पति, ससुर और देवर की हत्या के बाद खून से लथपथ अस्पताल का बिस्तर साफ करने को मजबूर महिला 


के कुमार आहूजा  2024-11-08 09:32:23



 

मध्य प्रदेश के डिंडोरी में एक महिला के साथ हुआ ये दर्दनाक हादसा रोंगटे खड़े कर देगा। पति, ससुर और देवर की हत्या के बाद खुद के हाथों से खून सनी बिस्तर को साफ करती महिला का वीडियो वायरल होने के बाद ही उसे अहसास हुआ कि उसके साथ क्या हुआ है।

डिंडोरी, मध्य प्रदेश में दिवाली के दिन 31 अक्टूबर को रोशनी मरावी के पति शिवराज मरावी, उनके भाई रघुराज और ससुर धर्म सिंह की क्रूरता से हत्या कर दी गई। इस हमले का कारण था एक भूमि विवाद, जिसमें 20-25 लोगों की भीड़ ने लाठी, डंडे और दरांती से हमला किया। पुलिस का कहना है कि मारपीट करने वालों में मृतकों के करीबी रिश्तेदार भी शामिल थे। शिवराज का दूसरा भाई, धर्म सिंह (28) गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती है। इस घटना के बाद से इलाके में भारी आक्रोश है, और कई लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जबकि अन्य की तलाश जारी है।

घटना की शाम, शिवराज का परिवार अपने लिए उगाए हुए धान को काट रहा था, जब यह हादसा हुआ। रोशनी की दो बेटियां, जो तीन और पाँच साल की हैं, उनके पिता को नए कपड़े पहनाने का इंतजार कर रही थीं। शिवराज के पहुंचते ही उनपर हमला हो गया और रोशनी ने अपने पति को अपने सामने दम तोड़ते देखा। उसने पुलिस को कई बार फोन किया लेकिन सहायता नहीं मिल पाई।

कुछ ही घंटों बाद, रोशनी खुद को गदासराय प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में पाती हैं, जहाँ उनका पति मृत पड़ा था। रोशनी को वहां दो महिला अस्पताल कर्मचारियों ने कहा कि वे बिस्तर से खून साफ करें, जिसमें उसके देवर की जान चली गई थी। उन्होंने उस समय कुछ नहीं सोचा, बस अपनी सुरक्षा को लेकर डर से जूझ रही थीं। बाद में यह वीडियो वायरल हुआ, जिससे उन्हें पता चला कि उनके साथ क्या हुआ।

वीडियो के वायरल होने के बाद प्रशासन ने त्वरित कार्रवाई की। डिंडोरी के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने अस्पताल में उपस्थित डॉक्टर चंद्रशेखर सिंह का तबादला कर दिया, जबकि दो नर्सों राजकुमारी मरकाम और छोटी बाई ठाकुर को निलंबित कर दिया गया। हालाँकि, डॉक्टर सिंह ने दावा किया कि अस्पताल के किसी भी कर्मचारी ने महिला को बिस्तर साफ करने के लिए नहीं कहा था। उनके मुताबिक, महिला ने खुद बिस्तर को साफ करने की अनुमति मांगी थी ताकि वह अपने पति के खून का सबूत इकट्ठा कर सके।

रोशनी ने स्पष्ट किया कि अस्पताल में उसे खून साफ करने के लिए मजबूर किया गया था और अब तक उसे प्रशासन की ओर से केवल चावल और केले का एक पैकेट मिला है। रोशनी का कहना है कि उनकी सुरक्षा के लिए सरकार से वित्तीय सहायता और अन्य मदद की आवश्यकता है ताकि उसके बच्चों और परिवार का भविष्य सुरक्षित हो सके।

रोशनी की इस पीड़ा ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। एक ओर प्रशासन के दावे हैं, तो दूसरी ओर वीडियो का स्पष्ट सबूत। इस दिल दहला देने वाली घटना ने न केवल पुलिस व्यवस्था पर सवाल उठाए हैं बल्कि स्वास्थ्य सेवाओं और महिलाओं की सुरक्षा पर भी गंभीर प्रश्न खड़े किए हैं।


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