भारत के रोहतास चौधरी ने रचा इतिहास, पाकिस्तान का वर्ल्ड रिकॉर्ड किया ध्वस्त
के कुमार आहूजा 2024-11-11 17:50:25
♦ एक घंटे में 27.875 किलोग्राम वजन के साथ 704 पुश-अप्स कर नया कीर्तिमान बनाया
भारत के लिए एक गर्व का पल लेकर आए दिल्ली के रोहतास चौधरी, जिन्होंने एक बार फिर अपने अद्भुत प्रदर्शन से दुनिया भर में भारतीय तिरंगे का मान बढ़ाया। पुश-अप्स के क्षेत्र में अपनी शक्ति और धैर्य का लोहा मनवाते हुए रोहतास ने एक घंटे में 27.875 किलोग्राम वजन के साथ 704 पुश-अप्स किए, जो कि एक नया गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड है। इससे पहले यह रिकॉर्ड पाकिस्तान के नाम था, जिसमें 27.2 किलोग्राम वजन के साथ 534 पुश-अप्स का प्रदर्शन किया गया था। अब चौधरी के इस अद्वितीय रिकॉर्ड ने पाकिस्तान के प्रदर्शन को पीछे छोड़ दिया है, जिससे भारतीय खेल प्रेमियों में उत्साह की लहर दौड़ गई है।
रोहतास का प्रेरणादायक सफर
रोहतास चौधरी का सफर किसी प्रेरणा से कम नहीं है। एक समय पर वे बॉक्सिंग में करियर बनाने के इच्छुक थे, लेकिन 2007 में हुए एक हादसे ने उनके जीवन को बदल दिया। इस हादसे में उनकी रीढ़ की हड्डी में गंभीर चोट आई, जिसके कारण उन्हें दो साल तक बिस्तर पर रहना पड़ा। इस स्थिति में उन्हें लोगों से "बेचारा" शब्द सुनना पड़ा, जो उनके लिए पीड़ादायक था। लेकिन, इस पीड़ा को उन्होंने अपनी प्रेरणा बनाया और खुद को पूरी तरह से फिट करने का प्रण लिया।
योग से बनी ताकत
फिटनेस को लेकर अपनी इस यात्रा में रोहतास ने योग का सहारा लिया, जिसे उन्होंने अपनी दिनचर्या में शामिल किया और 2011 से निरंतर अभ्यास करते रहे। पांच साल तक योग के नियमित अभ्यास और अपनी डाइट पर ध्यान देकर उन्होंने न केवल खुद को ठीक किया, बल्कि गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड में अपना नाम दर्ज कराकर दुनिया को अपनी ताकत का प्रमाण भी दिया। वे खास तौर पर मोटे अनाज, ड्राई फ्रूट्स और पौष्टिक आहार का सेवन करते हैं, जो उनकी फिटनेस का अहम हिस्सा बन गया है।
भारतीयों को समर्पित किया रिकॉर्ड
अपनी इस ऐतिहासिक सफलता को रोहतास ने हर भारतीय को समर्पित किया है। उन्होंने इसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी समर्पित किया और पीएम से अनुरोध किया कि गुजरात की तर्ज पर पूरे देश में "राम राज्य" जैसा माहौल बनाएं। रोहतास ने कहा कि यह रिकॉर्ड उनके लिए व्यक्तिगत रूप से नहीं है, बल्कि यह हर भारतीय का गौरव है। उनका मानना है कि प्रभु ने उन्हें सिर्फ एक माध्यम बनाया है, और भविष्य में अगर कोई चुनौती आएगी तो वे उसे भी पार करेंगे।
भविष्य की चुनौतियां और प्रेरणा
रोहतास चौधरी ने यह रिकॉर्ड गांधीनगर के टाउन हॉल में गुजरात के राज्यपाल आचार्य देवव्रत की उपस्थिति में बनाया। उनके इस प्रदर्शन को देखने के लिए सैकड़ों लोग मौजूद थे, जिन्होंने उनके इस अद्वितीय कारनामे को सराहा। यह रिकॉर्ड तोड़ने के लिए वे रोजाना चार घंटे का अभ्यास करते थे और लगातार अपने लक्ष्य की ओर बढ़ते रहे। उनके इस दृढ़ निश्चय और अथक परिश्रम ने आज उन्हें दुनिया के सामने एक मिसाल बना दिया है।
इस रिकॉर्ड के जरिए रोहतास ने साबित कर दिया है कि आत्मबल और दृढ़ संकल्प से हर कठिनाई को पार किया जा सकता है।