भारत में ई-कॉमर्स की त्यौहार बिक्री ने मचाई धूम


के कुमार आहूजा  2024-11-07 20:32:58



 

क्या आप जानते हैं कि भारत में इस साल के त्यौहारी सीजन में ई-कॉमर्स प्लेटफार्मों ने 1 लाख करोड़ रुपये से अधिक का कारोबार किया है? यह आंकड़ा न केवल पिछले वर्ष की तुलना में 20 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाता है, बल्कि यह भी संकेत देता है कि छोटे शहरों में उपभोक्ता मांग तेजी से बढ़ रही है।

भारत में त्यौहारी सीजन, जो आमतौर पर सितंबर के अंत में गणेश चतुर्थी से शुरू होता है और नवंबर में दीपावली तक चलता है, इस बार रिकॉर्ड बिक्री देखने को मिली है। उद्योग डेटा के अनुसार, पहले हफ्ते में ही 55,000 करोड़ रुपये का कारोबार हुआ, जो कुल बिक्री का लगभग आधा है​।

ई-कॉमर्स परामर्श फर्म Datum Intelligence के अनुसार, इस साल त्यौहारी बिक्री में 23 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि होने का अनुमान है। मोबाइल, इलेक्ट्रॉनिक्स, और फैशन श्रेणियों ने इस सीजन में गति पकड़ी, जबकि अन्य श्रेणियाँ जैसे सौंदर्य और व्यक्तिगत देखभाल भी अच्छा प्रदर्शन कर रही हैं​।

छोटे शहरों का बड़ा योगदान

विशेषज्ञों के अनुसार, छोटे शहरों (Tier 2 और उससे नीचे) ने इस साल प्रीमियम स्मार्टफोन बिक्री में 70 प्रतिशत से अधिक का योगदान दिया है। उदाहरण के लिए, अमेज़न के अनुसार, 85 प्रतिशत ग्राहक गैर-मेट्रो शहरों से थे और टीवी खरीद में 50 प्रतिशत से अधिक Tier 2 और 3 शहरों से आई​।

स्मार्टफोन्स की श्रेणी में ऑनलाइन बिक्री ने कुल स्मार्टफोन खरीद का 65 प्रतिशत हिस्सा बनाया। ब्रांडों ने उपभोक्ता की बढ़ती मांग को भुनाने के लिए ई-कॉमर्स प्लेटफार्मों का उपयोग किया है, जिससे उन्होंने अपने लक्षित ग्राहकों तक पहुँच बनाई है।

नई श्रेणियों की बढ़ती लोकप्रियता

त्यौहारी सीजन में होम और किचन एप्लायंसेज़ जैसी नई श्रेणियों ने भी तेजी दिखाई है। तेजी से बढ़ते 'क्विक कॉमर्स' ने पिछले वर्ष की तुलना में इस बार 8 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की है, जो ई-कॉमर्स में महत्वपूर्ण योगदान दे रहा है​।

इस त्यौहारी सीजन में, उपभोक्ताओं की बढ़ती मांग और उच्चतम मूल्य श्रेणियों की बिक्री ने भारत के ई-कॉमर्स क्षेत्र को और भी मजबूत किया है।

यह कहना गलत नहीं होगा कि भारत के ई-कॉमर्स उद्योग ने त्यौहारी सीजन में एक नया मील का पत्थर स्थापित किया है। इस साल की बिक्री ने यह स्पष्ट कर दिया है कि छोटे शहरों में उपभोक्ता की क्षमता और प्राथमिकताएँ बदल रही हैं।


global news ADglobal news ADglobal news AD