2050 तक कार्बन उत्सर्जन में बड़ी कटौती की जरूरत: COP29 में IRENA का खुलासा
के कुमार आहूजा 2024-11-12 08:27:38
2050 तक कार्बन उत्सर्जन में बड़ी कटौती की जरूरत: COP29 में IRENA का खुलासा
बाकू, अज़रबैजान में आयोजित संयुक्त राष्ट्र जलवायु सम्मेलन COP29 के पहले दिन इंटरनेशनल रिन्यूएबल एनर्जी एजेंसी (IRENA) की नई रिपोर्ट ने जलवायु संकट पर गहरी चिंताएं जताई हैं। यह रिपोर्ट बताती है कि यदि सभी मौजूदा COP घोषणाओं को पूरी तरह से लागू भी कर लिया जाए, तब भी 2050 तक CO2 उत्सर्जन के लक्ष्यों को पूरा करने के लिए एक बड़ा अंतर बना रहेगा।
IRENA की रिपोर्ट में 1.5-डिग्री सेल्सियस लक्ष्य का महत्व
IRENA के वर्ल्ड एनर्जी ट्रांजिशन आउटलुक 2024 के अनुसार, 1.5 डिग्री सेल्सियस के लक्ष्यों को हासिल करने के लिए वैश्विक ऊर्जा संक्रमण में महत्वपूर्ण बदलाव आवश्यक है। रिपोर्ट का निष्कर्ष है कि अभी तक किए गए देशीय संकल्पों (NDCs) से 2030 तक ऊर्जा आधारित CO2 उत्सर्जन में केवल 3% और 2050 तक 51% की कटौती हो सकेगी। 2030 तक नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता को तीन गुना और ऊर्जा दक्षता को दोगुना करना इस लक्ष्य को पूरा करने के लिए अनिवार्य है।
राजनीतिक संकल्पों और वास्तविक कार्य योजनाओं के बीच का अंतर
COP28 में किए गए प्रमुख संकल्पों के बावजूद, वर्तमान में देशीय योजनाओं के तहत नवीकरणीय ऊर्जा में केवल आधी वृद्धि संभव है। IRENA का मानना है कि निवेश को तेजी से बढ़ाना होगा। अगले छह वर्षों में लगभग 31.5 ट्रिलियन डॉलर की आवश्यकता होगी ताकि ऊर्जा ट्रांजिशन के लक्ष्यों को हासिल किया जा सके। रिपोर्ट इस बात को रेखांकित करती है कि बड़ी अर्थव्यवस्थाओं को अपनी नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता को 2030 तक तीन गुना करना होगा, ताकि 2050 तक 24,900 गीगावॉट की आवश्यकता को पूरा किया जा सके।
ऊर्जा निवेश में असमानता और वैश्विक दक्षिण की चुनौतियाँ
रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि नवीकरणीय ऊर्जा निवेश कुछ ही देशों तक सीमित है, जिससे वैश्विक दक्षिण, जिसमें कई विकासशील देश आते हैं, पीछे रह रहे हैं। IRENA के डायरेक्टर जनरल फ्रांसेस्को ला कैमरा का मानना है कि इस स्थिति को सुधारने के लिए एक ठोस वैश्विक वित्तीय सौदे की आवश्यकता है। उन्होंने चेताया कि आगामी NDCs 3.0 इस दशक का अंतिम अवसर हो सकता है जब देशों को अपनी जलवायु योजनाओं को अद्यतन कर 1.5 डिग्री सेल्सियस लक्ष्य को जीवित रखने के प्रयास करने चाहिए।
ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन और ऊर्जा आपूर्ति में सुधार की आवश्यकता
रिपोर्ट यह भी बताती है कि दुनिया की बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में ऊर्जा मिश्रण में अब भी 70% से अधिक जीवाश्म ईंधन है। ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन को कम करने के लिए आवश्यक है कि इन देशों की ऊर्जा नीतियां भी नवीकरणीय ऊर्जा के अनुकूल हों। IRENA के अनुसार, 2050 तक बिजली उत्पादन में नवीकरणीय ऊर्जा का योगदान 91% तक पहुंचाने के लिए गहन बदलाव की आवश्यकता होगी।
जलवायु वित्त और 2030 के लक्ष्यों की अहमियत
COP29 में जलवायु वित्त पर जोर दिया जा रहा है, क्योंकि जलवायु संकट से निपटने के लिए ट्रिलियंस डॉलर का निवेश जरूरी है। इस दौरान, जलवायु वित्त के लिए एक नए वैश्विक लक्ष्य पर सहमति महत्वपूर्ण होगी। संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम (UNEP) की रिपोर्ट बताती है कि तापमान वृद्धि को नियंत्रित करने के लिए देशों को अपनी राष्ट्रीय योजनाओं में महत्वाकांक्षी लक्ष्य स्थापित करने होंगे।
COP29 का यह अवसर विश्व नेताओं के लिए एक निर्णायक क्षण है। यदि सभी घोषणाओं और योजनाओं को सही ढंग से कार्यान्वित किया जाए, तो 1.5 डिग्री सेल्सियस तापमान लक्ष्य को हासिल करना संभव हो सकता है। अगले दो सप्ताह में जलवायु वित्त, निवेश, और राष्ट्रीय योजनाओं पर महत्वपूर्ण निर्णय इस दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हो सकते हैं।