भारत के पहले वर्टिकल लिफ्ट पंबन रेल ब्रिज का निरीक्षण: दो दिवसीय सुरक्षा जाँच के बाद रेल संचालन को मिलेगी मंजूरी
के कुमार आहूजा 2024-11-10 10:49:26
तमिलनाडु के ऐतिहासिक पंबन पुल के पुनर्निर्माण का काम अब अंतिम चरण में है। 13 से 14 नवंबर के बीच रेलवे सुरक्षा आयुक्त (Commissioner of Railway Safety) इस नए पुल की सुरक्षा जांच करेंगे। यह पुल न केवल तकनीकी दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है, बल्कि भारत का पहला वर्टिकल लिफ्ट रेल पुल बनने जा रहा है।
दो दिवसीय निरीक्षण का शेड्यूल
रेलवे की आधिकारिक जानकारी के अनुसार, पंबन रेल पुल का निरीक्षण 13 और 14 नवंबर को होगा। पहले दिन, मण्डपम और पंबन स्टेशन के बीच नए ब्रॉड गेज ट्रैक का निरीक्षण किया जाएगा, जबकि दूसरे दिन पुल की स्पीड ट्रायल और उसकी तकनीकी दक्षता की जांच की जाएगी। यह निरीक्षण रेल सुरक्षा आयुक्त की टीम द्वारा किया जाएगा, और सुरक्षा क्लियरेंस मिलने के बाद रेलवे बोर्ड के पास इसे अंतिम स्वीकृति के लिए भेजा जाएगा।
पंबन पुल के पुनर्निर्माण की वजह
मूल पुल को 110 साल पहले बनाया गया था, और इसकी शेरजर स्पैन (डबल बैस्क्यूल) समय के साथ क्षतिग्रस्त हो गई है। वर्तमान पुल पर 10 किमी प्रति घंटे की गति सीमा लगाई गई है, जो इसकी संरचना की जर्जर स्थिति के कारण आवश्यक हो गई है। पुल पर नियमित रूप से मरम्मत का काम चलने के कारण यातायात में भी रुकावट आती रही है, इसीलिए एक नए पुल का निर्माण अनिवार्य हो गया।
नए पंबन रेल पुल की विशेषताएं
नया पंबन पुल 2,070 मीटर लंबा वर्टिकल लिफ्ट पुल है, जिसे पुराने पुल के समानांतर बनाया जा रहा है। इस पुल में 100 स्पैन हैं, जिनमें से 99 स्पैन की लंबाई 18.3 मीटर है और एक स्पैन 72.5 मीटर का है। यह पुल पुराने पुल से तीन मीटर ऊंचा है और इसमें भविष्य में डबल ट्रैक बिछाने की क्षमता भी रखी गई है। यह तकनीकी दृष्टि से अत्याधुनिक पुल है, जिसे पूरी तरह स्वचालित इलेक्ट्रो-मैकेनिकल सिस्टम से नियंत्रित किया जाएगा।
पुल की तकनीकी संरचना और लाभ
रेलवे के अनुसंधान, डिज़ाइंस और मानक संगठन (RDSO) के मानकों के अनुसार इस पुल को विशेष रूप से डिजाइन किया गया है। इसमें स्टील प्लेट गर्डर्स का उपयोग किया गया है, जो पुल को मजबूती और स्थिरता प्रदान करते हैं। पुल में नौवहन स्पैन का निर्माण ऐसा किया गया है कि इसे 17 मीटर की ऊंचाई तक उठाया जा सकता है, जिससे समुद्र में बड़े जहाजों के आवागमन में कोई बाधा नहीं होगी। यह पुल अपनी तरह का पहला रेल पुल है जो समुद्री नौवहन को समर्थन देगा और रेलवे यातायात को सुगम बनाएगा।
सुरक्षा और संचालन की दिशा में अगला कदम
पुल का निरीक्षण पूरा होने के बाद इसकी सुरक्षा रिपोर्ट रेलवे बोर्ड को भेजी जाएगी। रेलवे अधिकारियों का कहना है कि यदि निरीक्षण सफल रहा, तो पुल को जल्द ही रेल यातायात के लिए खोल दिया जाएगा। यह पुल न केवल तमिलनाडु के लोगों के लिए बल्कि पूरे देश के लिए एक महत्वपूर्ण परियोजना है, जो आधुनिकता और तकनीकी क्षमता का प्रतीक है।
भारत का यह पहला वर्टिकल लिफ्ट पंबन रेल पुल न केवल संरचना के लिहाज से एक तकनीकी चमत्कार है, बल्कि यह रेलवे और जल परिवहन में भी सहजता और सुरक्षा प्रदान करेगा। स्थानीय प्रशासन और रेलवे के संयुक्त प्रयास से यह परियोजना समय पर पूरी हो रही है, जो भारतीय रेलवे के लिए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है।