाजार में 3,404 करोड़ रुपये के शेयर बेचे, जबकि घरेलू संस्थागत निवेशकों (DII) ने 1,748 करोड़ रुपये की खरीदारी की। इस बिकवाली का कारण अमेरिका में बेहतर रिटर्न मिलने और भारतीय बाजार की कमाई में कमी के अनुमान के रूप में देखा जा रहा है।
वैश्विक बाजार का प्रभाव
एशियाई बाजारों में भी मिलाजुला रुझान देखने को मिला, जिसमें शंघाई, हांगकांग और टोक्यो के बाजार लाल निशान में कारोबार कर रहे थे। वहीं, अमेरिकी बाजार में सकारात्मक रुझान देखा गया, जिसने डाउ और एसएंडपी 500 को नई ऊंचाई पर पहुंचाया। भारतीय बाजार पर इसका सीधा प्रभाव पड़ रहा है क्योंकि विदेशी निवेशक अमेरिका के बाजार में निवेश को तरजीह दे रहे हैं।
तकनीकी दृष्टिकोण और भविष्य का रुझान
विशेषज्ञों का मानना है कि निफ्टी 24,000 के स्तर से ऊपर टिके रहने से बाजार में सकारात्मकता बनी रहेगी। मेटल और बैंकिंग सेक्टर के मजबूत प्रदर्शन से बाजार को बढ़ावा मिल सकता है, लेकिन बाजार में अस्थिरता बरकरार रहेगी।
भारतीय शेयर बाजार में सोमवार को मिली-जुली प्रतिक्रिया देखी गई, जहां एक ओर गिरावट तो दूसरी ओर बैंकों और मेटल शेयरों में रिकवरी देखने को मिली। एशियन पेंट्स के कमजोर नतीजों और विदेशी निवेशकों की बिकवाली ने बाजार को प्रभावित किया, लेकिन घरेलू निवेशकों की खरीदारी और मेटल सेक्टर के सकारात्मक प्रदर्शन से बाजार में थोड़ा स्थिरता आई।
स्रोत
इस रिपोर्ट में Business Standard और Economic Times सहित विभिन्न समाचार स्रोतों का संदर्भ लिया गया है।
डिस्क्लेमर: इस समाचार में शेयर बाजार के संबंध में दी गई सभी जानकारी केवल सामान्य सूचनात्मक उद्देश्यों के लिए है। शेयर बाजार में निवेश जोखिमों के अधीन है, और किसी भी प्रकार के निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार से परामर्श लेना अत्यंत महत्वपूर्ण है। इस समाचार में बताए गए तथ्यों, आंकड़ों और बयानों की सटीकता और पूर्णता के लिए लेखक या प्रकाशक ज़िम्मेदार नहीं हैं। निवेशक अपने निवेश के निर्णय स्वयं लें।