पंजाब सीमा पर ड्रोन से तस्करी का नया मोर्चा: BSF ने 200 ड्रोन पकड़े, पाकिस्तान से नशे और हथियारों की घुसपैठ
के कुमार आहूजा 2024-11-11 09:20:38
पंजाब की अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर ड्रोन के जरिए तस्करी का खतरा बढ़ता जा रहा है। हाल ही में सीमा सुरक्षा बल (BSF) ने 2024 में अब तक 200 ड्रोन पकड़ने का ऐतिहासिक आंकड़ा छुआ है। यह ड्रोन पाकिस्तान से नशे और हथियारों की तस्करी में इस्तेमाल हो रहे हैं, जिनका उद्देश्य भारत में युवा पीढ़ी को नशे का आदी बना कर देश में अस्थिरता पैदा करना है। आइए जानते हैं इस ड्रोन संकट के बारे में विस्तार से।
बीएसएफ ने पकड़े 200 ड्रोन:
पंजाब सीमा पर पाकिस्तान से भारतीय सीमा में घुस रहे ड्रोन की तादाद में इस साल खतरनाक वृद्धि हुई है। BSF के मुताबिक, 2024 में अब तक 200 से अधिक ड्रोन पकड़े जा चुके हैं। ये ड्रोन मुख्य रूप से नशे की खेप, छोटे हथियार और गोलाबारूद लेकर भारत में घुसपैठ कर रहे थे। ड्रोन की तस्करी को रोकने के लिए BSF ने अपनी रणनीतियों को और मजबूत किया है।
ड्रोन का बढ़ता खतरा और भारत की सुरक्षा:
BSF के अधिकारियों के मुताबिक, इन ड्रोन में से अधिकांश चीनी निर्मित हैं और इनका उपयोग पाकिस्तान से नशीली दवाओं और हथियारों की तस्करी के लिए हो रहा है। पिछले कुछ वर्षों में यह ड्रोन समस्या काफी बढ़ गई है, खासकर अमृतसर और तरनतारन जिलों में। बीते साल 2023 में कुल 107 ड्रोन पकड़े गए थे, लेकिन 2024 में यह संख्या 200 के पार पहुँच गई है।
ड्रोन की तस्करी में बदलाव:
पहले पाकिस्तान से ड्रग्स और हथियारों की तस्करी जमीन के रास्ते होती थी, जैसे पाइपों के माध्यम से, लेकिन अब ये सभी सामान ड्रोन के जरिए भेजे जा रहे हैं। BSF ने ड्रोन की पहचान और उन्हें नष्ट करने के लिए तकनीकी उपायों में भी सुधार किया है। इसके अलावा, बीएसएफ की बेहतर खुफिया जानकारी और स्थानीय लोगों की मदद से कई ड्रोन पकड़े गए।
BSF की सख्त प्रतिक्रिया:
BSF ने इस साल अब तक 200 से अधिक ड्रोन पकड़े हैं, जिनमें से कुछ ड्रोन को राइफलों से गोली मारकर गिराया गया, कुछ ड्रोन को एंटी-ड्रोन तकनीकी से जाम किया गया और बाकी ड्रोन को स्थानीय सूचना के आधार पर बरामद किया गया। इस सफलता को BSF की तैयारियों और कड़ी सुरक्षा का नतीजा बताया जा रहा है, जो पाकिस्तानी नशा माफिया को बड़ा झटका दे रहा है।
पंजाब सीमा पर ड्रोन के जरिए हो रही तस्करी ने भारत की सुरक्षा के लिए एक नया संकट उत्पन्न कर दिया है। हालांकि, BSF द्वारा उठाए गए कदमों के कारण इस खतरे को नियंत्रित करने में सफलता मिल रही है, लेकिन पाकिस्तान के नशा माफिया के खिलाफ लगातार कड़ी कार्रवाई की आवश्यकता है। अब देखना यह होगा कि इस बढ़ते ड्रोन खतरे को पूरी तरह से कैसे रोका जाएगा।