सामगुरी उपचुनाव में हिंसा: कांग्रेस और भाजपा के बीच बढ़ती तकरार, दोनों तरफ से गोलीबारी के आरोप 


के कुमार आहूजा  2024-11-11 19:37:28



 

असम के सामगुरी विधानसभा क्षेत्र में आगामी उपचुनाव ने राजनीतिक माहौल को गरमा दिया है। भाजपा और कांग्रेस कार्यकर्ताओं के बीच तीखे संघर्ष और हिंसा की खबरें सामने आ रही हैं, जिससे क्षेत्र में तनाव बढ़ा है। मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने कांग्रेस पर लोकतांत्रिक प्रक्रिया को कमजोर करने का आरोप लगाया है, जबकि कांग्रेस ने भाजपा समर्थकों द्वारा हिंसा और धमकी की शिकायत दर्ज की है।

मुख्यमंत्री की चेतावनी

मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने हाल ही में कांग्रेस समर्थकों पर भाजपा कार्यकर्ताओं को डराने के लिए हिंसा का सहारा लेने का आरोप लगाया। उन्होंने कांग्रेस की इस रणनीति को लोकतंत्र के लिए खतरा बताते हुए इसकी कड़ी निंदा की और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की। सरमा ने यह भी कहा कि किसी को भी असम में लोकतांत्रिक प्रक्रिया को नुकसान पहुंचाने की अनुमति नहीं दी जाएगी, और यह चेतावनी दी कि दोषियों को जल्द सजा दी जाएगी​।

दोनों दलों के आरोप-प्रत्यारोप

सामगुरी में पिछले 24 घंटों में कई हिंसक घटनाएं हुईं, जहां दोनों दलों के समर्थकों ने एक-दूसरे पर गोली चलाने के आरोप लगाए हैं। भाजपा ने आरोप लगाया कि कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने विधायक जीतू गोस्वामी के वाहन पर हमला किया, जबकि कांग्रेस का दावा है कि भाजपा कार्यकर्ताओं ने इस्माइल हुसैन के बेटे इमाम उद्दीन को गोली मारी। इस संघर्ष में कई वाहन भी क्षतिग्रस्त हो गए हैं, जिससे हालात और भी तनावपूर्ण हो गए हैं​।

पत्रकारों पर कथित हमले और प्रतिक्रिया

समाचार कवर करने गए तीन पत्रकारों के साथ बदसलूकी की भी घटना हुई, जिससे पत्रकारों के बीच रोष है। कांग्रेस ने इस घटना की निंदा की और कहा कि पत्रकारों पर हमला मीडिया की स्वतंत्रता पर चोट है। इस हमले के विरोध में पत्रकारों ने सामगुरी में धरना दिया और दोषियों की गिरफ्तारी की मांग की। यह मुद्दा मीडिया के अधिकारों को लेकर संवेदनशीलता को और भी बढ़ा रहा है​।

कांग्रेस के हुसैन का बयान

पूर्व सामगुरी विधायक और वर्तमान में धुबरी के सांसद रकीबुल हुसैन ने अपने बेटे तंजील के समर्थन में प्रचार के दौरान भाजपा समर्थकों पर हिंसा करने का आरोप लगाया। हुसैन ने इस मामले पर असम पुलिस के अधिकारियों से तत्काल कार्रवाई की मांग की और कांग्रेस कार्यकर्ताओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने का आह्वान किया। हुसैन ने यह भी कहा कि भाजपा के भड़काऊ भाषणों के कारण ही क्षेत्र में तनाव और हिंसा फैली है​।

चुनाव आयोग से शिकायत

कांग्रेस और भाजपा दोनों ने एक-दूसरे के खिलाफ चुनाव आयोग से शिकायत की है। कांग्रेस ने भाजपा के नेताओं पर हिंसा भड़काने का आरोप लगाते हुए तुरंत हस्तक्षेप की मांग की, वहीं भाजपा ने कांग्रेस पर संविधान का उल्लंघन करने का आरोप लगाया। इस उपचुनाव में दोनों पार्टियां अपनी राजनीतिक पकड़ बनाए रखने के लिए आक्रामक प्रचार कर रही हैं। सामगुरी की सीट पर चुनावी संघर्ष 13 नवंबर को मतदान के साथ अपने चरम पर पहुंचने वाला है, जबकि मतगणना 23 नवंबर को होगी​।

असम का सामगुरी क्षेत्र इस वक्त हिंसा और राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप का केंद्र बन गया है, जहां उपचुनाव से पहले की घटनाएं लोकतंत्र और मीडिया स्वतंत्रता पर सवाल खड़े कर रही हैं। आगामी चुनावी नतीजे क्षेत्र के भविष्य को तय करेंगे, लेकिन इन घटनाओं से सामगुरी में स्थिति गंभीर बनी हुई है।


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