NSE की ताबड़तोड़ रफ्तार, दूसरी तिमाही में 57 प्रतिशत उछाल के साथ 3,137 करोड़ का लाभ


के कुमार आहूजा  2024-11-07 11:58:20



 

नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) ने अपनी दूसरी तिमाही में रिकॉर्ड तोड़ मुनाफा दर्ज किया है, जो 57% सालाना वृद्धि के साथ 3,137 करोड़ रुपये तक पहुंच गया। यह तिमाही नतीजे भारतीय वित्तीय जगत में बड़ी हलचल मचा रहे हैं और निवेशकों के लिए मुनाफे के नए अवसरों की उम्मीद जता रहे हैं।

विस्तृत रिपोर्ट:

नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) ने वित्त वर्ष 2025 की दूसरी तिमाही (जुलाई-सितंबर) के लिए जबरदस्त मुनाफे की घोषणा की। NSE ने कंसॉलिडेटेड आधार पर कुल 3,137 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ दर्ज किया, जिसमें 57% की सालाना वृद्धि हुई। इस दौरान, कुल आय 5,023 करोड़ रुपये रही, जो पिछले साल की तुलना में 25% अधिक है। NSE के इस ऐतिहासिक मुनाफे का मुख्य कारण ऑपरेशन से होने वाली आय और अन्य सेवा शुल्क में हुई वृद्धि को माना जा रहा है।

स्टैंडअलोन लाभ:

NSE का स्टैंडअलोन लाभ भी तिमाही में 56% मार्जिन के साथ 2,954 करोड़ रुपये पर पहुंचा, जबकि पिछले साल यह 1,804 करोड़ रुपये था। इस लाभ में बड़े पैमाने पर वृद्धि के पीछे नए निवेशक और शेयर मार्केट में बढ़ता विश्वास शामिल है।

प्रति शेयर आय में बढ़ोतरी:

तिमाही में प्रति शेयर आय (EPS) 12.68 रुपये रही, जो पिछले साल 8.08 रुपये थी। इस वृद्धि में बोनस शेयरों की जारी करने की रणनीति का योगदान था, जिसमें शेयरधारकों को 4:1 के अनुपात में बोनस शेयर दिए गए। हाफ इयर के आधार पर, अप्रैल से सितंबर 2025 के दौरान कुल आय 9,974 करोड़ रुपये और शुद्ध लाभ 5,704 करोड़ रुपये रही।

सरकार को योगदान:

NSE ने अपने कारोबार के माध्यम से सरकार को भी भारी योगदान दिया है। वित्त वर्ष की पहली छमाही में NSE ने 30,130 करोड़ रुपये टैक्स के रूप में चुकाए। इसमें 24,755 करोड़ रुपये स्टॉक और कमोडिटी ट्रांजेक्शन टैक्स (STT/CTT), 2,099 करोड़ रुपये स्टाम्प ड्यूटी, 1,333 करोड़ रुपये SEBI फीस, 1,119 करोड़ रुपये इनकम टैक्स, और 824 करोड़ रुपये GST शामिल हैं।

मार्केट वॉल्यूम्स में भारी उछाल:

कैश मार्केट में औसत दैनिक कारोबार 1,29,194 करोड़ रुपये तक पहुंच गया, जो 66% की वृद्धि को दर्शाता है। इक्विटी फ्यूचर्स का ADTV 2,01,547 करोड़ रुपये तक बढ़ गया, जो पिछले साल की तुलना में 64% अधिक है। वहीं, इक्विटी ऑप्शंस का ADTV 65,648 करोड़ रुपये रहा, जिसमें 8% की सालाना वृद्धि हुई।

विस्तार और नई सेवाओं का योगदान:

NSE ने अपने ऑपरेशंस में नए आय के साधनों का भी समावेश किया है, जिसमें क्लियरिंग सर्विसेज, डेटा सेंटर और कनेक्टिविटी चार्जेज, लिस्टिंग सर्विसेज, इंडेक्स और डेटा सेवाएं शामिल हैं। इन सेवाओं के चलते NSE की आय में स्थायित्व और वृद्धि की संभावना बनी रही है।

NSE के इन नतीजों ने यह साफ कर दिया है कि भारतीय शेयर बाजार निवेशकों के लिए नए अवसरों का स्रोत बनता जा रहा है। NSE के पास मौजूद रणनीतिक विस्तार और सरकार को योगदान के साथ, आने वाले समय में यह वित्तीय क्षेत्र में एक सशक्त भूमिका निभाता नजर आएगा। NSE के तिमाही परिणामों ने वित्तीय क्षेत्र में सकारात्मकता का संचार किया है, जिससे बाजार में विश्वास और बढ़ा है।


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